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मिलने लगा ईंधन, स्‍पाइस जेट ने फिर भरी उड़ान

तेल कंपनियों ने बुधवार को थोड़े समय की रुकावट के बाद निजी एयरलाइन स्पाइसजेट को नकद भुगतान पर विमान ईंधन की आपूर्ति शुरू कर दी है। ईंधन आपूर्ति के बाद स्‍पाइस जेट की 150 से ज्‍यादा रद्द उड़ाने आज से पूरी तरह से शुरू हो गईं हैं।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Thu, 18 Dec 2014 12:06 PM (IST)Updated: Thu, 18 Dec 2014 02:11 PM (IST)
मिलने लगा ईंधन, स्‍पाइस जेट ने फिर भरी उड़ान

मुंबई। तेल कंपनियों ने बुधवार को थोड़े समय की रुकावट के बाद निजी एयरलाइन स्पाइसजेट को नकद भुगतान पर विमान ईंधन की आपूर्ति शुरू कर दी है। ईंधन आपूर्ति के बाद स्पाइस जेट की रद्द 150 उड़ाने आज से पूरी तरह से शुरू हो गईं हैं।

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बुधवार को स्पाइसजेट ने दिन की 243 में से 150 उड़ानें रद्द कर दीं थीं। हालांकि एयरलाइन के अनुसार तेल मिलने के बाद उसने 75 उड़ानें संचालित कीं। परंतु इससे यात्रियों दिक्कतें कम नहीं हुईं और दिल्ली, मुंबई तथा पुणे में एयरलाइन स्टाफ के साथ यात्रियों की झड़पें हुईं। दिल्ली में तो स्टाफ का घेराव भी किया गया। स्पाइस जेट सीईओ संजीव कपूर ने इसके लिए ट्वीट कर यात्रियों से माफी मांगी। उन्होंने चार बजे के बाद उड़ानें शुरू होने का वादा किया। परंतु वस्तुत: ये पांच बजे शुरू हो पाईं।

देर शाम स्पाइसजेट की फ्लाइटें शुरू जरूर हुईं, लेकिन इस कड़की से उबरने की कोई पुख्ता योजना स्पाइसजेट के पास नहीं दिख रही। उधर, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्पाइसजेट को 31 मार्च, 2015 तक बुकिंग करने की इजाजत दे दी है और एयरपोर्ट ऑपरेटरों से 15 दिन और मोहलत देने को कहा गया है।

स्पाइसजेट की खस्ता वित्तीय हालत से एक बार फिर एयरलाइन सेक्टर की सेहत पर सवाल उठ रहे हैं। अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने की जद्दोजहद में जुटी सरकार के लिए यह संकट कई सवाल खड़े कर रहा है, लेकिन क्या सरकार को स्पाइसजेट को संकट से उबारने के लिए पहल करनी चाहिए, इस अहम सवाल पर राजनीतिक दलों की राय बंटी हुई है।

सार्वजनिक क्षेत्र की एक तेल कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हमने कभी ईंधन की आपूर्ति नहीं रोकी। हमने कल अपराह्न तक कंपनी को ईंधन की आपूर्ति की। उसके बाद वह हमारे पास खरीदने नहीं आई, इसलिए हमने आपूर्ति नहीं की। वह अपराहन ईंधन खरीदने के लिए आई तो हम इसकी आपूर्ति कर रहे हैं।

सूत्रों ने कहा कि स्पाइस जेट को छह महीने पहले नकदी भुगतान पर खरीद के दायरे में रखा गया था जिसका अर्थ है विमानों को ईंधन की आपूर्ति तभी होगी, जबकि वह तत्काल नकद में उसका भुगतान करने को तैयार हो। स्पाइसजेट रोजाना भारत पेट्रोलियम कार्प लिमिटेड से करीब 5.5 करोड़ रुपए में ईंधन खरीदती थी, लेकिन छह महीने पहले उसने कुछ खरीद हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्प लिमिटेड और रिलायंस इंडस्ट्रीज से शुरू कर दी।

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