Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Services Sector Growth: देश के सर्विस सेक्टर में जारी है तेजी, 14 वर्षों में सबसे तेज रही अप्रैल में ग्रोथ

    Updated: Mon, 06 May 2024 12:26 PM (IST)

    India’s Services PMI अप्रैल में सर्विस सेक्टर में शानदार तेजी देखने को मिली है। सर्विस सेक्टर में जारी ग्रोथ को लेकर एक मासिक सर्वे हुआ था। इस मासिक सर्वे में कहा गया कि भारत के सर्विस सेक्टर की ग्रोथ अप्रैल में थोड़ी कम थी। हालांकि नए कारोबार और उत्पादन की वृद्धि तेज रही। यह तेजी 14 साल में सबसे ज्यादा रही है।

    Hero Image
    Services Sector Growth: देश के सर्विस सेक्टर में जारी है तेजी

    पीटीआई, नई दिल्ली। भारत के विकास में हर सेक्टर की ग्रोथ काफी मायने रखती है। आज भारत के सर्विस सेक्टर की ग्रोथ को लेकर एक सर्वे रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट में कहा गया कि अप्रैल 2024 में भारत के सर्विस सेक्टर में ग्रोथ में थोड़ी कमी आई है। हालांकि, नए कारोबार और उत्पादन पिछले 14 वर्षों में सबसे तेज रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स (India Services Business Activity Index) मार्च में 61.2 से गिरकर अप्रैल में 60.8 पर आ गया। यह 14 वर्षों से कम समय में देखी गई सबसे मजबूत विकास दर में से एक को दर्शाता है।

    अप्रैल में कम ग्रोथ को लेकर सर्वे के मेंबर ने प्रोडक्शन में वृद्धि के लिए अनुकूल आर्थिक परिस्थितियों, डिमांड और नए काम की बढ़ती मांग को जिम्मेदार ठहराया। पीएमआई की भाषा में 50 से ऊपर का मतलब होता है गतिविधियों में विस्तार जबकि 50 से नीचे का मतलब संकुचन होता है।

    यह भी पढ़ें- LIC Jeevan Anand Scheme: एलआईसी की इस स्कीम में रोजाना 45 रुपये जमाकर पाएं 25 लाख रुपये, ये है पूरा कैलकुलेशन

    एचएसबीसी में मुख्य भारत अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा

    अप्रैल में भारत के सर्विस सेक्टर ग्रोथ थोड़ी धीमी गति से बढ़ी, जिसे घरेलू मांग में उल्लेखनीय मजबूती के साथ नए ऑर्डरों में और वृद्धि का समर्थन मिला। नए ऑर्डरों में वृद्धि के जवाब में, कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के स्तर में विस्तार किया, हालांकि नियुक्ति वृद्धि की गति धीमी हो गई।

    जॉब की डिमांड

    नौकरी के मोर्चे पर नए बिजनेस के बढ़ते प्रवाह के बीच भारत में कुछ सर्विस प्रोवाइडर ने अप्रैल में नई नियुक्तियों के लिए बढ़ती भूख दिखाई। हालाँकि, कई कंपनियों ने संकेत दिया कि पेरोल संख्याएँ वर्तमान आवश्यकताओं के लिए पर्याप्त थीं, और रोजगार सृजन की दर पिछले वित्तीय वर्ष के अंत की तुलना में मामूली और नरम थी।

    वेतन दबाव और उच्च खाद्य कीमतों के कारण लागत बोझ में एक और वृद्धि हुई, जिसका बोझ कंपनियों ने आंशिक रूप से अपने ग्राहकों पर डाला। इस बीच व्यावसायिक गतिविधि के लिए वर्ष-आगामी दृष्टिकोण के प्रति सेवा प्रदाताओं के बीच विश्वास बढ़कर 3 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।

    इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स मार्च में 61.8 से घटकर अप्रैल में 61.5 पर आ गया, नवीनतम रीडिंग करीब 14 वर्षों में देखी गई सबसे ऊंची रीडिंग में से एक थी और निजी क्षेत्र में विस्तार की पर्याप्त दर का संकेत देती है।

    यह भी पढ़ें- PM Kisan 17th Installment: कई किसानों के हट गए लाभार्थी लिस्ट से नाम, आपको मिलेगा लाभ या नहीं ऐसे करें चेक