जब सचिन तेंदुलकर ने खुद को बताया था 'एक्टर', बचा लिया ₹58 लाख का टैक्स; इस नियम का दिया था हवाला
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने एक बार टैक्स अधिकारियों को यह कहकर चौंका दिया कि वह क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक अभिनेता हैं। उन्होंने FY03 में विदेशी विज्ञापनों से हुई आय पर धारा 80RR के तहत 1.77 करोड़ रुपये की कटौती का दावा किया, जो अभिनेताओं, लेखकों और कलाकारों के लिए उपलब्ध है। इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल ने भी सचिन की दलील को मानते हुए उन्हें टैक्स में छूट दी।

एक बार सचिन ने खुद को बताया था एक्टर
नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर वह क्रिकेटर रहे हैं, जिन्होंने अपने बल्ले से दुनिया भर के गेंदबाजों को खूब डराया। सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने एक बार कोर्टरूम में भी सबको हैरान कर दिया था। वजह यह थी कि क्रिकेट के इस दिग्गज ने टैक्स अधिकारियों को यकीन दिला दिया था कि वह क्रिकेटर नहीं, बल्कि एक एक्टर हैं! जी हां, आपने सही पढ़ा। सचिन ने टैक्स बचाने के लिए खुद को क्रिकेटर के बजाय एक एक्टर पेश किया था।
किस कमाई पर बचाया था टैक्स
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार क्रिकेट का भगवान कहा जाने वाले सचिन, जिन्हें सन 1997 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया था, ने एक मास्टरस्ट्रोक खेला और सिर्फ कागज पर अपना प्रोफेशन बदलकर 58 लाख रुपये का टैक्स बचाया। FY 2002-03 में, सचिन ने पेप्सी, वीजा और ESPN के लिए विदेशी कमर्शियल से फॉरेक्स में लगभग 5.92 करोड़ रुपये कमाए थे।
इसे सचिन ने क्रिकेट इनकम मानने के बजाय सेक्शन 80RR के तहत 30% का डिडक्शन (1.77 करोड़ रुपये) क्लेम किया। यह एक टैक्स बेनिफिट है जो विदेश में कमाने वाले एक्टर, राइटर और आर्टिस्ट के लिए होता है।
सचिन को भेजा गया था नोटिस
इनकम टैक्स असेसमेंट ऑफिसर ने सचिन को एक नोटिस भेजा था, जिसमें कहा गया था कि आप एक क्रिकेटर हैं, एंडोर्समेंट तो अदर इनकम है। इसे 'अन्य सोर्स' के तहत मानें, तो 80RR लागू नहीं होगा। लेकिन सचिन ने जवाब दिया कि उन्होंने मॉडलिंग/एक्टिंग की है। यह एक एक्टर का प्रोफेशन है, इस पर 80RR लागू होता है।
इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल ने भी मानी दलील
सचिन की दलील को इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल (ITAT) भी मान गया! ITAT ने विदेशी एंडोर्समेंट पर पूरे 80RR क्लेम (₹1.77 करोड़) की इजाजत दे दी। ट्रिब्यूनल ने कहा कि एक्टिंग सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं है। इसमें कोई भी क्रिएटिव परफॉर्मेंस शामिल है, जिसमें स्किल, कल्पना और कला हो। टीवी एड्स में मॉडलिंग या एक्टिंग करना भी इसमें शामिल है।
सचिन का क्लेम सही साबित हुआ। ITAT ने पूरे 1.77 करोड़ रुपये का डिडक्शन यह मानते हुए मंजूर कर लिया कि उनकी विदेशी एंडोर्समेंट इनकम क्रिकेट से नहीं, बल्कि आर्टिस्टिक परफॉर्मेंस से आई थी।
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