Farmer's Day 2025: ये हैं भारत की सबसे अमीर किसान, खेती के अलावा इन तरीकों से भी करती हैं कमाई
भारत में किसान दिवस (farmers day 2025) 23 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन किसानों के योगदान को सम्मानित किया जाता है। गुजरात के राजकोट की नितुबेन पटेल ...और पढ़ें
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नितुबेन पटेल हैं भारत की सबसे अमीर किसान
नई दिल्ली। भारत में हर साल 23 दिसंबर को किसान दिवस (Farmers Day 2025) मनाया जाता है। इस दिन को देश की अर्थव्यवस्था में किसानों के योगदान को सम्मानित करने के लिए निर्धारित किया गया है। दरअसल 23 दिसंबर को भारत के 5वें प्रधानमंत्री और किसानों के अधिकारों के समर्थक चौधरी चरण सिंह की जयंती मनाई जाती है। उन्हीं की याद में 23 दिसंबर को किसान दिवस मनाया जाता है।
भारत में करोड़ों किसान हैं, मगर क्या आप जानते हैं कि उनमें सबसे अमीर कौन (Richest Farmer in India) हैं? अगर नहीं जानते, तो आइए हम बताते हैं।
ये महिला हैं सबसे अमीर किसान
खेती-किसानी को आम तौर पर पुरुषों का व्यवसाय माना जाता है। मगर भारत की एक महिला ने इस बात को गलत साबित कर दिया है। ये हैं गुजरात के राजकोट की नितुबेन पटेल, जिन्हें भारत के सबसे अमीर किसान का खिताब मिल हुआ है।
कितनी है नितुबेन पटेल की नेटवर्थ?
रिपोर्ट्स के अनुसार नितुबेन की नेटवर्थ (Nituben Patel Net Worth) 100 करोड़ रुपये है। बता दें कि पिछले साल नितुबेन पटेल को Millionaire Farmer of India (MFOI) Awards में "भारत की सबसे अमीर किसान" का खिताब मिला था।
नितुबेन ऐसी पहली महिला हैं, जिन्हें ये सम्मान मिला हो।
खेती की खास तकनीक
नितुबेन खेती के लिए दो खास तरीके अपनाती हैं, जिनमें अमृत कृषि और जादुई मिट्टी शामिल हैं। अमृत कृषि, जो नेक्टर फार्मिंग भी कहलाती है, एक स्थायी कृषि तरीका है। इसमें प्राकृतिक तरीकों से मिट्टी के स्वास्थ्य और फसल की पैदावार बढ़ाने पर फोकस किया जाता है।
दूसरी चीज है "जादुई या मैजिकल मिट्टी", जो मिट्टी संवर्धन विधियों का उपयोग करने वाली तकनीक है।
किन-किन चीजों की खेती करती हैं नितुबेन?
नितुबेन कई तरह की ऑर्गेनिक फसलें उगाती हैं, जिनमें सब्जियां और फल शामिल हैं। वे डेयरी फार्मिंग भी करती हैं। जिन चीजों को वे ऑनलाइन बेचती हैं, उनमें सरसों का तेल, घी और खपली गेहूं शामिल हैं।
प्लास्टिक के खिलाफ अभियान
नितुबेन के पास अपना Sajeevan Foundation नामक एक ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म है। इसके जरिए पर्सनल हेल्थ केयर, फूड आइटम्स और खेती से जुड़े खास प्रोडक्ट बेचे जाते हैं। वहीं नितुबेन की संस्था प्लास्टिक को कम करने के लिए 10,000 सूती थैलियां देती हैं।
इसके अलावा हर साल पेड़ लगाने का आयोजन किया जाता है और 10,000 से अधिक किसानों को कीटनाशक मुक्त जैविक खेती के बारे में शिक्षित किया जाता है। उनकी संस्था भारत में जनजातीय और छोटे किसानों को जैविक खेती करने और अधिक कमाई करने के तरीके भी सिखाती है।

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