पीएम की तारीफ के बाद जिम्मेदारी बढ़ी: एलआइसी अध्यक्ष
जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की सराहना की है तब से निवेशकों पॉलिसीधारकों और शेयरधारकों के प्रति कंपनी की जवाबदेही बढ़ गई है और इसका असर भविष्य में भारतीय जीवन बीमा कंपनियों पर भी महसूस किया जाएगा। एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती ने दैनिक जागलान से खास बातचीत में कहा। पढ़िए पूरी खबर।

नई दिल्ली, जेएनएन: पीएम नरेन्द्र मोदी की तरफ से संसद में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) की तारीफ के बाद कंपनी की जिम्मेदारी अपने निवेशकों, अपने पालिसीधारकों और अंशधारकों के प्रति बढ़ गया है और भविष्य में इसका प्रभाव कंपनी की रणनीति पर भी दिखाई देगा। यह बात एलआइसी के चेयरमैन सिद्दार्थ मोहंती ने दैनिक जागरण के साथ विशेष बातचीत में बताई।
AI को लेकर तैयार की जा रही है रणनीति
मोहंती का कहना है कि भारत लंबे समय तक तेज आर्थिक विकास दर की राह पर चलने वाला है और देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी होने की वजह से वह अपनी रणनीति भी इस हिसाब से बदलेगा। कंपनी सूचना प्रौद्योगिकी को लेकर काफी उत्साहित है और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के उपयोग को लेकर भी नई रणनीति तैयार की जा रही है।एलआइसी चेयरमैन मोहंती ने कहा, “ हमें भरोसा है कि पीएम मोदी के भरोसे पर हमारा परिवार खरा उतरेगा।''
जब उनसे आगे यह पूछा गया कि कंपनी इस भरोसे को कायम रखने के लिए क्या करेगी तो मोहंती का जवाब था कि, हम देश में ज्यादा से ज्यादा बीमा कवरेज को बनाये रखने का काम करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा पॉलिसी देने पर ज्यादा जोर देंगे। साथ ही ज्यादा लोगों को रोजगार मुहैया कराने का भी काम करेंगे।
LIC के पास 13 लाख बीमा एजेंट
अभी एलआइसी के पास 13 लाख बीमा एजेंट हैं और इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है ताकि देश का और ज्यादा कवरेज किया जा सके। वह यह भी बताते हैं कि ग्रूप बीमा के कवरेज को बढ़ाने को लेकर एलआइसी और ज्यादा ध्यान देने जा रही है।गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष की तरफ से सरकार के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि, “एलआइसी के बारे में विपक्ष ने कहा था कि वह डूब जाएगी लेकिन अब वह पहले से भी ज्यादा तेजी से बढ़ रही है।
शेयर बाजार लोगों के लिए यह मंत्र है कि ये (विपक्ष) जिस भी सरकारी कंपनी को गाली दें उसमें दांव लगा दो, उसमें अच्छा ही होने वाला है।'' एलआइसी के साथ पीएम ने कुछ दूसरे सरकारी उपक्रमों का भी नाम लिया था जिसके बारे में विपक्ष कुछ वर्षों यह आरोप लगा रहा है कि सरकार की नीतियों की वजह से उनकी स्थिति खराब हो रही है।
मोहंती कहते हैं कि, “पिछले साल वर्ष 2022-23 में हमने तकरीबन 36 हजार करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था जो वर्ष 2021-22 के मुकाबले कई गुणा (तकरीबन आठ गुणा) ज्यादा था। अप्रैल-जून, 2023 की तिमाही में हमारा शुद्ध लाभ 9543 करोड़ रुपये का रहा है। पूरी उम्मीद है कि इस वर्ष भी एलआइसी का वित्तीय प्रदर्शन पिछले साल की तरह ही जबरदस्त रहेगा।'' कंपनी के प्रबंधन के पास अभी 46 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां (एयूए) है जिसे वर्ष 2030 तक बढ़ा कर एक लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य तय किया गया है।
तेज आर्थिक विकास की संभावना
भारत में तेज आर्थिक विकास दर की संभावना, मध्यम आय वर्ग की बढ़ती संख्या, लोगों की बढ़ती आय और युवा वर्ग की बढ़ती संख्या कुछ ऐसे कारक हैं जिसको लेकर कंपनी काफी उत्साहित है और इसकी भावी रणनीति को भी ये तथ्य प्रभावित करेंगे। कंपनी ने जनवरी, 2024 तक अपनी नई डिजिटल बिक्री सेवा को लांच करने का फैसला किया गया है जिसका बहुत ही सकारात्मक असर होने की संभावना है।
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