Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बैंकों को मिली राहत, RBI चरणबद्ध तरीके से हटाएगा I-CRR, जानिए केंद्रीय बैंक ने आज क्या लिया फैसला

    By Gaurav KumarEdited By: Gaurav Kumar
    Updated: Fri, 08 Sep 2023 04:33 PM (IST)

    आरबीआई द्वारा 19 मई को 2000 रुपये के नोट को बंद करने के निर्णय के बाद घरेलू बैंकों में तरलता बढ़ गई और इसे नियंत्रित करने के लिए RBI ने ICRR की शुरुआत की। कल शनिवार से इसे चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा। जानिए आरबीआई ने आज क्या लिया फैसला बैंकों को क्या होगा फायदा। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

    Hero Image
    केंद्रीय बैंक ने आईसीआरआर को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की पुष्टि की।

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 19 मई को 2000 रुपये के नोट को परिचलन से बंद करने के फैसले के बाद देश के बैंकों में कैश बढ़ गया था जिसे कंट्रोल करने के लिए आरबीआई ने इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेश्यो (ICRR) लागू किया था जो अब कल यानी शनिवार से चरणबद्ध तरीके से बंद होगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आरबीआई I-CRR इसलिए लगाती है ताकी नकदी को कम किया जा सके।

    आरबीआई ने आज क्या लिया फैसला?

    आज की घोषणा में, केंद्रीय बैंक ने आईसीआरआर को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की पुष्टि की। फैसले के मुताबिक आईसीआरआर 7 अक्टूबर तक पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा।

    इससे पहले, शनिवार 9 सितंबर को ICRR को 25 प्रतिशत से कम किया जाएगा। इसके बाद 23 सितंबर को ICRR का 25 फीसदी और हटा दिया जाएगा। बाकी का 50 प्रतिशत 7 अक्टूबर को हटाया जाएगा।

    क्या है आईसीआरआर?

    इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेश्यो (ICRR) से पहले आपको सीआरआर यानी कैश रिजर्व रेश्यो के बारे में जानना चाहिए। सीआरआर आरबीआई के मौद्रिक नीति उपकरण का हिस्सा है। इसका लक्ष्य सिस्टम में नकदी की आपूर्ति और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना है।

    जब भी बैंक में नकदी का भंडार तेजी से बढ़ जाता है। इस स्थिति से निपटने के लिए रिजर्व बैंक सीआरआर के साथ अतिरिक्त आईसीआरआर शुरू करती है। आईसीआरआर, सीआरआर के ऊपर कैश रिजर्व लिमिट होती है

    जो जमा के आकार में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जाती है। इस वजह से बैंकों को रिजर्व बैंक में पहले से ज्यादा नकदी रखनी होती है।

    बैंक पर क्या पड़ेगा इसका इसका असर?

    जैसा हमने अभी आपको बताया कि आईसीआरआर के कारण बैंकों को आरबीआई को पास ज्यादा कैश जमा करवाना पड़ता है जिससे बैंकों के पास लोन देने के लिए कम पैसा बचता है।

    ऐसे में अगर आईसीआरआर खत्म हो जाएगी तो बैंकों को उनका पैसा मिल जाएगा जिससे बैंक ज्यादा लोन दे पाएंगें। कुल मिला कर यह फैसला बैंको को राहत पहुंचाएगा।

    बैंक में वापस आए अब तक इतने नोट

    19 मई को चलन में रहे 2000 रुपये के 93 फीसदी नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं जिनकी अगस्त 2023 तक कीमत 3.32 लाख करोड़ रुपये है।