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    पिरामल एंटरप्राइजेज और पिरामल फाइनेंस के विलय को NCLT ने दिखाई हरी झंडी, आनंद पिरामल संभालेंगे कमान

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 03:59 PM (IST)

    एनसीएलटी ने पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Piramal Enterprises merger) के पिरामल फाइनेंस लिमिटेड के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। आनंद पिरामल पिरामल फाइनेंस के अध्यक्ष बनेंगे। अजय पिरामल ग्रुप के अध्यक्ष बने रहेंगे। जयराम श्रीधरन विलय हुई पिरामल फाइनेंस के एमडी और सीईओ के रूप में कार्यभार संभालेंगे। पिरामल फाइनेंस भारत का सबसे बड़ा किफायती आवास ऋणदाता है और 50 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करता है।

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    पिरामल एंटरप्राइजेज और पिरामल फाइनेंस का होगा मर्जर

    नई दिल्ली। एनसीएलटी ने 10 सितंबर, 2025 को पिरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड (पीईएल) को उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, पिरामल फाइनेंस लिमिटेड (पीएफएल) के साथ विलय करने की मंजूरी दे दी है। इस महत्वपूर्ण कदम के साथ, आनंद पिरामल पिरामल फाइनेंस के अध्यक्ष का पद संभालेंगे। अजय पिरामल, पिरामल ग्रुप (जिसमें पिरामल फाइनेंस, पिरामल फार्मा, पिरामल रियलिटी, और पिरामल फाउंडेशन शामिल हैं) के अध्यक्ष बने रहेंगे और सभी व्यवसायों के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण और निरीक्षण प्रदान करेंगे। डॉ. स्वाति पिरामल ग्रुप की उपाध्यक्ष के रूप में काम करती रहेंगी।

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    रिटेल लेंडिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत

    2019 में शामिल होने के बाद से, आनंद ने रिटेल लेंडिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत की, डीएचएफएल का 34,250 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक अधिग्रहण (आईबीसी के तहत सबसे बड़ा वित्तीय सेवा समाधान) किया, और कंपनी को थोक रियल एस्टेट लैंडिंग से एक विविध, प्रौद्योगिकी - नेतृत्व वाली एनबीएफसी में बदलने का नेतृत्व किया।

    उनके नेतृत्व में, ग्रोथ बिजनेस (रिटेल और होलसेल 2.0 ) ने तीन साल में 50% से अधिक की सीएजीआर (चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर ) दी है, जिससे पिरामल फाइनेंस भारत की सबसे तेजी से बढ़ती अपर लेयर एनबीएफसी में से एक बन गई है।

    उन्होंने 2022 में ₹43,500 करोड़ की विरासत वाली संरचित रियल एस्टेट बुक को आज ₹5,900 करोड़ से कम करने का भी निरीक्षण किया। आनंद ने प्रमुख संस्थानों से वरिष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित किया है, जिनमें रूपेन झावेरी (ग्रुप प्रेसिडेंट), जयराम श्रीधरन (सीईओ रिटेल लैंडिंग), यश नाडकर्णी (सीईओ - होलसेल लैंडिंग), और कल्पेश किकानी (सीईओ अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट्स) शामिल हैं।

    पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई

    आनंद ने पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डिग्री और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया है। उन्हें इकोनॉमिक टाइम्स और फॉर्च्यून इंडिया की 40 अंडर 40 लिस्ट में मान्यता मिली है, और हुरुन रियल एस्टेट यूनिकॉर्न ऑफ द ईयर अवार्ड भी मिला है।

    जयराम श्रीधरन एमडी और सीईओ के रूप में नेतृत्व करेंगे। जयराम श्रीधरन, जो पहले सहायक कंपनी के एमडी थे, अब विलय हुई पिरामल फाइनेंस के एमडी और सीईओ के रूप में कार्य करेंगे। उनके कार्यकाल के दौरान, रिटेल बिज़नेस चार साल में ~₹5,300 करोड़ की बुक से बढ़कर लगभग ₹72,000 करोड़ हो गया, जिसमें शाखाएं 14 से बढ़कर 517 और कर्मचारी 1,500 से बढ़कर 15,500 से अधिक हो गए।

    यह वृद्धि पीएफएल की 'हाई टेक + हाई टच' रणनीति से प्रेरित है, जो अत्याधुनिक क्लाउड और एआई प्रौद्योगिकी को गहरी वितरण क्षमता के साथ जोड़ती है।

    50 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा

    आईआईटी दिल्ली और आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र, जयराम पहले एक्सिस बैंक के सीएफओ थे और कैपिटल वन यूएसए और आईसीआईसीआई बैंक में नेतृत्व भूमिकाएं निभा चुके हैं।

    पिरामल फाइनेंस भारत का सबसे बड़ा किफायती आवास ऋणदाता है और व्यक्तिगत, व्यवसाय, डिजिटल, पुरानी कार और निर्माण ऋण भी प्रदान करता है। इस विरासत पर आगे बढ़ते हुए, कंपनी अर्ध-शहरी और ग्रामीण समुदायों को किफायती और सार्थक ऋण के साथ सशक्त ने के अपने मिशन को जारी रखेगी।