Ola Electric IPO: शेयर बाजार में जल्द शामिल होने वाली है ये कंपनी, आईपीओ लाने की जोर-शोर से तैयारी
Upcoming IPO स्टॉक मार्केट में आपने IPO के बारे में बहुत सुना होगा। सभी कंपनियां अपने IPO को समय-समय पर लॉन्च करती है। अगर आप भी शेयर मार्केट में पैसा लगाना चाहते हैं तो आपको बता दें कि ओला जल्द ही आईपीओ लाने वाली है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। OLA IPO: ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) 2024 की शुरुआत में अपना इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए कोटक महिंद्रा कैपिटल (Kotak Mahindra Capital Company) और गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) को के रूप में हायर करने के लिए बातचीत का सिलसिला शुरु कर दिया है। सरकार अगले साल इलेक्ट्रिक व्हीकल पर मिलने वाले सब्सिडी को खत्म करने वाली है।
कंपनी की प्लानिंग है कि वह शेयर बाजारों में लिस्ट हो जाए। कंपनी ने बताया कि मई में कई घरेलू और विदेशी इनवेस्टमेंट बैंकों के साथ आईपीओ को लेकर बैठक की गई थी। अभी तक इसको लेकर कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा है कि अगले साल ओला इलेक्ट्रिक ओईपीओ लॉन्च कर सकती है।
ये इनवेस्टमेंट बैंक होंगे शामिल
कंपनी की बैठक में कोटक महिंद्रा कैपिटल और गोल्डमैन सैक्स को वित्तीय सलाहकार के रूप में नियुक्त करने की योजना बन रही है। ओला इलेक्ट्रिक इसी के साथ कम से कम दो और इनवेस्टमेंट बैंकों को शामिल करने की भी योजना बना रही है। कंपनी ने आईपीओ के लिए अमरचंद मंगलदास (Cyril Amarchand Mangaldas) को कानूनी सलाहकार के रूप में शामिल किया है।
क्या है ओला की रिपोर्ट
अप्रैल में जारी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक ने कारोबारी साल 2022-2023 (FY23) में तीन गुना ज्यादा बिक्री देखने को मिली है। मार्च तिमाही तक बाजार में ओला की हिस्सेदारी 30 फीसदी तक बढ़ गई है। भारतीय बाजार में ओला के बाद ओकिनावा, एम्पीयर, एथर और हीरो आते हैं।
क्या होता है आईपीओ? (What Is IPO)
आईपीओ के बारे में आपने बहुत बार सुना होगा। जब भी कोई शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तब वह कंपनी के आईपीओ को चेक करते हैं। आईपीओ को Initial Public Offering कहा जाता है। जब कंपनी पहली बार पब्लिक को अपने शेयर ऑफर करती है, उसे आईपीओ कहा जाता है । इसे ऐसा कहा जा सकता है कि हर प्राइवेट कंपनी कई सेक्टर में काम करती है।
जब कंपनियों को फंड की जरूरत होती है तो वो खुद को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करवाती हैं। इसके लिए वो पब्लिक के लिए आईपीओ जारी करती है। आईपीओ के जारी होने के बाद कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट हो जाती है। इसके बाद इनवेस्टर शेयरों को खरीदते और बेचते हैं।