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    शेयर बाजार के लाखों निवेशकों के लिए बड़ी खबर, बदल गई NSE और BSE के F&O कॉन्ट्रेक्ट की एक्सपायरी डेट, चेक करें

    Updated: Tue, 17 Jun 2025 04:14 PM (IST)

    NSE-BSE FO New Expiry Day फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में काम करने वाले लाखों ट्रेडर्स के लिए बड़ी खबर आई है। एनएसई और बीएसई के फ्यूचर एंड ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट की एक्सपायरी डेट में बदलाव हो गया है। निफ्टी के FO कॉन्ट्रेक्ट की एक्सपायरी डेट गुरुवार से बदलकर मंगलवार हो गई है।

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    एक्सचेंज के एफएंडओ सेगमेंट की एक्सपायरी डेट बदली गई।

    नई दिल्ली। शेयर मार्केट में फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में काम करने वाले लाखों ट्रेडर्स के लिए एक बड़ी खबर आई है। अब निफ्टी के F&O कॉन्ट्रेक्ट की एक्सपायरी डेट गुरुवार से बदलकर मंगलवार हो गई है, जबकि सेंसेक्स की एक्सपायरी गुरुवार को होगी।

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    मई में, पूंजी बाजार नियामक सेबी ने इक्विटी डेरिवेटिव्स के लिए नए नियम पेश किए, जिसमें अनिवार्य किया गया कि ऐसे सभी कॉन्ट्रेक्ट अब केवल मंगलवार या गुरुवार को ही समाप्त होने चाहिए।

    SEBI से मिली मंजूरी

    इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने मंगलवार को अपने एक्सपायरी डे के रूप में चुना था, और अब सेबी ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। डेरिवेटिव ट्रेडिंग में वॉल्युम के मामले में एनएसई दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार है।

    निफ्टी इंडेक्स और बैंक निफ्टी ट्रेडर्स के बीच सबसे पॉपुलर कांट्रैक्ट हैं। निफ्टी इंडेक्स की वीकली एक्सपायरी हर गुरुवार को होती है, जबकि निफ्टी इंडेक्स की मंथली एक्सपायरी महीने के आखिरी गुरुवार को होती है।

    नहीं बदलेगी मौजूदा कॉन्ट्रेक्ट की एक्सपायरी

    इस बारे में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने कहा कि मौजूदा F&O कॉन्ट्रेक्ट की एक्सपायरी डेट में कोई बदलाव नहीं होगा। बीएसई के डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट, जो 31 अगस्त, 2025 को या उससे पहले समाप्त हो जाते हैं, वे वर्तमान एक्सपायरी डेट के साथ जारी रहेंगे, जबकि 1 सितंबर, 2025 के बाद समाप्त होने वाले कॉन्ट्रेक्ट की एक्सपायरी डेट गुरुवार हो जाएगी।

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    बता दें फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग एक हाई रिस्क ट्रेडिंग टूल्स हैं, जिसमें रिटेल निवेशकों को भारी नुकसान होता है। ऑप्शन ट्रेडिंग में कमी लाने के मकसद से सेबी ने बीते कुछ सालों में कई कदम उठाए थे। रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की मानें तो नवंबर 2024 से सेबी द्वारा चरणबद्ध तरीके से उठाए गए कदमों से इंडेक्स ऑप्शन में ट्रेडिंग गतिविधि में तेज गिरावट आई है।