NSDL IPO: एक नहीं इतने तरीके से कमाई करता है एनएसडीएल, आईपीओ में निवेश करने से पहले जान लें
NSDL IPO News देश का सबसे बड़ा डिपॉजिटरी एनएसडीएल अपना आईपीओ (NSDL IPO) लाने जा रहा है जो कल यानी 30 जुलाई से 1 अगस्त तक खुलेगा। अगर आप इसमें पैसे लगाने का सोच रहे हैं तो रुकिए... पहले जान लीजिए की आखिर NSDL का बिजनेस कितना बड़ा और इसके पास कमाई के कितने स्थिर (NSDL Earnings) रास्ते हैं जो इसे एक मजबूत बिजनेस बनाता है?

नई दिल्ली| NSDL IPO News : देश का सबसे बड़ा डिपॉजिटरी एनएसडीएल अपना आईपीओ (NSDL IPO) लाने जा रहा है, जो कल यानी 30 जुलाई से 1 अगस्त तक खुलेगा। अगर आप इसमें पैसे लगाने का सोच रहे हैं, तो रुकिए... पहले जान लीजिए की आखिर NSDL का बिजनेस कितना बड़ा और इसके पास कमाई के कितने स्थिर (NSDL Earnings) रास्ते हैं, जो इसे एक मजबूत बिजनेस बनाता है? चलिए जानते हैं।
NSDL के पास कमाई के 8 बड़े तरीके
NSDL देश का पहला और सबसे बड़ा डिपॉजिटरी है। इसे NSE ऑपरेट करता है। वित्त-वर्ष 2023 के आकंड़ों के मुताबिक, NSDL की डीमैट कस्टडी वैल्यू 302.19 लाख करोड़ रुपए थी, जो CDSL की 39.71 लाख करोड़ रुपए (FY23 डीमैट कस्टडी वैल्यू) से कहीं ज्यादा था। NSDL एक-दो नहीं बल्कि 8 तरीकों से कमाई करता हैं। वो इस प्रकार हैं:
1. एनुअल फीस (Annual Fees):
कंपनी की इनकम का सबसे बड़ा जरिया है- एनुअल फीस। NSDL डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स से सभी कॉरपोरेट डीमैट खातों और DMS सॉफ्टवेयर के लिए सालाना फीस लेता है। इसके अलावा, सिक्योरिटीज जारीकर्ताओं से विदेशी निवेश सीमा की निगरानी, म्यूचुअल फंड्स से लाभकारी मालिकों के विवरण और ट्रांसफर फीड्स, एसईजेड इकाइयों (SEZ Units) से सिस्टम उपयोग, और बीमा कंपनियों से डीमैट फॉर्मेट में पॉलिसी क्रेडिट करने के लिए शुल्क लिया जाता है।
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NSDL आईटी प्रोफेशनल्स के लिए NSR रजिस्ट्रेशन, STAD, क्लाउड डीपीएम (Cloud DPM), DPM Plus, एसटीपी नेविगेटर, और ई-साइनर जैसी वैल्यू एडेडे सर्विसेज़के लिए भी वार्षिक शुल्क वसूलता है। ये शुल्क आमतौर पर फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत या रजिस्ट्रेशन की तारीख पर सालाना लिए जाते हैं।
2. कस्टडी फीस (Custody Fees):
शेयर जारी करने वाली कंपनियों से फीस ली जाती है ताकि उनके शेयर NSDL के सिस्टम में डाले जा सकें। ये फीस फोलियो के हिसाब से 11 रुपए तय की जाती है।
3. रजिस्ट्रेशन फीस (Registration Fees):
कोई कंपनी या RTA (Registrar and Transfer Agent) अगर NSDL से जुड़ना चाहता है तो उसे रजिस्ट्रेशन फीस देनी होती है।
4. ट्रांजैक्शन फीस (Transaction Fees):
हर ट्रांजैक्शन जैसे कि शेयर ट्रांसफर, ई-वोटिंग, गिरवी रखना (Pledge), डिविडेंड का प्रोसेस आदि पर फीस ली जाती है। इसमें डिजिटल कॉन्ट्रैक्ट नोट, SEZ ट्रांजैक्शन और इंश्योरेंस पॉलिसी क्रेडिट भी शामिल हैं।
5. सॉफ्टवेयर लाइसेंस फीस (Software License Fees):
डिपॉजिटरी पार्टनर्स को NSDL का सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करने के लिए सालाना फीस देनी होती है।
6. कम्युनिकेशन फीस (Communication Fees):
ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले नेटवर्क और कनेक्टिविटी के हिसाब से सालाना फीस वसूली जाती है।
7. बैंकिंग सर्विस से कमाई (Banking Income):
NSDL की सब्सिडियरी NPBL के जरिए AePS, माइक्रो ATM, प्रीपेड कार्ड, कैश मैनेजमेंट और मनी ट्रांसफर जैसी सर्विस से कमाई होती है।
8. अन्य इनकम (Other Operating Income):
ट्रेनिंग देने, डाटा बदलने जैसी सर्विस से अलग से फीस ली जाती है।
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मार्केट कैप और रेवेन्यू कितना?
वित्त-वर्ष 2025 में कंपनी का मार्केट कैप 16,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का है। नेट प्रॉफिट 343.12 करोड़ रुपए और रेवेन्यू साल-दर-साल बढ़कर (YoY) 1,535.19 करोड़ रुपए हो गया है। अगर आप NSDL में निवेश करना चाहते हैं तो कंपनी के डाइवर्सिफाइड इनकम आपके रिस्क को कम कर देते हैं।
"शेयर मार्केट से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"
(डिस्क्लेमर: यहां आईपीओ और शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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