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    NSDL IPO News: CDSL और NSDL में क्या फर्क है, आईपीओ से पहले जानें किसका बिजनेस ज्यादा बड़ा?

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 07:39 PM (IST)

    NSDL IPO News एनएसडीएल ने अपने आईपीओ (NSDL IPO) का ऐलान कर दिया है जो 30 जुलाई से एक अगस्त तक खुलेगा। ऐसे में आपका जानना जरूरी है कि आखिर NSDL और CDSL हैं क्या? दोनों में अंतर क्या है? इनमें से बेहतर क्या है? आईपीओ आने से पहले जानें कि आखिर किसका बिजनेस ज्यादा बड़ा है।

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    NSDL और CDSL दोनों भारत के बड़े डिपॉजिटरी हैं। आप इन्हें शेयरों का बैंक कह सकते हैं।

    नई दिल्ली| NSDL vs CDSL : नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉडिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CSDL) भारत के दो बड़े डिपॉजिटरी हैं। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं या फिर नया डीमैट अकाउंट खोलने की सोच रहे हैं तो आपने इनका नाम जरूर सुना होगा। पिछले कुछ दिनों से ये दोनों चर्चा में हैं।

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    चर्चा इसलिए, क्योंकि एनएसडीएल ने अपने आईपीओ (NSDL IPO) का ऐलान कर दिया है, जो 30 जुलाई से एक अगस्त तक खुलेगा। ऐसे में आपका जानना जरूरी है कि आखिर NSDL और CDSL हैं क्या? दोनों में अंतर क्या है? इनमें से बेहतर क्या है? आईपीओ आने से पहले जानें कि आखिर किसका बिजनेस ज्यादा बड़ा है।

    क्या है डिपॉजिटरी और करती क्या हैं?

    डिपॉजिटरी क्या है और यह काम क्या करती है? यह सवाल आपके मन में भी उठता होगा। इसे ऐसे समझते हैं- जैसे आपका बैंक पैसे संभालकर अपने पास रखता है। ठीक वैसे ही डिपॉजिटरी आपके शेयर, म्यूचुअल फंड और दूसरे निवेश डिजिटल रूप में डीमेट अकाउंट (Demat) में संभालकर रखती है। पहले शेयर कागज पर मिलते थे। लेकिन अब ये सब  Demat यानी डिजिटल रूप में होते हैं।

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    भारत में कितने डिपॉजिटरी हैं?

    देश में फिलहाल दो बड़े डिपॉजिटरी हैं:

    • NSDL- National Securities Depository Limited)
    • CDSL- Central Depository Services Limited)

    NSDL भारत का पहला डिपॉजिटरी है। इसकी स्थापना साल 1996 में हुई थी। जबकि CDSL की स्थापना 1999 में हुई थी। 

    फीचर NSDL CDSL
    स्थापना 1996 में 1999 में
    प्रमोटर NSE BSE
    ग्राहक प्रोफाइल बड़े निवेशकों और संस्थाओं में लोकप्रिय रिटेल निवेशकों में लोकप्रिय
    डीपी से जुड़ी ब्रोकिंग फर्म HDFC, ICICI, Kotak Zerodha, Angel One, Groww
    डीमैट A\C नंबर फॉर्मेट शुरुआत में 'IN' के साथ 14 अंकों का संख्यात्मक कोड 16 अंकों का संख्यात्मक कोड
    2023 तक डीमैट अकाउंट 3.41 करोड़ 10 करोड़ से ज्यादा
    सुविधाएं डीमैट सेवाएं और अकाउंट मेंटिनेंस NSDL के समान, शेयरों को गिरवी रखने का विकल्प।

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    किसका बिजनेस ज्यादा बड़ा?

    NSDL को NSE ऑपरेट करता है। वित्त-वर्ष 2023 के आकंड़ों के मुताबिक NSDL का डीमैट कस्टडी वैल्यू 302.19 लाख करोड़ रुपए ज्यादा था। CDSL को BSE ऑपरेट करता है और इसका डीमैट कस्टडी वैल्यू FY-23 में  39.71 लाख करोड़ रुपए था, जो NSDL से काफी कम है। 

    NSDL या CDSL चुनना जरूरी है?

    नहीं, यह आम यूजर के लिए ज्यादा मायने नहीं रखता कि डीमैट अकाउंट NSDL के जरिए खुला है या फिर CDSL से। दोनों ही SEBI के अंतर्गत रजिस्टर्ड और सुरक्षित हैं। असली फर्क होता है आपके ब्रोकर या बैंक के एक्सपीरियंस में। दरअसल, कुछ ब्रोकर NSDL से जुड़े होते हैं तो कुछ CDSL से।

    लेकिन आपके निवेश, ट्रांजेक्शन और सिक्योरिटीज़ दोनों ही प्लेटफॉर्म पर एक जैसे ही सुरक्षित हैं। इसलिए अगली बार जब आप डीमैट अकाउंट खोलें, तो NSDL या CDSL देखकर कंफ्यूज न हों। दोनों ही प्लेटफॉर्म भरोसेमंद हैं।

    "शेयर मार्केट से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)