नीरा राडिया की फर्मो पर चल सकता है मुकदमा
गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआइओ) कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया की फर्मो पर कंपनी कानून के उल्लंघन के मामले में मुकदमा चला सकता है। एसएफआइओ ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है कि वह यह मुकदमा दायर करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में एसएफआइओ ने कहा कि कंपनी मा
नई दिल्ली। गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआइओ) कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया की फर्मो पर कंपनी कानून के उल्लंघन के मामले में मुकदमा चला सकता है। एसएफआइओ ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है कि वह यह मुकदमा दायर करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में एसएफआइओ ने कहा कि कंपनी मामलों के मंत्रालय (एमसीए) ने उसे राडिया के स्वामित्व वाले वैष्णवी ग्रुप की कंपनियों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। हलफनामे में समूह की फर्मो द्वारा कंपनी कानून के प्रावधानों के उल्लंघन का विस्तृत ब्योरा दिया गया है। इसके अलावा एजेंसी ने कहा कि उसने समूह की कंपनियों के खिलाफ जांच पूरी कर ली है और अंतिम जांच रिपोर्ट 22 जनवरी को मंत्रालय को सौंपी दी गई थी।
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मंत्रालय के निर्देश के मुताबिक रिपोर्ट की प्रति सीबीआइ और आयकर विभाग को भी भेज दी गई है। मंत्रालय ने पांच फरवरी को लिखे पत्र में कहा कि एसएफआइओ मुकदमा दायर करने की प्रक्त्रिया शुरू करे। एजेंसी को स्टांप ड्यूटी संबंधी नियमों के उल्लंघन की जांच के लिए रिपोर्ट की प्रति रजिस्ट्रार ऑफ स्टाम्प, राजस्व विभाग और हरियाणा सरकार को भी भेजने को कहा है। वैष्णवी कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस के अलावा वैष्णवी एडवायजरी सर्विसेज, लाइजर क्लब इंडिया, क्लैरो कंसल्टेंसी, मैजिक एयरलाइंस, क्राउनमार्ट इंटरनेशनल इंडिया, मानसी एग्रो, विटकॉम कंसल्टिंग और न्यूकॉम कंसल्टिंग भी एफएफआइओ की निगरानी के दायरे में हैं।
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एजेंसी ने कहा कि संबंधित कंपनियों के कंपनी सचिवों और ऑडिटरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंड्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) और इंस्ट्ीट्यूट ऑफ कंपनी सक्त्रेटरीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) में शिकायत दर्ज कराई जा रही है।

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