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    वीकली एक्सपायरी पर गिरावट के साथ बंद हुए Nifty और Sensex, 3 बड़े कारणों के चलते निचले स्तरों से आई रिकवरी

    Updated: Tue, 14 Oct 2025 04:16 PM (IST)

    14 अक्तूबर के कारोबारी सत्र में निफ्टी 25145 के स्तर पर बंद हुआ तो सेंसेक्स 297 अंक चढ़कर 82,029 के लेवल पर क्लोज हुआ। हालांकि, बाजार ने खुलने के कुछ घंटे के अंदर ही कल की सारी बढ़त गंवा दी और आखिरी घंटों में निचले स्तरों से मार्केट में रिकवरी आई।

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    निफ्टी की वीकली एक्सपायरी के दिन बाजार में दिखी गिरावट

    नई दिल्ली। शेयर बाजार में निफ्टी की वीकली एक्सपायरी (Share Market Closing) के दिन फिर से गिरावट हावी रही, लेकिन निचले स्तरों से मार्केट में खरीदारी लौटी और निफ्टी व सेंसेक्स अच्छी रिकवरी के साथ बंद हुए। पीएसयू बैंक और निफ्टी मेटल इंडेक्स में डेढ़ फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज और ICICI बैंक जैसे इंडेक्स के हैवीवेट शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।

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    14 अक्तूबर के कारोबारी सत्र में निफ्टी 25145 के स्तर पर बंद हुआ तो सेंसेक्स 297 अंक चढ़कर 82,029 के लेवल पर क्लोज हुआ। निफ्टी50 के बढ़ने वाले शेयरों में मैक्सहेल्थ, टेक महिंद्रा, विप्रो, अपोलो हॉस्पिटल, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज ऑटो रहे, जबकि टाइटन, एम एंड एम, भारती एयरटेल समेत अन्य शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।

    बाजार में रिकवरी के 3 बड़े कारण

    बाजार में निचले स्तरों से रिकवरी की वजह महंगाई की दरों में आई गिरावट रही। ऐसे में आरबीआई की आगामी एमपीसी बैठक में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है। 13 अक्तूबर को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सीपीआई इंफ्लेशन 8 साल के निचले स्तर के साथ 1.54 फीसदी पर आ गई है।

    भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर उम्मीदें

    भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर जारी बातचीत व प्रगति को लेकर बाजार में आशावादी नजर आ रहा है। एक अधिकारी के हवाले से रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार अधिकारी इस हफ्ते वाशिंगटन के साथ बातचीत कर सकते हैं और रूस से तेल की खरीद पर चिंताओं को दूर करने के लिए अमेरिकी ऊर्जा और गैस का आयात बढ़ाने का वादा किया है।

    एक्सपायरी से जुड़ी वॉलेटिलिटी

    14 अक्टूबर को निफ्टी एक्सपायरी के कारण बाजार में वॉलेटिलिटी बनी रहा, क्योंकि ट्रेडर्स डेरिवेटिव सेगमेंट में अपनी पोजीशन बेच रहे थे। इस तरह के एक्सपायरी-लिंक्ड एडजस्टमेंट आमतौर पर इंट्राडे उतार-चढ़ाव को बढ़ा देते हैं।

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)