8 साल में सबसे कम महंगाई! सितंबर में रिटेल इंफ्लेशन घटकर 1.54% हुआ; खाने-पीने की चीजें हुईं सस्ती
देश में खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है, जो सितंबर में 1.54% तक (September 2025 Retail Inflation) पहुंच गई है, जो पिछले 8 सालों में सबसे कम है। रेटिंग एजेंसी ICRA के अनुसार, CPI महंगाई भी 99 महीने के निचले स्तर पर है, जिसका मुख्य कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट है। सब्जियों और दालों की कीमतों में भी कमी आई है, जबकि सोना-चांदी की महंगाई बढ़ी है। RBI ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई का अनुमान घटा दिया है।

देश में खुदरा महंगाई सितंबर में घटकर 1.54% पर आ गई है, जो पिछले 8 सालों में सबसे कम है।
नई दिल्ली| आपके लिए अच्छी खबर है। देश में खुदरा महंगाई सितंबर (september 2025 retail inflation) में घटकर 1.54% पर आ गई है, जो पिछले 8 सालों में सबसे कम है। अगस्त में यह दर 2.07% थी। ये आंकड़े सरकार ने सोमवार यानी 13 अक्टूबर को जारी किए हैं। रेटिंग एजेंसी ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कहा कि,
"सितंबर 2025 में सीपीआई (CPI) महंगाई 99 महीने के निचले स्तर 1.5% पर आ गई। खाने-पीने की चीजों में उम्मीद से ज्यादा गिरावट रही, जो घटकर 1.4% (81 महीने का सबसे कम स्तर) पर पहुंच गई। हालांकि सोना-चांदी की कीमतें बढ़ने से मिसलेनियस कैटेगरी में महंगाई 5.35% तक चढ़ गई।"
यह साल 2025 में दूसरा मौका है जब उपभोक्ता मूल्य वृद्धि दर 2% से नीचे रही है। अगस्त में भी महंगाई 8 साल के निचले स्तर 1.61% तक गिरी थी, जिसकी वजह खाद्य पदार्थों और ईंधन की कीमतों में गिरावट थी।
सब्जियां और दालें हुईं सस्ती
सितंबर में खाने-पीने की चीजों (Food Basket) में भारी गिरावट (food prices decline) दर्ज की गई। यह -2.28% पर रही, जो जून 2017 के बाद सबसे कम स्तर है। सब्जियों में -21.4% और दालों में -15.3% की गिरावट रही। यह लगातार आठवां महीना है जब इन दोनों में डीफ्लेशन यानी नकारात्मक महंगाई दर्ज हुई।
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सोना-चांदी के दाम अब तक के हाई लेवल पर
दूसरी और सोना-चांदी की महंगाई 19.4% तक पहुंच गई, जो अब तक की सबसे ऊंची दर है। अक्टूबर में सोने और चांदी के दाम नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं।
जीएसटी में कटौती से और राहत की उम्मीद
ताजा आंकड़ों से संकेत मिलते हैं कि आने वाले महीनों में भी कीमतों का दबाव कम रहेगा। हाल ही में की गई GST रेट रेशनलाइजेशन यानी टैक्स स्लैब में बदलाव से कई चीजों के दाम घटने की उम्मीद है। जीएसटी कटौती का असर महंगाई की 14% बास्केट पर पड़ेगा।
RBI ने घटाया महंगाई का अनुमान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI policy outlook) ने भी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई का अनुमान घटाकर 2.6% कर दिया है, जो पहले 3.1% था। RBI ने कहा कि बेहतर सप्लाई और घटती लागत से कीमतें और स्थिर रहेंगी। एमके ग्लोबल की चीफ इकोनॉमिस्ट माधवी अरोरा ने कहा कि,
"सितंबर के आंकड़े उम्मीद के अनुरूप हैं। हमें लगता है कि RBI का अनुमान 0.30-0.40% और नीचे जा सकता है।"
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा,
"हालिया GST कटौती से सीपीआई बास्केट में कई चीजों के दाम घटेंगे। अगस्त की तुलना में अब महंगाई का असर और नरम रहेगा।"
आखिरी बार दर कटौती की उम्मीद
महंगाई जब RBI के 4% लक्ष्य से काफी नीचे है, तो अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अब फोकस आर्थिक विकास बढ़ाने पर रहेगा। दिसंबर की बैठक में RBI से 25 बेसिस प्वाइंट की एक और रेट कट की उम्मीद है। अदिति नायर ने कहा,
"FY2026 में CPI महंगाई औसतन 2.6% रहने का अनुमान है। जीएसटी कट और सस्ती खाद्य वस्तुओं की वजह से दबाव कम रहेगा। दिसंबर में RBI से अंतिम 25bps रेट कट संभव है।"
SOURCE- PIB
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