Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SIP या Lumpsum, Mutual Fund में निवेश के लिए क्या है सही? आपको क्या चुनना चाहिए

    Mutual Fund SIP vs Lump Sum म्यूचुअल फंड अपने बेहतरीन रिटर्न के चलते निवेशकों के बीच काफी पॉपुलर है। इसमें आप कई तरीकों से निवेश कर सकते हैं। आज हम जानेंगे कि म्यूचुअल फंड में निवेश के दो विकल्प एसआईपी और लमसम क्या है। आपके लिए कौन-सा बेहतर है। इसके साथ ही आपको कौन-सा विकल्प चुनना चाहिए।

    By Mansi Bhandari Edited By: Mansi Bhandari Updated: Fri, 04 Jul 2025 03:41 PM (IST)
    Hero Image
    Mutual Fund SIP vs Lump Sum जानें आपके लिए कौन सा विकल्प है बेहतर?

     नई दिल्ली। आज लोग बढ़-चढ़कर अपने पोर्टफोलियो में म्यूचुअल फंड को भी शामिल कर रहे हैं। इसमें न्यूनतम अनुमानित 12 से 14 फीसदी रिटर्न मिलता है। म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए दो विकल्प काफी मशहूर है। इनमें लमसम और एसआईपी (Mutual Fund SIP vs Lump Sum) दोनों शामिल हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पहले इन दोनों के बारे में जानते हैं। फिर जानेंगे कि आपके लिए कौन-सा बेहतर विकल्प रहेगा।

    Mutual Fund Lump Sum क्या है?

    लमसम का अर्थ हुआ इकट्ठा या एकमुश्त। किसी भी म्यूचुअल फंड में आप एकमुश्त पैसा निवेश कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक बड़ा अमाउंट चाहिए होता है। ये एक तरह से शेयर खरीदने जैसा है। एक बार निवेश करने के बाद अगर आप दोबारा उसी फंड में निवेश करना चाहते हो, तो कर सकते हैं। इसमें कोई समय सीमा नहीं होती।

    Mutual Fund SIP क्या है?

    एसआईपी (Systematic Investment Plan) म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे आसान तरीका है। एसआईपी से आज हर कोई वाकिफ है। एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए आप किस्तों में पैसे म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।

    आज आप महज 100 रुपये के साथ भी एसआईपी शुरू कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड के अलावा आप ईटीएफ और शेयर भी एसआईपी यानी किस्त में पर्चेज कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड एसआईपी में आपको कई तरह की सुविधा मिलती है। जैसे Step-up के जरिए एक निर्धारित समय में निश्चित अमाउंट की बढ़ोतरी करना। इसके साथ ही आर्थिक संकट पड़ने पर आप ये एसआईपी बंद भी कर सकते हैं।

    आप इक्विटी, डेट और हाइब्रिड किसी भी फंड में एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं। इसके साथ ही आप निवेश अमाउंट को अपनी सैलरी के अनुसार तय कर सकते हैं।

    आपके लिए क्या बेहतर है?

    अगर किसी व्यक्ति को शेयर बाजार के बारे में अच्छी समझ है। इसके साथ ही वे मोटा फंड निवेश करना चाहता है, तो म्यूचुअल फंड लमसम का ऑप्शन चुन सकता है। अब सवाल ये आता है कि फिर किसी शेयर को खरीदना और म्यूचुअल फंड लमसम में क्या अंतर हुआ।

    म्यूचुअल फंड के अंतर्गत आप शेयर की तरह एकमुश्त पैसा दे रहे हैं, लेकिन इसमें आप एक शेयर पर नहीं, बल्कि अलग-अलग Asset class में निवेश कर रहे हैं। एसेट क्लास के अंतर्गत इक्विटी, बॉन्ड, डेट, रियल एस्टेट इत्यादि शामिल हैं।

    लेकिन अगर आप ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते और न ही शेयर बाजार के बारे में जानकारी है, तो एसआईपी का ऑप्शन चुन सकते हैं।

    यह भी पढ़ें:-Tata का ये म्यूचुअल फंड है धमाका, तीन महीने में 43% का रिटर्न देकर बना टॉप परफॉर्मर, देखें डिटेल्स