जेम पोर्टल पर SMEs को 10 मिनट में 10 लाख रुपए का लोन, तीन अक्टूबर से लांच होगी स्कीम
जेम के सीईओ पी.के. सिंह ने बताया कि जेम सहाय एप पर एसएमई को पहले से लोन देने का काम किया जा रहा है। अब जेम सहाय ओसीएएन की तरह काम करेगा जहां एसएमई को सिर्फ उनके आर्डर के आधार उन्हें लोन दे दिया जाएगा। इस नेटवर्क पर जेम पोर्टल पर पंजीकृत एसएमई के कारोबार से लेकर उनकी बिक्री तक की जानकारी होगी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। ओपन क्रेडिट इनएबलमेंट नेटवर्क (ओसीईएन) की मदद से स्माल व माइक्रो इंटरप्राइजेज (एसएमई) अब एक माह से लेकर तीन माह तक के लिए भी लोन ले सकेंगे। अभी छोटे उद्यमियों को कोई भी बैंक एक या तीन माह के लिए लोन नहीं देता है। सरकार द्वारा संचालित गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जेम) आगामी तीन अक्टूबर से ओसीईएन की मदद से अपने प्लेटफार्म पर एसएमई को इस प्रकार के लोन की सुविधा मुहैया कराएगा।
क्या कहा जेम के सीईओ ने ?
जेम के सीईओ पी.के. सिंह ने बताया कि जेम सहाय एप पर एसएमई को पहले से लोन देने का काम किया जा रहा है। अब जेम सहाय ओसीएएन की तरह काम करेगा जहां एसएमई को सिर्फ उनके आर्डर के आधार उन्हें लोन दे दिया जाएगा। इस नेटवर्क पर जेम पोर्टल पर पंजीकृत एसएमई के कारोबार से लेकर उनकी बिक्री तक की जानकारी होगी। उन्होंने बताया कि एसएमई अपने आर्डर राशि का 50 प्रतिशत तक लोन ले सकेंगे। फिलहाल इस प्रकार के लोन की अधिकतम सीमा 10 लाख रुपए होगी और सिर्फ 10 मिनट में एसएमई के खाते में लोन क्रेडिट हो जाएगा।
इस लोन की ब्याज दर 10 प्रतिशत तक होगी: पी.के. सिंह
पी.के. सिंह ने बताया कि उम्मीद है कि इस लोन की ब्याज दर 10 प्रतिशत तक होगी। ओसीईएन के तहत काम करने वाले जेम सहाय पोर्टल पर अभी 11 बैंक एसएमई को लोन देने के लिए राजी हो गए हैं। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती जाएगी। पैसे के अभाव में एसएमई अभी पुराने आर्डर की पूर्ति के बाद ही नए आर्डर लेते हैं। क्योंकि उनके पास नए आर्डर को पूरा करने के लिए राशि नहीं होती है।
हर महीने जुड़ रहे हैं 50,000 नए विक्रेता
ओसीईएन सुविधा के बहाल होने पर एसएमई को इस प्रकार की दिक्कत नहीं रहेगी। अभी जेम पोर्टल पर 67 लाख से अधिक विक्रेता है और इनमें से लगभग 8.5 लाख विक्रेता एसएमई है। ये सभी एसएमई तीन अक्टूबर से लांच होने वाली लोन सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। जेम प्लेटफार्म से हर महीने 50,000 नए विक्रेता जुड़ रहे हैं।
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आम ग्राहक इस पोर्टल पर खरीदारी नहीं कर सकता है: सिंह
सिंह ने बताया कि आगामी तीन अक्टूबर से देश के सभी 2.5 लाख पंचायत भी जेम पोर्टल से बतौर क्रेता के रूप में जुड़ जाएंगे। 'जेम पोर्टल पर चीन की इंट्री नहीं' जेम के सीईओ पी.के. सिंह ने बताया कि जेम पोर्टल पर चीन की कंपनियां अपना सामान नहीं बेच सकती है।
कई चीन की कंपनियां जेम के माध्यम से अपने सामान की बिक्री की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें चिन्हित करके उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया। लेकिन सरकार के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग से मान्यता प्राप्त चीन की कंपनियां जेम पोर्टल पर अपना सामान बेच सकती है। जेम बिजनेस टू बिजनेस (बीटूबी) पोर्टल है। आम ग्राहक इस पोर्टल पर खरीदारी नहीं कर सकता है।
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