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    भारत की धरती से इस कीमती चीज को निकालेगा जापान, चीन को लगा जोर का धक्का; हिंदुस्तान की तरक्की का रास्ता पक्का!

    Updated: Wed, 06 Aug 2025 05:13 PM (IST)

    Rare Earth Elements में चीन का दबदबा है। उसने अप्रैल में कई दुर्लभ खनिजों पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्रतिबंध की वजह से ऑटो इंडस्ट्री के प्रोडक्शन में कमी आई थी। हालांकि धीरे-धीरे करके भारत ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है। भारत सरकार ने रेयर अर्थ एलिमेंट्स के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं शुरू की है।

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    भारत की धरती से कीमती चीज निकालेगा जापान

    नई दिल्ली। बेन कैपिटल समर्थित जापानी कंपनी प्रोटेरियल लिमिटेड ऐसे समय में भारत में रेयर अर्थ मैग्नेट बनाने पर विचार कर रही है, जब देश ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों में आवश्यक इन महत्वपूर्ण घटकों के निर्यात पर चीन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से जूझ रहा है। जापानी कंपनी के इस विचार से चीन को बड़ा झटका लगा है। भारत सरकार देश में रेयर अर्थ एलिमेंट्स की माइनिंग और रिफाइनिंग के लिए प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों को भी सब्सिडी दे रही है।

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    मिंट की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले से अवगत दो लोगों के अनुसार, जापानी कंपनी अपने नियोमैक्स ब्रांड के तहत देश में अपने प्रमुख नियोडिमियम फेराइट बोरॉन (एनडीएफईबी) स्थायी मैग्नेट का निर्माण करना चाहती है, जबकि भारत में कई कंपनियां पहले से ही वैकल्पिक आपूर्ति श्रृंखलाओं की तलाश कर रही हैं।

    भारत में प्लांट स्थापित करना चाहती है कंपनी

    इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, "कंपनी भारत में एक ऐसे संयंत्र की तलाश कर रही है जहाँ वह मैग्नेट बना सके। रेयर अर्थ ऑक्साइड भारत और बाहर से प्राप्त किए जा सकते हैं।"

    इस समय कंपनी के जापान और चीन में रेयर अर्थ एलिमेंट्स के दो प्लांट हैं। इनमें मुख्य रूप से दुर्लभ मृदा चुम्बकों (Rare Earth Magnets) का प्रोडक्शन होता है। इस कंपनी के चीनी संयंत्र 2,000 टन से अधिक स्थायी चुम्बकों का उत्पादन करता है।

    यह भी पढ़ें- Explainer: भारत के पास रेयर अर्थ एलिमेंट्स का तीसरा बड़ा भंडार, फिर क्यों हम चीन पर निर्भर? समझिए असली बात

    31 मार्च 2025 को खत्म हुए पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 5.2 बिलियन डॉलर का रेवेन्यू जेनरेट किया था।

    नियोडिमियम जैसे रेयर अर्थ एलिमेंट्स का अधिकांश प्रोसेसिंग चीन में होती है। भारत में भी नियोडिमियम का भंडार है, जिसे वह वर्तमान में जापान को हल्के रेयर अर्थ एलिमेंट्स के प्रसंस्करण के लिए निर्यात करता है, नियोडिमियम का व्यय अधिक विविध है, अमेरिका और म्यांमार के पास भी कुछ भंडार है।

    भारत ने बढ़ाई रेयर अर्थ एलिमेंट्स के प्रोडक्शन की गति

    भारत ने रेयर अर्थ एलिमेंट्स के प्रोडक्शन और माइनिंग को और तेज कर दिया है। मोटर में लगने वाले लाइट रेयर अर्थ मैग्नेट, जिसका इस्तेमाल गाड़ियों में भी होता है पर भी काम किया जा रहा है। इस मोटर को बनाने वाली भारत की सोना कॉमस्टार ने सोमवार को कहा कि उसने लाइट रेयर अर्थ मैग्नेट का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। अप्रैल से पहले जितना प्रोडक्शन होता था उतना ही होने लगा है। बीच में क्राइसिस आया था।

    अब इन सभी दृश्यों को देखते हुए जापानी कंपनी प्रोटेरियल  भारतीय माइनिंग कंपनियों जैसे हिंदुस्तान जिंक, गुजरात मिनिरल्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड से बातचीत कर रही है।

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