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    औद्योगिक उत्पादन में अक्टूबर में आई जोरदार गिरावट, बिजली और खनन क्षेत्रों का गिरा परफॉर्मेंस; क्या रही वजह?

    Updated: Mon, 01 Dec 2025 04:25 PM (IST)

    अक्टूबर में भारत के औद्योगिक उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले गिरावट आई है, जिसका मुख्य कारण बिजली और खनन क्षेत्रों में कमी रही। सांख्यिकी मंत्रालय के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) 0.4% रहा, जबकि सितंबर में यह 4% था। त्योहारों के कारण कार्य दिवस कम होने और आरामदायक तापमान के चलते बिजली की मांग घटने से उत्पादन प्रभावित हुआ।

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    Indias Industrial Production

    नई दिल्ली। भारत के औद्योगिक उत्पादन में अक्टूबर महीने में पिछले वर्ष की तुलना में तेज गिरावट देखने को मिली हैयह कमी बिजली उत्पादन और खनन में गिरावट के कारण आई है। स्टैटिस्टिक्स मिनिस्ट्री के सोमवार को जारी डेटा के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) 0.4% रहा। सितंबर में आईआईपी में 4% की बढ़ोतरी हुई थी।

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    मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस महीने में धीमी वृद्धि का कारण दशहरा, दीपावली और छठ सहित कई त्यौहारों के कारण कार्य दिवसों की कम संख्या हो सकती है।

     

    विनिर्माण क्षेत्र में सुधार जारी, खनन और बिजली क्षेत्र में सुस्ती

    अक्टूबर में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 1.8% रही, जबकि खनन और बिजली उत्पादन में क्रमशः 1.8% और 6.9% की गिरावट आई।बयान में कहा गया है कि अक्टूबर में कम मांग और इससे हुए बिजली उत्पादन में गिरावट का कारण कई राज्यों में विस्तारित वर्षा ऋतु और आरामदायक परिवेशीय तापमान था।अक्टूबर 2025 के महीने के लिए खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्रों के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक क्रमशः 126.2, 151.1 और 193.4 पर हैं।

    अक्टूबर 2025 के IIP डेटा की 10 बड़ी बातें

    1. अक्टूबर 2025 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) की वृद्धि दर केवल 0.4% रही, जो सितंबर 2025 के 4.0% से काफी कम है। इसका मुख्य कारण दशहरा, दीपावली और छठ जैसे त्योहारों के चलते कम कामकाजी दिन रहे।

    2. तीन प्रमुख सेक्टरों में माइनिंग (-1.8%), मैन्युफैक्चरिंग (+1.8%) और इलेक्ट्रिसिटी (-6.9%) की वृद्धि दर्ज की गई। बिजली उत्पादन में भारी गिरावट का कारण लंबे समय तक चली बारिश और ज्यादातर राज्यों में ठंडक भरा मौसम रहा, जिससे बिजली की मांग घटी।

    3. अक्टूबर 2025 का IIP इंडेक्स 150.9 रहा, जबकि अक्टूबर 2024 में यह 150.3 था। यानी साल-दर-साल मामूली बढ़ोतरी।

    4. मैन्युफैक्चरिंग के 23 उद्योग समूहों में से केवल 9 ने ही अक्टूबर 2025 में सकारात्मक वृद्धि दिखाई।

    5. सबसे ज्यादा योगदान देने वाले तीन सेक्टर: बेसिक मेटल्स (6.6%). कोक और पेटेड पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स (6.2%), मोटर व्हीकल्स, ट्रेलर्स (5.8%)

    6. बेसिक मेटल्स में HR कॉइल्स, अलॉय स्टील फ्लैट प्रोडक्ट्स और MS स्लैब्स ने सबसे ज्यादा ग्रोथ दी।

    7. पेट्रोलियम सेक्टर में डीजल, पेट्रोल और हार्ड कोक ने प्रमुख योगदान दिया।

    8. ऑटो सेक्टर में पैसेंजर कार्स, कमर्शियल व्हीकल्स और ऑटो कंपोनेंट्स ने अच्छी वृद्धि दिखाई।

    9. यूज-बेस्ड क्लासिफिकेशन में सबसे शानदार प्रदर्शन इन्फ्रास्ट्रक्चर/कंस्ट्रक्शन गुड्स का रहा – 7.1% की मजबूत वृद्धि।

    10. इसके बाद इंटरमीडिएट गुड्स (0.9%) और कैपिटल गुड्स (2.4%)।

     

    अगला आईआईपीडेटा 29 दिसंबर को

    औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) का त्वरित अनुमान हर महीने की 28 तारीख को जारी किया जाता है। नवंबर में, इसे 1 दिसंबर तक के लिए टाल दिया गया था क्योंकि यह दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़ों के जारी होने से टकरा रहा था। नवंबर के लिए अगला आईआईपीडेटा सोमवार, 29 दिसंबर 2025 को जारी किया जाएगा। यह सूचकांक स्रोत एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग करके संकलित किया जाता है, जो उत्पादक कारखानों और प्रतिष्ठानों से आंकड़े एकत्र करते हैं।

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