क्रूड 80 डॉलर से नीचे रहा तो कम होंगे पेट्रोल के दाम, 6 अप्रैल 2022 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में नहीं हुआ है कोई बदलाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे स्थिर होने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियां दैनिक आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करना शुरू कर देंगी। आईओसी एचपीसीएल बीपीसीएल ये तीनों कंपनियां मिलकर लगभग 90 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रखती हैं। इन कंपनियों ने 6 अप्रैल से तेल की कीमतों को स्थिर रखा है।
पीटीआई, नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दैनिक आधार पर संशोधन तभी शुरू करेंगी, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे स्थिर हो जाएंगी।
20 महीने से तेल की कीमत स्थिर
तीनों सरकारी तेल कंपनियों- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने लगातार 20वें महीने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को स्थिर रखा है। इन तीनों कंपनियों के पास संयुक्त रूप से लगभग 90 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है।
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते इन कंपनियों को भारी नुकसान हुआ था। हालांकि इससे पहले कीमतों में नरमी के चलते इन कंपनियों ने मुनाफा भी कमाया था। एक अधिकारी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में काफी अस्थिरता है और कीमतों में बेतहाशा उतार-चढ़ाव हो रहा है। उन्होंने कहा,
तेल कंपनियां इस समय कीमतों में एक रुपये प्रति लीटर की कटौती कर सकती हैं और ऐसा करने पर हर कोई तारीफ करेगा। लेकिन, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल कीमतें बढ़ेंगीं, तो क्या उन्हें दरें बढ़ाने की अनुमति मिलेगी।
एक अन्य अधिकारी ने कहा,
किसी दिन डीजल पर मुनाफा होता है, लेकिन किसी दिन नुकसान। कोई तय रुझान नहीं है। तेल विपणन कंपनियां कीमतों में दैनिक आधार पर संशोधन तभी शुरू करेंगी, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे स्थिर हो जाएंगी।
पिछले साल छह अप्रैल से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।