40 डॉलर के जुर्माने से आया बिजनेस आइडिया, DVD रेंटल से शुरुआत; आज अंबानी की रिलायंस से दोगुनी बड़ी कंपनी, आपभी ग्राहक?
Netflix Success Story: नेटफ्लिक्स की शुरुआत एक मामूली गलती और जुर्माने से हुई। कभी डीवीडी किराए पर देने वाली कंपनी आज 399 बिलियन डॉलर के मार्केट कैप त ...और पढ़ें
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40 डॉलर के जुर्माने से आया बिजनेस आइडिया, DVD रेंटल से शुरुआत; आज अंबानी की रिलायंस से दोगुनी बड़ी कंपनी, आपभी ग्राहक?
Netflix Success Story: अगर आज आप मोबाइल या टीवी पर नेटफ्लिक्स (Netflix) ओपन करते हैं तो शायद ही सोचते होंगे कि इस ग्लोबल OTT दिग्गज की शुरुआत एक छोटी सी गलती और एक भारी जुर्माने से हुई थी। आज नेटफ्लिक्स जिस मुकाम पर है, वहां पहुंचने की इसकी कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। क्योंकि कभी डीवीडी किराए (DVD Rental Service) से देने वाली नेटफ्लिक्स आज 399 बिलियन डॉलर (करीब 36.28 लाख करोड़ रुपए) के मार्केट कैप वाली कंपनी बन चुकी है और भारत समेत दुनिया के 190 देशों में कारोबार करती है। मार्केट कैप के हिसाब से नेटफ्लिक्स दुनिया की 25वीं सबसे बड़ी कंपनी है।
40 डॉलर लेट फीस से आया था आइडिया
साल 1997 की बात है। अमेरिका में रहने वाले रीड हेस्टिंग्स ने एक वीडियो कैसेट किराए पर ली, लेकिन उसे समय पर वापस नहीं कर पाए। नतीजा- करीब 40 डॉलर का लेट फीस जुर्माना ($40 late fee Netflix idea)। यही जुर्माना उनके दिमाग में एक बड़ा सवाल छोड़ गया। क्या एंटरटेनमेंट ऐसा नहीं हो सकता, जिसमें देरी होने पर लेट फीस न देना पड़े?
और इसी सवाल से जन्मा नेटफ्लिक्स का आइडिया। जिसके बाद रीड हेस्टिंग्स (Reed Hastings) ने मार्क रैंडॉल्फ (Marc Randolph) के साथ मिलकर नेटफ्लिक्स की नींव रखी। रीड हेस्टिंग्स को मुख्य फाउंडर और विजनरी माना जाता है, जबकि मार्क रैंडॉल्फ पहले CEO थे।
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डाक के जरिए DVD भेजती थी कंपनी
शुरुआत में नेटफ्लिक्स कोई ओटीटी प्लेटफॉर्म (Netflix OTT Plateform) नहीं था। यह एक DVD रेंटल कंपनी थी, जो डाक के जरिए लोगों के घर DVD भेजती थी। ग्राहक ऑनलाइन ऑर्डर करते, DVD घर पहुंचती, देखी जाती और वापस भेज दी जाती। खास बात यह थी कि इसमें कोई लेट फीस नहीं थी। साल 1999 में Netflix ने सब्सक्रिप्शन मॉडल शुरू किया- एक तय फीस, जितनी चाहें उतनी फिल्में। उस समय यह सोच ही लोगों को चौंका देने वाली थी।
जब ब्लॉकबस्टर ने उड़ाया था मज़ाक
साल 2000 में नेटफ्लिक्स ने खुद को उस दौर की दिग्गज वीडियो रेंटल कंपनी ब्लॉकबस्टर (Netflix vs Blockbuster) को बेचने की पेशकश की। कीमत रखी गई- 50 मिलियन डॉलर। ब्लॉकबस्टर ने इसे हल्के में लिया और डील ठुकरा दी। साथ ही नेटफ्लिक्स फाउंडर का जमकर मजाक भी उड़ाया। फिर यही फैसला आगे चलकर ब्लॉकबस्टर के लिए सबसे बड़ी गलती साबित हुआ, जबकि नेटफ्लिक्स ने इतिहास रच दिया।
DVD छोड़ शुरू की ऑनलाइन स्ट्रीमिंग
2007 में नेटफ्लिक्स (Netflix) ने एक और बड़ा जोखिम उठाया। कंपनी ने DVD बिजनेस से आगे बढ़कर ऑनलाइन स्ट्रीमिंग (Netflix streaming beginnings) शुरू की। उस वक्त इंटरनेट इतना तेज नहीं था, फिर भी नेटफ्लिक्स ने भविष्य को पहचान लिया। यही फैसला इसकी असली ग्रोथ की नींव बना।
2013 में लॉन्च किया पहला शो
फिर आया साल 2013, जब नेटफ्लिक्स ने गेम पूरी तरह बदल दिया। कंपनी ने पहला ओरिजिनल शो हाउस ऑफ कार्ड्स (House of Cards) लॉन्च किया। इसके बाद Stranger Things, Money Heist और Squid Game जैसे शोज़ ने Netflix को सिर्फ प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि कंटेंट क्रिएटर बना दिया। आज नेटफ्लिक्स 190 से ज्यादा देशों में मौजूद है और इसके 30 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। ताजा आंकड़ों की माने तो नेटफ्लिक्स में 14000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।
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भारत में कब हुई नेटफ्लिक्स की एंट्री?
नेटफ्लिक्स ने साल 2016 में भारत में एंट्री ( Netflix India entry) की। शुरुआत में सब्सक्रिप्शन महंगा माना गया, लेकिन धीरे-धीरे कंपनी ने भारतीय दर्शकों के लिए लोकल कंटेंट पर फोकस बढ़ाया। सेक्रेड गेम्स (Sacred Games), देल्ही क्राइम (Delhi Crime), कोटा फैक्ट्री (Kota Factory) जैसे शोज ने भारत में नेटफ्लिक्स की पकड़ मजबूत की। भारत में आज नेटफ्लिक्स के करीब 1.30 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं।
वार्नर ब्रदर्स का बिजनेस खरीदने की चर्चा
पिछले कुछ दिनों से नेटफ्लिक्स एक बार फिर चर्चा में है। वजह- वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी के स्टूडियो और स्ट्रीमिंग (Netflix Warner Bros acquisition 2025) बिजनेस को खरीदने की डील। नकद और शेयर आधारित इस सौदे का कुल मूल्य 82.7 अरब डॉलर (करीब 7,44,095 करोड़ रुपए) आंका गया है। इसमें कर्ज भी शामिल है। वार्नर ब्रदर्स डिस्करी अपनी केबल यूनिट को अलग रखेगी।
इसका मतलब यह हुआ कि सीएनएन, टीएनटी और डिस्कवरी जैसे चैनलों को नियंत्रित करने वाली एक अलग कंपनी होगी। नेटफ्लिक्स पहले से ही दुनिया की सबसे बड़ी पेड स्ट्रीमिंग सर्विस है, जिसके 30 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। यानी संक्षेप में कहें तो एक लेट फीस से शुरू हुआ आइडिया आज दुनिया का एंटरटेनमेंट देखने का तरीका बदल चुका है। यही नेटफ्लिक्स की असली सक्सेस स्टोरी है।

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