महंगे तेल से 2024 में प्रभावित हो सकता है वैश्विक विकास, यहां जानें जरूरी डिटेल
कच्चे तेल के मूल्य में तेजी के चलते 2024 में वैश्विक आर्थिक विकास प्रभावित हो सकता है। रेटिंग एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है। यदि आपूर्ति संबंधी प्रतिबंधों के चलते 2024 और 2025 में कच्चे तेल का औसत मूल्य क्रमश 75 डालर प्रति बैरल और 70 डालर प्रति बैरल रहेगा। इसके अलावा 024 में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि में 0.4 प्रतिशत की कमी आ सकती है।
एएनआई, नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी फिच रेटिग्स ने चेताया है कि कच्चे तेल के मूल्य में तेजी के चलते 2024 में वैश्विक आर्थिक विकास प्रभावित हो सकता है। साथ ही इससे महंगाई में बढ़ोतरी होगी। रेटिंग एजेंसी का मानना है कि पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्ष के चलते आपूर्ति बाधित हो सकती है, जिससे कच्चे तेल के मूल्य में उम्मीद से ज्यादा तेजी आ सकती है।
रेटिंग एजेंसी ने दी सलाह
रेटिंग एजेंसी ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य (जीईओ) में कहा है कि यदि आपूर्ति संबंधी प्रतिबंधों के चलते 2024 में कच्चे तेल का मूल्य 120 डालर प्रति बैरल और 2025 में 100 डालर प्रति बैरल तक पहुंचता है तो इन दोनों वर्षों में कच्चे तेल का औसत मूल्य क्रमश: 75 डालर प्रति बैरल और 70 डालर प्रति बैरल रहेगा।
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आक्सफोर्ड इकोनमिक्स ग्लोबल इकोनमिक माडल का उपयोग करते हुए जीईओ में कहा गया है कि 2024 में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि में 0.4 प्रतिशत की कमी, जबकि 2025 में 0.1 प्रतिशत की कमी आ सकती है।
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