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    वैश्विक विकास की वर्तमान गति काफी धीमी : सीतारमण

    देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कोरोना महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों में उलझा हुआ है जिससे वैश्विक विकास प्रभावित हो रहा है। सोमवार को सतत व मजबूत विकास को लेकर वित्त व वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित एक सेमिनार में सीतारमण ने कहा कि वैश्विक विकास की वर्तमान गति काफी धीमी है।

    By Rammohan MishraEdited By: Rammohan MishraUpdated: Mon, 06 Nov 2023 09:00 PM (IST)
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    वैश्विक अर्थव्यवस्था की रिकवरी तो हो रही है, लेकिन यह धीमी और असमान है।

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कोरोना महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों में उलझा हुआ है जिससे वैश्विक विकास प्रभावित हो रहा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था की रिकवरी तो हो रही है, लेकिन यह धीमी और असमान है।

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    3.8 प्रतिशत की औसत विकास दर

    सोमवार को सतत व मजबूत विकास को लेकर वित्त व वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित एक सेमिनार में सीतारमण ने कहा कि वैश्विक विकास की वर्तमान गति काफी धीमी है जो पिछले दो दशक की 3.8 प्रतिशत की औसत विकास दर से भी कम है।

    आने वाले समय में विकास दर कमजोर होता ही दिख रहा है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि सतत, मजबूत व समावेशी विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में वैश्विक व घरेलू दोनों ही स्तर पर नीतिगत सहयोग काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

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    जी-20 से मिलेगा लाभ

    उन्होने कहा कि ये सब इसे ध्यान में रखते हुए ही जी-20 की नई दिल्ली घोषणा पत्र में वैश्विक स्तर पर वित्तीय स्थिरता लाने और समान विकास के लिए तैयार किए गए नीति को तत्काल लागू करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी-20 गरीब व विकासशील देशों में टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ाकर उनके विकास पर ध्यान दे रहा है।

    जी-20 की अध्यक्षता में दुनिया की अधिकतर आबादी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक स्पष्ट नीति बनाई गई है। क्योंकि गरीब व विकासशील देशों की आवाज अक्सर इस प्रकार के बहुराष्ट्रीय फोरम पर दब जाती है। हालांकि, अब भी इस दिशा में काफी काम किया जाना है।

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