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    गजब के रिटर्न का वादा कर पलटा, दे दिया 1500 करोड़ का झटका! इस ब्रोकिंग कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार

    Updated: Tue, 08 Jul 2025 10:28 PM (IST)

    LFS Broking scam सेबी LFS ब्रोकिंग कंपनी का रजिस्ट्रेशन पहले ही रद्द कर चुकी है। साथ ही कंपनी के डायरेक्टर को भी 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर चुकी है। सेबी ने पाया कि फर्म ने फर्जी ट्रेडिंग ऐप और गैरकानूनी गतिविधियों के जरिए निवेशकों को ठगा। जांच में कोलकाता की इस ब्रोकिंग फर्म के डायरेक्टर की संलिप्तता सामने आई जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।

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    SEBI इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन पहले ही रद्द कर चुकी है।

    नई दिल्ली| LFS Broking scam : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एलएफएस ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सैयद जियाजुर रहमान को गिरफ्तार किया है। उन पर निवेशकों से 1500 करोड़ रुपए की ठगी करने का आरोप है। ईडी के मुताबिक, कंपनी ने लोगों को हर महीने 2-3% रिटर्न देने का झांसा देकर निवेश करवाया, लेकिन वादा निभाया नहीं गया। 

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    22 मई को की थी छापेमारी

    जियाजुर इस योजना का मुख्य मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इससे पहले कंपनी के दो अन्य अधिकारियों- मोहम्मद अनारुल इस्लाम और दिलीप कुमार मैती को भी इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने बताया कि कंपनी और इसके निदेशकों के ठिकानों पर 22 मई को छापेमारी की गई थी, जिसमें कई अहम दस्तावेज और सबूत मिले।

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    कंपनी के बैंक खातों को फ्रीज किया

    जांच के बाद कई बैंक खातों को फ्रीज किया गया और कुछ चल-अचल संपत्तियों की पहचान की गई है। जियाजुर को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 जुलाई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। यह मामला उन लोगों के लिए चेतावनी है, जो गैर-लाइसेंसी स्कीम्स और ज्यादा रिटर्न के लालच में निवेश करते हैं। ईडी अब इस घोटाले से जुड़े बाकी लोगों की भी जांच कर रही है।

    SEBI रद्द कर चुकी रजिस्ट्रेशन

    इससे पहले सेबी ने LFS ब्रोकिंग कंपनी का रजिस्ट्रेशन रद्द कर चुकी है। साथ ही कंपनी के डायरेक्टर को भी पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। यह कार्रवाई निवेशकों को गुमराह करने और धोखाधड़ी वाले वादों के कारण की गई थी। सेबी ने पाया कि फर्म ने फर्जी ट्रेडिंग ऐप और गैरकानूनी गतिविधियों के जरिए निवेशकों को ठगा। जांच में कोलकाता की इस ब्रोकिंग फर्म के डायरेक्टर की संलिप्तता सामने आई, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।

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