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    इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड में होता है ये अंतर, कहां-कहां से होती है कमाई, जानें आपके लिए क्या है बेहतर?

    Equity Debt Hybrid Funds Comparison इक्विटी डेट और हाइब्रिड फंड में अंतर होता है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेशकों की रकम सीधे कंपनी के शेयरों में निवेश की जाती है। डेट म्यूचुअल फंड में सरकारी और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश होता है। जबकि हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में इक्विटी और डेट दोनों में निवेश होता है।

    By Ankit Katiyar Edited By: Ankit Katiyar Updated: Thu, 03 Jul 2025 05:20 PM (IST)
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    म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से पहले तीन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।

    नई दिल्ली| जब आप निवेश की बात करते हैं तो आमतौर पर एक्सपर्ट्स आपको म्यूचुअल फंड की सलाह देते हैं। क्योंकि, निवेश के लिए म्यूचुअल फंड बेहतरीन ऑप्शन है। लेकिन म्यूचुअल फंड में भी निवेश के 3 ऑप्शन हैं। पहला- इक्विटी फंड, दूसरा- डेट और तीसरा हाइब्रिड फंड। ये निवेश के वो ऑप्शन होते हैं, जहां आपको चूस करना होता है कि आप अपना पैसा कहां इन्वेस्ट करना चाहते हैं। लेकिन इससे पहले आपको तीन बातों का ध्यान रखना होता है। पहला- रिटर्न, दूसरा- रिस्क और तीसरा- टाइम।

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    इन तीन बातों का ध्यान रखना जरूरी!

    1. रिटर्न यानी कितना मुनाफा हो सकता है। मुनाफा आमतौर पर % में कैलकुलेट करते हैं। महंगाई दर 6% है तो रिटर्न कम से कम इससे तो ज्यादा होना चाहिए। अगर महंगाई दर से ज्यादा रिटर्न नहीं मिल रहा तो इन्वेस्ट करने का कोई मतलब नहीं है।

    2. रिस्क यानी कितने चांसेज है कि आप इन्वेस्ट किए गए पैसे गवा देंगे और लॉस में चले जाएंगे।

    3. टाइम यानी कि कितने समय के लिए आप निवेश कर रहे हैं। इसलिए कहीं भी निवेश करने से पहले इक्विटी फंड, डेट और हाइब्रिड फंड के बीच अंतर समझना जरूरी है। आइए इन्हें आसान भाषा में विस्तार से समझते हैं।

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    इक्विटी म्यूचुअल फंड (स्टॉक)

    इस स्कीम में निवेशकों की रकम सीधे कंपनीज के शेयरों में निवेश की जाती है। इसमें रिटर्न शेयर की परफॉर्मेंस पर डिपेंड करती है। कम समय के लिए ये स्कीम जोखिम भरी हो सकती है। लेकिन इसे लंबे समय में इसे बेहतरीन रिटर्न देने वाला माना जाता है। जो निवेशक 10 साल तक इन्वेस्ट करने में कंफर्टेबल हैं, वो इन म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं।

    डेट म्यूचुअल फंड (बॉन्ड)

    डेट म्यूचुअल फंड निवेश के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है। डेट म्यूचुअल फंड में सरकारी और कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश किया जाता है। यानी उधार देकर जो ब्याज मिलता है, उसी से आपका रिटर्न लौटाया जाएगा। मतलब, रिटर्न फिक्स होता है। इक्विटी फंड की तुलना में ये कम रिस्की होते हैं।

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    हाइब्रिड म्यूचुअल फंड स्कीम

    इस तरह के म्यूचुअल फंड स्कीम में इक्विटी और डेट दोनों में निवेश किया जाता है। इसे बैलेंस्ड फंड भी कहते है। यहां डाइवर्सिफिकेशन है। लेकिन रिटर्न में थोड़ा रिस्क भी रहता है। इसलिए स्कीम चुनते वक्त अपनी रिस्क कैपेसिटी जरूर एनालाइज कर लें।

    इसके अलावा भी होता है फंड

    एक फंड और होता है। जिसे कहते हैं- मनी मार्केट म्यूचुअल फंड। ये एक किस्म का डेट फंड है। इसमें एएमसी आपके पैसों को शॉर्ट टर्म के लिए कंपनियों को उधार पर देती हैं। अगर आप एफडी का अल्टरनेटिव ढूंढ रहे है तो मनी मार्केट म्यूचुअल फंड ऑप्शन हो सकता है।

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)

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