एक इशारा और 'अंधेरे' में डूब जाएगा बांग्लादेश! बिजली के लिए इस भारतीय कंपनी पर निर्भर; भारत के खिलाफ जहर उगला तो खैर नहीं
Bangladesh Crisis: बांग्लादेश बिजली के लिए भारत पर बहुत अधिक निर्भर है, खासकर अदाणी पावर पर, जो प्रतिदिन लगभग 1500 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करती है। ग ...और पढ़ें
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एक इशारा और 'अंधेरे' में डूब जाएगा बांग्लादेश! बिजली के लिए इस भारतीय कंपनी पर निर्भर; भारत के खिलाफ जहर उगला तो खैर नहीं
नई दिल्ली| बांग्लादेश को भारत से पंगे लेना बहुत भारी पड़ सकता है। खासकर तब, जब बांग्लादेश की बिजली सप्लाई की सांसें भारत के हाथों में हैं। गैस की भारी कमी, कोयला प्लांट्स मेंटिनेंस की दिक्कतें और बढ़ती खपत ने बांग्लादेश को इस हालत में लाकर खड़ा कर दिया है कि भारत से आने वाली बिजली (bangladesh electricity crisis) उसके लिए लाइफलाइन बन चुकी है।
हालात ऐसे हैं कि अगर सप्लाई में हल्की भी रुकावट आई, तो देश का बड़ा हिस्सा अंधेरे में डूब सकता है। खास बात यह है कि बांग्लादेश को सबसे ज्यादा बिजली सप्लाई भारत की सिर्फ एक कंपनी से मिलती है और वो है- गौतम अदाणी (gautam adani bangladesh) की अदाणी पावर (adani power supply bangladesh), जो अकेले हर दिन करीब 1500 मेगावाट की सप्लाई (india power export bangladesh) करती है। ऐसे में भारत के खिलाफ तीखे बयान और राजनीतिक जहर बांग्लादेश को भारी पड़ सकता है।
हर 100 यूनिट पर कितनी बिजली सप्लाई कर रहा भारत?
बांग्लादेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, भारत से बिजली आयात पिछले साल के मुकाबले करीब 70% बढ़ा है। जुलाई तक के सात महीनों में यह आयात इतना बढ़ा कि बांग्लादेश की कुल बिजली आपूर्ति में भारत की हिस्सेदारी 9.5% से बढ़कर 17% हो गई। यानी एक दिन में हर 100 यूनिट बिजली में करीब 17 यूनिट बिजली की सप्लाई भारत कर रहा है।
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भारत से कितनी बिजली लेता है बांग्लादेश?
मौजूदा क्रॉस-बॉर्डर समझौतों के तहत भारत से बांग्लादेश को करीब 2,800-3,000 मेगावाट (MW) तक बिजली आयात करने की क्षमता है। हाल के महीनों में औसतन 2,200-2,300 MW प्रतिदिन बिजली भारत से ली जा रही है। यह बांग्लादेश की कुल जरूरत का करीब 15-17% बैठता है।
भारत की कौन-कौन सी कंपनियां बिजली सप्लाई करती हैं?
गौतम अदाणी की अदाणी पावर सबसे बड़ी सप्लायर है, जो झारखंड के गोड्डा कोयला प्लांट (adani power godda plant) से बिजली सप्लाई करती है।
- अदाणी पावर- 1,496 मेगावाट (MW) बिजली प्रति दिनः
- NTPC/NVVN- 740 मेगावाट (MW)
- पीटीसी इंडिया लिमिटेड (PTC India Ltd)- 250 मेगावाट (MW)
- सेंबकॉर्प एनर्जी इंडिया लिमिटेड (Sembcorp Energy India Ltd-SEIL)- 170-250 मेगावाट (MW)
बिजली के लिए सबसे ज्यादा भारत पर क्यों निर्भर है बांग्लादेश?
एक समय था, जब बांग्लादेश की करीब दो-तिहाई बिजली प्राकृतिक गैस से बनती थी। लेकिन अब गैस सप्लाई में तकनीकी दिक्कतें और प्रेशर की समस्या सामने है। बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB) के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, कई गैस आधारित प्लांट पूरी क्षमता पर चल ही नहीं पा रहे। इसी वजह से सरकार को या तो फ्यूल ऑयल पर जाना पड़ रहा है या फिर भारत से महंगी, लेकिन भरोसेमंद बिजली मंगानी पड़ रही है।
कोयला और LNG भी पूरी मदद नहीं कर पा रहे
मेंटिंनेंस के चलते कोयला आधारित बिजली उत्पादन30.1% से घटकर 26.2% रह गया है। LNG आयात में भले ही 24% की बढ़ोतरी हुई हो, लेकिन इसके बावजूद गैस से बनने वाली बिजली में 1.2% की गिरावट दर्ज की गई है। साफ है कि घरेलू संसाधन फिलहाल मांग पूरी नहीं कर पा रहे।
ऊर्जा विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में गैस आधारित उत्पादन में बड़ी वापसी मुश्किल है। ऐसे में भारत पर बिजली निर्भरता बनी रह सकती है। यही वजह है कि भारत के खिलाफ सख्त बयान या रिश्तों में खटास बांग्लादेश के लिए सीधे तौर पर बिजली संकट का खतरा बन सकती है। सरल शब्दों में कहें तो बिजली के स्विच का एक बड़ा बटन इस वक्त भारत के हाथ में है।
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SOURCE- bpdb.gov.bd

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