भारत के किन-किन सामानों पर टिका बांग्लादेश? सप्लाई रुकी तो पाकिस्तान जैसी आएगी भुखमरी! चेक करें पूरी लिस्ट
Bangladesh Dependence on India: भारत और बांग्लादेश के बीच मजबूत व्यापारिक रिश्ते हैं, लेकिन बांग्लादेश के अंदरूनी राजनीतिक हालात का असर इस व्यापार पर ...और पढ़ें
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भारत के किन-किन सामानों पर टिका बांग्लादेश? सप्लाई रुकी तो पाकिस्तान जैसी आएगी भुखमरी! चेक करें पूरी लिस्ट
नई दिल्ली| भारत और बांग्लादेश के बीच लंबे समय से मजबूत व्यापारिक रिश्ते रहे हैं। दोनों देश रोजमर्रा की कई जरूरी चीजों का लेन-देन करते हैं। लेकिन हाल के दिनों में रिश्तों में आई तल्खी और बांग्लादेश के अंदरूनी राजनीतिक हालात (Bangladesh Crisis) का सीधा असर इस व्यापार पर पड़ सकता है। खासकर उन भारतीय सामानों पर, जिन पर बांग्लादेश की आम जिंदगी टिकी है। सप्लाई रुकी तो कपड़े से लेकर खाने तक संकट खड़ा हो सकता है। ऐसे में सवाल है कि बांग्लादेश आखिर भारत से किन-किन जरूरी चीजों पर निर्भर है?
भारत की किन वस्तुओं पर टिका बांग्लादेश?
1. गेहूं- बांग्लादेश बड़े पैमाने पर भारत से गेहूं आयात करता है। यह उसकी खाद्य सुरक्षा की सबसे मजबूत कड़ी है और आम लोगों की रोज़ की जरूरत से जुड़ा है। प्रतिबंध से पहले के महीनों में भारत से जो गेहूं आयात हुआ, उसकी कीमत 734.54 मिलियन डॉलर (6,575 करोड़ रुपए) थी, जो अनुमानित रूप से लगभग 2.1 मिलियन मीट्रिक टन के बराबर है। प्रतिबंध के बाद, कुछ अपवाद के तहत कुल 1.5 लाख मीट्रिक टन (150,000 टन) निर्यात हुआ, लेकिन यह मुख्य रूप से पूर्व अनुबंधों के तहत था।
2. चावल- बासमती के अलावा कई किस्मों का चावल भारत से बांग्लादेश जाता है, जिससे घरेलू मांग और सरकारी भंडार पूरे किए जाते हैं।
3. चीनी- साल 2021-22 में बांग्लादेश ने भारत से करीब 565.6 मिलियन डॉलर (करीब 5,063 करोड़ रुपए) की चीनी खरीदी, जो वहां की खाद्य और प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिए अहम है।
4. प्याज, आलू, लहसुन- रोजमर्रा की खपत वाली ये सब्जियां भारत से ही जाती हैं। इनकी सप्लाई रुकते ही बांग्लादेश में कीमतें तेजी से बढ़ जाती हैं।
5. मसाले और अन्य अनाज- 2021–22 में इनका व्यापार करीब 434.8 मिलियन डॉलर (करीब 3,891 करोड़ रुपए) तक रहा, जिससे घरेलू खपत और फूड इंडस्ट्री चलती है।
6. फल और सब्ज़ियां- ताजे फल, सब्ज़ियां और प्रोसेस्ड फूड भारत से बांग्लादेश पहुंचते हैं।
7. कपास (कॉटन)- बांग्लादेश के कपड़ा उद्योग की रीढ़। भारत के कुल कॉटन निर्यात का लगभग 35% बांग्लादेश जाता है।
8. रिफाइंड पेट्रोलियम, प्लास्टिक, स्टील, इलेक्ट्रिक उपकरण- उद्योग, निर्माण और ऊर्जा जरूरतों के लिए इनकी सप्लाई होती है।
9. दवाइयां और मेडिकल सप्लाई- बांग्लादेश के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए भारत बड़ा सप्लायर है।
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एशिया में भारत पर इतना निर्भर क्यों है बांग्लादेश?
बांग्लादेश अपनी भौगोलिक वजह से भारत पर निर्भर है। बांग्लादेश की 94% सीमा भारत से लगती है यानी कुल 4,367 किमी लंबी। इसलिए व्यापार, ट्रांजिट और सुरक्षा में भारत की भूमिका अहम है। भारत से सस्ती और जल्दी सप्लाई बांग्लादेश को लागत में फायदा देती है।
व्यापार और अर्थव्यवस्था पर असर
भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय व्यापार FY 2022–23 में 15.9 अरब डॉलर रहा। बांग्लादेश ने भारत को 2 अरब डॉलर का निर्यात किया। भारत का निर्यात 2021 में 14 अरब डॉलर, 2022 में 13.8 अरब डॉलर और 2023 में 11.3 अरब डॉलर रहा। हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध से सप्लाई चेन बाधित होने का असर दिखा।
भारत ने पिछले आठ साल में बांग्लादेश को 8 अरब डॉलर की विकास सहायता दी। खासकर सड़कें, रेल, पोर्ट्स जैसे प्रोजेक्ट्स में। शेख हसीना के दौर (2009-जुलाई 2024) में जीडीपी 123 अरब डॉलर से 455 अरब डॉलर और प्रति व्यक्ति आय 841 डॉलर से 2,650 डॉलर तक पहुंची।
क्या भारत की जगह कोई और ले सकता है?
चीन बांग्लादेश का बड़ा निवेशक है (BRI के तहत 7 अरब डॉलर निवेश; 2023 में 22 अरब डॉलर का निर्यात), लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत जैसी कीमत और दूरी का फायदा कोई नहीं दे सकता। किंग्स कॉलेज लंदन के प्रोफेसर हर्ष पंत बताते हैं कि, "भारत से जिस लागत पर सामान पहुंचता है, वह चीन या किसी और से संभव नहीं। कपड़ा उद्योग (जीडीपी में 11% योगदान) भारतीय कच्चे माल पर निर्भर है। भारत चाहे तो कई मोर्चों पर चोट दे सकता है, हालांकि हालात इतने खराब होंगे, यह जरूरी नहीं।"
साफ शब्दों में कहें तो भारत की सप्लाई बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था की नसों में खून की तरह है। सप्लाई बाधित हुई तो महंगाई, बेरोजगारी और जीडीपी, तीनों पर सीधा असर पड़ना तय है। बता दें कि बांग्लादेश में तनाव के बीच चटगांव के भारतीय वीजा सेंटर को रविवार से अगले नोटिस तक बंद कर दिया गया। इससे पहले ढाका और दो अन्य जगहों के भी सेंटर बंद किए गए थे। शनिवार को बांग्लादेश के सिलहट शहर में भारतीय सहायक उच्चायोग कार्यालय और वीजा आवेदन केंद्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। भारत ने बांग्लादेश सरकार से हिंदू युवक की हत्या के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का आग्रह किया है।

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