JP Associates खरीद मामले में ₹15000 करोड़ लेकर कोर्ट पहुंचे अदाणी, अब कौन सी मंजूरी का कर रहे इंतजार?
अदाणी ने जयप्रकाश एसोसिएट्स के लिए ₹15,000 करोड़ का रेजोल्यूशन प्लान NCLT इलाहाबाद में जमा किया है, जिसे CoC ने पहले ही मंजूरी दे दी है। NCLT जनवरी 20 ...और पढ़ें

नई दिल्ली। अरबपति गौतम अदाणी की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज जितना जल्दी हो JP एसोसिएट्स को अपना बनाने में लगी है। अदाणी ग्रुप ने अब दिवालिया हो चुकी जयप्रकाश एसोसिएट्स (JAL) के लिए अपना लगभग ₹15,000 करोड़ का रेजोल्यूशन प्लान इलाहाबाद NCLT में जमा कर दिया है। यह वही प्लान है जिसे कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स (CoC) ने नवंबर में मंजूरी दी थी। अब NCLT जनवरी 2026 में इसकी आगे की सुनवाई करेगा।
Jaiprakash Associates के लेंडर्स से कितना मिला वोट?
जेपी एसोसिएट्स को ई-वोटिंग में इस प्रस्ताव को करीब 93% वोट मिले। सबसे दिलचस्प बात यह है कि NARCL (नेशनल ऐसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड) के पास ही 85.43% वोटिंग पावर है। यानि उसने हां कह दी तो मंज़ूरी तय मानी जाती थी। कुछ अन्य लेंडर्स ने वोट नहीं किया और ACRE (Yes Bank के हिस्से का कर्ज संभालने वाली संस्था) ने विरोध में वोट दिया।
कर्ज के पहाड़ से कितनी हुई रिकवरी?
कोर्ट में पेश प्लान के मुताबिक, JAL पर कुल ₹5.44 लाख करोड़ के दावे दर्ज हैं। जिनमें ₹19,570 करोड़ कॉरपोरेट गारंटी से जुड़े और ₹5.24 लाख करोड़ अन्य दावे हैं। अदाणी के प्लान में वसूली का अनुमानित मूल्य सिर्फ ₹15,343 करोड़ है यानि करीब यह 2.8% रिकवरी होगी। कर्ज के मुकाबले यह बहुत कम है, लेकिन दिवालिया मामलों में ऐसा होना आम बात है।
यह भी पढ़ें: जेपी एसोसिएट्स पर किस कंपनी पर कितना कर्ज
अदाणी को क्या मिलेगा इस डील में?
अगर NCLT इसे मंजूरी दे देता है, तो अदाणी ग्रुप को मिलेगा एक बड़ा और कई सेक्टर में फैला पोर्टफोलियो जैसे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 3,985 एकड़ जमीन, यूपी और एमपी में 6.5 मिलियन टन की सीमेंट क्षमता वाली कंपनियां, जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड में 24% हिस्सेदारी मिलेगी। इसके अलावा दिल्ली, आगरा और मसूरी के 5 होटलों में 867 होटल रूम मिलेंगे। साथ ही खाद, निर्माण व अन्य बिजनेस यूनिट्स शामिल हैं। एक तरह से कहें तो अदाणी को रियल एस्टेट, सीमेंट, पावर और हॉस्पिटैलिटी जैसे कई सेक्टरों में बड़ा एंट्री पॉइंट मिल सकता है।
यह भी पढ़ें: JP Associates के मालिकों ने कौन सी गलती की, जिससे डूब गया पूरा साम्राज्य; कैसे खत्म हुआ गौड़ परिवार का दबदबा
अदाणी ने वेदांता से कैसे जीती बाजी?
JAL को खरीदने के लिए वेदांता, डालमिया भारत, जिंदल पावर, PNC इंफ्राटेक जैसे कई बड़े नाम मैदान में थे। वेदांता ने करीब ₹17,000 करोड़ की वैल्यू का ऑफर दिया था, लेकिन माना जा रहा है कि अदाणी की बोली में अधिक पहले पेमेंट होने से वह आगे निकल गई।
जेपी ग्रुप की हालत कैसे बिगड़ी?
कभी रियल एस्टेट, सीमेंट, पावर और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा नाम रहने वाला जयप्रकाश असोसिएट्स पिछले कई सालों से कर्ज़ में डूबा था। बैंक के ₹55,000 करोड़ से अधिक डिफॉल्ट के बाद कंपनी को जून 2024 में दिवालिया प्रक्रिया में भेज दिया गया। SBI समेत कई बैंकों ने करीब ₹12,700 करोड़ का कर्ज NARCL को ट्रांसफर कर दिया। इससे NARCL सबसे बड़ा कर्जदाता बन गया।
JP Associates FAQ: जेपी ग्रुप से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल?
सवाल: क्या अडानी जेपी एसोसिएट्स को खरीदने जा रहे हैं?
जवाब: जी हां, अडानी समूह कर्ज में डूबी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड का अधिग्रहण करने के लिए विजयी बोलीदाता के रूप में उभरा है।
सवाल : जयप्रकाश एसोसिएट्स पर नया मालिकाना हक किसका है?
जवाब: जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) पर नया मालिकाना हक गौतम अदाणी की अदाणी समूह के पास है।
सवाल : जयप्रकाश एसोसिएट्स डीलिस्टेड है?
जवाब: जयप्रकाश एसोसिएट्स लिस्टेड कंपनी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।