अडानी को 5,500 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस
मुंबई। संप्रग सरकार की विदाई से ठीक पहले राजस्व खुफिया महानिदेशालय (डीआरआइ) ने नरेंद्र मोदी के करीबी उद्योगपति गौतम अडानी के समूह को 5,500 करोड़ रुपये की टैक्स देनदारी का नोटिस भेजा है। अडानी समूह पर आरोप है उसने अपनी बिजली परियोजनाओं के लिए आयात किए गए उपकरणों की कीमत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई है। समूह को यह नोटिस पिछले हफ्ते
मुंबई। संप्रग सरकार की विदाई से ठीक पहले राजस्व खुफिया महानिदेशालय (डीआरआइ) ने नरेंद्र मोदी के करीबी उद्योगपति गौतम अडानी के समूह को 5,500 करोड़ रुपये की टैक्स देनदारी का नोटिस भेजा है। अडानी समूह पर आरोप है उसने अपनी बिजली परियोजनाओं के लिए आयात किए गए उपकरणों की कीमत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई है। समूह को यह नोटिस पिछले हफ्ते आम चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले जारी किया गया।
सूत्रों के मुताबिक समूह की तीन कंपनियों अडानी पावर महाराष्ट्र, अडानी पावर राजस्थान और महाराष्ट्र ईस्टर्न ग्रिड पावर ट्रांसमिशन कंपनी से इस टैक्स की मांग की गई है। इन कंपनियों पर अपनी परियोजनाओं के लिए आयात किए गए उपकरणों का मूल्य करीब 2,000 करोड़ रुपये ज्यादा दिखाने का आरोप है। इसके अलावा महाराष्ट्र ईस्टर्न ग्रिड पावर के कांट्रेक्टर को भी टैक्स नोटिस भेजा गया है। समूह के प्रवक्ता ने टैक्स नोटिस की पुष्टि करते हुए कहा कि कानूनी सलाह के आधार इस मसले पर फैसला लिया जाएगा।
डीआरआइ के अधिकारियों के मुताबिक इन कंपनियों ने संयुक्त अरब अमीरात स्थित कंपनी से खरीदी गई मशीनरी और उपकरणों की कीमत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई है। पिछले साल नवंबर में केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड ने विदेश व्यापार महानिदेशालय से अडानी समूह को वर्ष 2004 से दी जा रही आयात शुल्क छूट समाप्त करने की मांग की थी।
अडानी पावर 10,000 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के साथ देश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी है। इसके अलावा यह समूह देश का सबसे बड़ा पोर्ट ऑपरेटर भी है। इसके कांडला पोर्ट का कारोबार सार्वजनिक क्षेत्र के जेएनपीटी से ज्यादा हो चुका है। पिछले दिनों समूह ने टाटा स्टील और एलएंडटी से 5,500 करोड़ रुपये में ओडिशा स्थित धामरा पोर्ट खरीदने की घोषणा की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।