मालदीव-बाली भूल जाएंगे, अंडमान में बनेंगे गजब के 5-स्टार रिसॉर्ट्स; टाटा-महिंद्रा समेत ये 12 कंपनियां पैसा बहाने को तैयार
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार इको-टूरिज्म रिसॉर्ट्स (Luxury 5-Star Resorts) बनाने की योजना बना रही है। एएनआईआईडीसीओ पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत 5-स्टार रिसॉर्ट्स बनाएगा। शहीद द्वीप, पोर्ट ब्लेयर, एवेस द्वीप और लॉन्ग आइलैंड जैसे द्वीपों के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं, जिसमें कई बड़ी कंपनियों ने रुचि दिखाई है। इससे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में बनेंगे 5-स्टार रिसॉर्ट्स
नई दिल्ली। भारत से बड़ी संख्या में लोग हर साल मालदीव्स, थाईलैंड, श्रीलंका और बाली (इंडोनेशिया) जैसी जगहों पर घूमने जाते हैं। मगर अब अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में टूरिज्म को बढ़ावा देने की तैयारी चल रही है। इससे वहां की इकोनॉमी को फायदा होगा।
दरअसल अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह एकीकृत विकास निगम लिमिटेड (एएनआईआईडीसीओ) को द्वीपसमूह में आकर्षक स्थानों पर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप आधार पर 5-स्टार इको-टूरिज्म रिसॉर्ट्स बनाना चाहती है। इसे अंडमान एवं निकोबार में ऐसे लग्जरी रिजॉर्ट्स के डिजाइन, कंस्ट्रक्शन, फाइनेंस, ऑपरेशन, ट्रांसफर (डीबीएफओटी) के लिए प्रमुख हॉस्पिटैलिटी डेवलपर और निवेशकों से अच्छा रेस्पॉन्स मिला है।
किस आइलैंड के लिए कितने आवेदन मिले
अंडमान एवं निकोबार प्रशासन ने शहीद द्वीप (नील द्वीप), पोर्ट ब्लेयर में मेगापोड रिजॉर्ट, उत्तर एवं मध्य अंडमान में एवेस द्वीप, लॉन्ग आइलैंड और स्मिथ द्वीप के लिए डीबीएफओटी आमंत्रित किए।
एएनआईआईडीसीओ की मैनेजिंग डायरेक्टर चंचल यादव ने कहा कि हमें अभी तक अच्छा रेस्पॉन्स मिला है जिसमें शहीद द्वीप प्रोजेक्ट के लिए पांच बोलियां, मेगापोड रिसॉर्ट पुनर्विकास के लिए चार बोलियां, एवेस द्वीप के लिए दो बोलियां और लॉन्ग आइलैंड के लिए एक बोली शामिल है।
कुल 12 कंपनियों ने किए आवेदन
केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन को 12 बोलियां मिली हैं। बोलियां जमा करने की अंतिम तिथि छह अक्टूबर थी। चंचल ने कहा कि अभी इन बोलियों का तकनीकी मूल्यांकन किया जा रहा है। तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन पूरा होने के बाद सबसे अधिक बोली लगाने वाले को काम सौंपा जाएगा।
मेगापोड रिजॉर्ट रीडेवलपमेंट तीन वर्ष के भीतर पूरा होने की उम्मीद है, जबकि द्वीप प्रोजेक्ट्स की अनुमानित समय-सीमा चार वर्ष है।
किन कंपनियों ने लगाई बोली
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 14 अगस्त को एक वर्चुअल प्री-बिड मीटिंग हुई। इसमें द लीला, टाटा ग्रुप की इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL), क्लब महिंद्रा, हयात होटल्स कॉर्प, अंबुजा नियोटिया हॉस्पिटैलिटी, शैले होटल्स, जुनिपर होटल्स, द पार्क, पोलो होटल्स लिमिटेड और GVK ग्रुप समेत सेक्टर की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इस द्वीप पर नहीं रहता कोई
जिन पांच स्थानों पर रिजॉर्ट बनेंगे, उनमें से एवेस द्वीप एक ऐसा द्वीप है जहां कोई आबादी नहीं है। यह संभवतः पहली बार है कि स्थानीय प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के द्वीप को खोलने का फैसला किया है।
छोटा और सुंदर द्वीप
एवेस एक छोटा और सुंदर द्वीप है जिसे इसके हरे-भरे नारियल के बागानों के कारण नारियल द्वीप के नाम से भी जाना जाता है। केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने इसके अलावा 14 और द्वीपों के समग्र विकास के लिए भी बोलियां मांगी हैं।
गौरतलब है कि अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में 2024 में घरेलू यात्रियों की संख्या में 120 प्रतिशत और विदेशी पर्यटकों की संख्या में 27 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई थी।
(भाषा इनपुट के साथ)
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