Fraud Loan Apps: ऐप से लोन लेने जा रहे हैं तो हो जाएं सावधान, इन पांच तरीकों से हो सकता है आपके साथ फ्रॉड
लोन लेना अब बेहद आसान और सरल हो गया है। अब ज्यादातर लोग अपना काम ईएमआई और लोन के माध्यम से ही करते हैं। इसी का फायदा उठा कर लोन देने वाले एप्स लोन देने के नाम पर आपके साथ फ्रॉड करते है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, लोगों का काम करने का तरीका भी बदल रहा है। पहले लोग लोन यानी कर्ज लकेर कोई भी काम करना पसंद नहीं करते थे, लेकिन अब तकरीबन हर काम लोन और ईएमआई पर चल रहा है। देश में पिछले कुछ सालों में लोन लेने वालों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है।
यही कारण है की अब लोन बड़ी आसानी से घर बैठे-बैठे एक एप पर मिल जाता है। आपको अब पहले की तरह बैंक जाने की जरूरत नहीं है। फिनटेक कंपनियां, वित्तीय संस्थान के साथ-साथ अब मोबाइल एप्स भी आपको चंद मिनटों में लोन दे देते हैं, लेकिन इस डिजिटाइजेशन से लोन एप फ्रॉड की समस्या भी काफी बढ़ गई है। आज हम आपको बताएंगे कि आपको लोन के लिए आवेदन करते समय किन पांच लोन एप के फ्रॉड से सावधान रहने की जरूरत है।
भरोसेमंद नहीं सभी एप
आपको बता दें कि आपको जो लोन एप के जरिए मिलते हैं उनमें से ज्यादातर लोन एप और फिनटेक कंपनी अनाधिकृत हो सकते हैं। आरबीआई के एक कार्यकारी समूह के मुताबिक भारत में संचालित 1100 डिजिटल लोन देने वाले प्लेटफॉर्म में से 600 अवैध पाए गए हैं।
ये एप और फिनटेक कंपनी आपको ज्यादा ब्याज दर और अन्य शुल्क पर लोन देते हैं और अगर आपने लोन रिपेमेंट करने में थोड़ा भी देर किया तो ये एप आपको परेशान कर देंगें।
साइबर अपराध को देते हैं बढ़ावा
ये देनदार अक्सर संभावित लेनदार को लुभाने के लिए साइबर अपराध में शामिल होते हैं। वे प्रामाणिक दिखने के लिए डिजिटल दस्तावेज और वेब पेज बनाते हैं। ऐसे एप और फिनटेक कंपनियां लेनदार को यह विश्वास दिलाने में भी गुमराह करते हैं कि वे एक वैध फिनटेक कंपनी की ओर से काम कर रहे हैं।
प्राइवेसी का नहीं रखते ध्यान
लेनदार लोन के लिए आवेदन करते समय विभिन्न व्यक्तिगत दस्तावेजों को लोन ऐप में जमा करता है। ऐसे अनाधिकृत एप आपके मोबाइल फोन में निजी फोल्डरों जैसे मैसेज, कॉन्टैक्ट, फाइलों आदि तक का एक्सेस लेता है और ऐसे धोखाधड़ी करने वाले एप अक्सर आपका डेटा सुरक्षित और गोपनीय तरीके से नहीं रखते।
नियमों का घालमेल
अवैध एप का नियामक निकायों के साथ कोई संपर्क नहीं होता जिसकी वजह से वो पब्लिक में आने से बचते हैं। यही कारण है कि वो उनके नियम और शर्तों में पारदर्शिता कम होती है।
अन्य कदाचार भी करते भी हैं ये एप
प्राइवेसी के मुद्दों और अनैतिक संग्रह प्रथाओं के अलावा, ये लोन देने वाले एप गलत मार्केटिंग टेकनिक का इस्तेमाल करते हैं। ऐस एप के खिलाफ आरबीआई ने लोन वसूली के तरीके पर कड़े दिशानिर्देश जारी किए हैं और पालन नहीं करने वाले इन एप और फिनटेक कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है।
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