Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गंडक नदी पर बनेगा बंदरगाह, पश्चिम चंपारण के दियारा क्षेत्र का होगा विकास; UP और बंगाल से बढ़ेगा व्यापार

    By Shashi MishraEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Thu, 02 Nov 2023 02:38 PM (IST)

    पश्चिम चंपारण में गंडक नदी पर जल्द बंदरगाह बनाया जाएगा। इससे दियारा क्षेत्र का काफी विकास होगा। नेपाल यूपी और बंगाल से व्यापार भी बढ़ेगा। केंद्रीय टीम बीते सप्ताह से इसके लिए निरीक्षण कर रही है और जल्द ही सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। सर्वेक्षण कई एंगल से किया जा रहा है। गंगा एवं गंडक नदी को जलमार्ग के लिए चिह्नित किया गया है।

    Hero Image
    गंडक नदी पर बनेगा बंदरगाह, पश्चिम चंपारण के दियारा क्षेत्र का होगा विकास (फाइल फोटो)

    प्रदीप दुबे, नौतन (पचं)। पश्चिम चंपारण में गंडक नदी पर बंदरगाह बनाने की योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए बीते सप्ताह से केंद्रीय टीम निरीक्षण कर रही है। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (इंडियन इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी) के क्षेत्रीय निदेशक केएल रजक, सर्वेयर राकेश कुमार व सुमन सौरभ बंदरगाह बनाने को सर्वेक्षण कर रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकार को शीघ्र रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सर्वेक्षण कई एंगल से किया जा रहा है। गंगा एवं गंडक नदी को जलमार्ग के लिए चिह्नित किया गया है। इसमें गंगा को जलमार्ग संख्या एक व गंडक को जलमार्ग संख्या 29 के रूप में निर्धारित किया गया है। मंगलपुर के दियारा क्षेत्र को पश्चिम बंगाल के हल्दिया से जोड़ने की भी योजना है।

    इसमें हल्दिया, कालूघाट, दिघवारा एवं सोनपुर होते हुए गंडक दियारा क्षेत्र को जोड़ा जाएगा। नेपाल सरकार की मांग एवं दियारा क्षेत्र के विकास की संभावनाओं को देखते हुए यह पहल की गई है।

    मंगलपुर दियारा क्षेत्र का जायजा लेते अधिकारी व अन्य। फोटो- जागरण

    व्यापार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

    बंदरगाह बनने से माल की ढुलाई आसान हो जाएगी। इससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में एक हजार से भी अधिक गन्ना किसान हैं। दियारा क्षेत्र में गर्मियों में खीरा, ककड़ी, लालमी के अलावा सब्जियों की भी अच्छी खेती होती है। सुविधा के अभाव में अभी यहां के किसान स्थानीय बाजारों में ही इनकी बिक्री कर पाते हैं।

    बंदरगाह बनने से गन्ना, सब्जी व अन्य उत्पादों को दूसरे राज्यों में बाजार उपलब्ध होगा। किसानों को गन्ने की ढुलाई में भी आसानी होगी। फेरी सर्विस शुरू होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यूपी और बिहार के बीच आवागमन के मार्ग सुगम होंगे। बंदरगाह बनने से आसपास के क्षेत्रों की जमीन की कीमत भी बढ़ेगी।

    यहां होगा सड़क का निर्माण

    भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि सूबे में गंगा एवं गंडक नदी को जलमार्ग के लिए चिह्नित किया गया है। सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने बताया कि मंगलपुर और रक्सौल के बीच की दूरी 45 किलोमीटर है। करीब 40 किलोमीटर एनएच है, शेष जगह सड़क का निर्माण भी होगा। ऐसे में दियारा क्षेत्र का विकास होगा।

    ये भी पढ़ें- UDID Card से संवर रहा दिव्यांगों का भविष्य, केंद्र-राज्य की योजनाओं का मिल रहा सीधा लाभ; जानें आवेदन करने का आसान तरीका

    ये भी पढ़ें- 'बधाई बिहार... नीतीश का वादा पूरा हो रहा', ललन सिंह ने दिलाई याद; JDU भी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटने पर गदगद