Bihar UP Highway: यूपी-बिहार के बीच बनेगा नया हाईवे, पुल का भी होगा निर्माण; घट जाएगी 131 KM की दूरी
बिहार और यूपी की सीमा पर बहने वाली नारायणी (गंडक) नदी पर पुल और यूपी के तमकुहीराज से बेतिया तक नए राजमार्ग के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो गया है। इस प्रोजेक्ट से यूपी से बेतिया के बीच की दूरी 131 किलोमीटर कम हो जाएगी। पुल और सड़क के निर्माण से जिले की आर्थिकी को भी बढ़ावा मिलेगा।

जागरण संवाददाता, बेतिया। यूपी और बिहार की सीमा का विभाजन करती नारायणी (गंडक) नदी के पिपराघाट-पखनहां में पुल व यूपी के तमकुहीराज से बेतिया तक नए राजमार्ग के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो गया है।
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि एनएच (एए) के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य अंतिम चरण में है। इसमें भू-स्वामियों को एमवीआर से चार गुणा अधिक भुगतान किया जाएगा। भू-अर्जन के लिए थ्री डी का प्रकाशन भी हो गया है।
उल्लेखनीय है कि बेतिया के मनुआपुल से पखनाहा के रास्ते सेवरही, तमकुही राज तक 29.22 किलोमीटर एनएच 727 (एए) के निर्माण पर 3294.16 करोड़ खर्च होंगे। गंडक नदी पर पुल व दोनों तरफ फोरलेन सड़क बनेगी। इसकी स्वीकृति मिल गई है। 29.24 किलोमीटर ग्रीनफील्ड फोरलेन और गंडक पर पुल निर्माण कराया जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से जून में निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी की जा रही है। सर्वे कर भूमि का सीमांकन व पुल निर्माण के लिए स्थान चिह्नित किया जा चुका है। जिन किसानों की भूमि का अधिग्रहण होना है, उनके अभिलेख भी जमा करा लिए गए हैं।
कहां से कहां तक होगा निर्माण?
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकार की तरफ से जारी अभिलेख के अनुसार, पुल का निर्माण बेतिया के मनुआपुल एनएच-727 एए से यूपी के तिवारी पट्टी (तमकुहीरोड) एनएच-720 के बीच होगा। सड़क और पुलिस की कुल लंबाई 29.22 किमी होगी। इसमें 27.18 किमी में गंडक नदी में पुल व ग्रीनफील्ड फोरलेन का निर्माण बिहार में होगा, जबकि 2.04 किलोमीटर सड़क का निर्माण यूपी क्षेत्र में होगा।
गंडक नदी पर 11.24 किलोमीटर लंबा पुल का निर्माण होगा। पुल का निर्माण बैरिया के पटजिरवा से ठकराहा जीन बाबा के स्थान के बीच कराया जाएगा। एनएच निर्माण के दौरान ही नारायणी नदी पर पिपराघाट-पखनहा महासेतु पुल, नई सड़क, बाईपास व ओवरब्रिज का भी निर्माण होना है। भूमि अधिग्रहण से प्रभावित लोगों को 300 करोड़ रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
गंडक नदी का पखनाहा घाट। जागरण
यह सड़क बिहार के 15 व यूपी के तीन गांवों से होकर गुजरेगी। इससे दो लाख से अधिक की आबादी को आवागमन में सुविधा मिलेगी। दरसअल, यूपी के सेवरही से बेतिया की दूरी महज 21 किमी है, जो पुल न होने के चलते एनएच 28 के रास्ते 160 किमी हो जाती है। पुल बन जाने से भगवान बुद्ध व बौद्ध धर्म से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी आसान हो जाएगा। जिले के ठकराहा प्रखंड का जिला मुख्यालय से सीधे संपर्क हो जाएगा।
वर्षों के संघर्ष को मिली सफलता
पिपराघाट-पखनहा पुल निर्माण के लिए बिहार और यूपी के लोगों के द्वारा वर्षों से संघर्ष किया जा रहा था। पश्चिम चंपारण के सांसद डा संजय जायसवाल ने इस पुल और सड़क के निर्माण के लिए काफी प्रयास किया है।
सांसद ने बताया कि इस पुल व सड़क के निर्माण में कई तरह के अड़चन आए। विरोधी दलों ने जनता को भी गुमराह करने की कोशिश की थी, लेकिन हमने प्रयास किया और सफलता मिली। उधर, यूपी में इस पुल के निर्माण के लिए बजाप्ता संघर्ष समिति बनी थी। वर्ष 2000 में पुल और सड़क के निर्माण के सर्वे शुरू हुआ था।
पुल और सड़क निर्माण से बदलेगी जिले की आर्थिकी
पुल और सड़क का निर्माण हो जाने से सबसे ज्यादा लाभ दियारे के लोगों को होगा। बैरिया प्रखंड के दियारा क्षेत्र की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। दियारे के गांवों का यूपी से सीधा कनेक्शन हो जाएगी। दियारे की 30 हजार से अधिक आबादी कृषि एवं पशुपालन पर निर्भर है। आवागमन के सुगम होने से उनके डेयरी उत्पादों की मांग बढेगी।
अभी दियारे के पशुपालक दूध जहां 40 से 45 रुपये की दर पर दूध बेचते है, वहां विभिन्न डेयरी कंपनियों की गाड़ी जाने लगेगी। दूध उत्पादक किसानों को अच्छी कीमत मिलने लगेगी। दूसरी ओर गन्ना उत्पादक किसानों को चीनी मिलों तक गन्ने की आपूर्ति में सुविधा होगी।
बाढ़ की तबाही से मिलेगी मुक्ति
ग्रामीण पारस यादव, चंद्रिका यादव, ध्रुव यादव, विक्रम यादव कहना है कि यूपी का कनेक्शन होने और एनएच का निर्माण हो जाने से दियारे की भूमि की कीमत भी बढ़ेगी। अभी से जिस रूट से सड़क का निर्माण होना है, वहां की भूमि की कीमत दोगुना से अधिक हो गई है। पुल बन जाने से किसानों को उत्तर प्रदेश से भी खाद, बीज सहित घरेलू उपयोग के अन्य सामानों की भी खरीदारी करने में सुविधा मिलेगा। उन्हें कम मूल्यों पर ये चीजें उपलब्ध हो जाएंगी। नाव से साथ छुटेगा और बाढ़ की तबाही से भी मुक्ति मिलेगी।
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