Bihar New Expressway: बिहार में बनेगा 417 KM लंबा एक्सप्रेस-वे, 120 की स्पीड से दौड़ेंगी गाड़ियां
बिहार में 417 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे बनने जा रहा है जिस पर गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। इस एक्सप्रेस-वे से बिहार के सुपौल फारबिसगंज अररिया और किशनगंज जिलों को फायदा होगा। इस परियोजना पर 37 हजार 465 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी ने एक्सप्रेस-वे से जुड़ी अहम जानकारी साझा की।

संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया)। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur Siliguri Expressway) को मंजूरी मिल गई है। फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी ने एक्सप्रेस-वे से जुड़ी अहम जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि वह लगातार इस कोशिश में लगे हुए थे कि यह एक्सप्रेस-वे फारबिसगंज से होकर गुजरे। तीन विधानसभा सत्रों में भी उन्होंने यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्थानीय सांसद ने इसे मंजूरी दिलाने का कार्य किया।
जल्द शुरू होगा जमीन अधिग्रहण
विधायक ने विद्यासागर केसर ने कहा कि मैं सभी का इसके लिए धन्यवाद करता हूं। उन्हाेंने यह भी बताया कि अररिया-फारबिसगंज होकर गुजरने से इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 70 किमी कम होगी। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम जल्द शुरू होगा। छह महीने के भीतर टेंडर कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
भाजपा विधायक विद्यासागर उर्फ मंचन केसरी। जागरण
120 की स्पीड से दौड़ेंगी गाड़ियां
विधायक ने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 568.42 किलोमीटर होगी। इसमें बिहार में यह एक्सप्रेव-वे 417.15 किमी लंबा होगा। एक्सप्रेस-वे की परियोजना पर 37 हजार 465 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सिक्स लेन बनने वाली इस सड़क पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लोग सफर कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में सड़क परियोजनाओं से न केवल राज्य में कनेक्टिविटी में सुधार हो रहा है, बल्कि औद्योगिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा में की गई घोषणाओं को अमल में लाने के लिए विभाग की ओर से खर्च होने वाली राशि का आकलन किया जा रहा है।
इन जिलों से गुजरेगी एक्सप्रेस-वे
बिहार में सुपौल, फारबिसगंज अररिया और किशनगंज से होकर गुजरने वाले इस एक्सप्रेस-वे में गंडक, बागमती व कोसी पुल के लिए 100 मीटर चौड़ाई में भू-अर्जन किया जाएगा। बिहार में जल्द ही इस पर काम शुरू होगा, जिसके निर्माण पर 41 हजार 760 करोड़ खर्च होने की बात कही।
केसरी ने बताया कि राज्य के किसी भी कोने में रहने वालों को 60-75 किलोमीटर की दूरी पर एक्सप्रेस-वे या हाईस्पीड कॉरिडोर मिल जाएगा। 2028 तक राज्य के किसी भी कोने से लोग साढ़े तीन घंटे में पटना आ-जा सकेंगे। उन्होंने कहा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सांसद प्रदीप सिंह बधाई के पात्र हैं।
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