CBSE Compartment Exam 2025: जुलाई में होगी सीबीएसई 10वीं और 12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा, ऐसे करें आवेदन
सीबीएसई (CBSE) ने 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए पूरक परीक्षा की घोषणा की है। यह परीक्षा जुलाई के मध्य में आयोजित की जाएगी। जो छात्र एक या दो विषयों में फेल हुए हैं वे आवेदन कर सकते हैं। छात्र अंक सत्यापन और उत्तरपुस्तिका की कॉपी के लिए भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पुनर्मूल्यांकन के बाद का परिणाम अंतिम माना जाएगा।

संवाद सहयोगी, बेतिया। जिले के वैसे छात्र जो सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षा दी थी, लेकिन किसी विषय में फेल हो गए या किसी कारण परीक्षा में अनुपस्थित हो गए थे। वैसे छात्रों के लिए अच्छी खबर है। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने परिणाम जारी होने के साथ ही पूरक परीक्षा की भी घोषणा कर दी है।
10वीं और 12वीं दोनों ही कक्षाओं की परीक्षाओं के लिए पूरक परीक्षा (कंपार्टमेंट परीक्षा) जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह में होगी। परीक्षा नियंत्रक ने कहा है कि दो विषयों तक में फेल होने वाले परीक्षार्थी 10वीं की पूरक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, 12वीं में एक विषय में फेल होने वालों को यह अवसर मिलेगा।
इसके अलावा भी दो श्रेणी में आने वाले छात्र पूरक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में जिले के वैसे छात्र जो 10वीं और 12वीं के किसी विषय में अनुत्तीर्ण हुए हैं, वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों को तय शुल्क का भुगतान कर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
ऐसे में अगर कोई छात्र रिजल्ट के अंकों से असंतुष्ट है तो वह नंबर के सत्यापन के लिए आवेदन कर सकता है। छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पुनर्मूल्यांकन में आए नंबर को ही आखिरी मान परिणाम तैयार किया जाएगा।
मूल्यांकित उत्तरपुस्तिका देख सकेंगे परीक्षार्थी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने परिणाम के बाद की गतिविधियों के क्रम में बदलाव किया है। इसकी सूचना बोर्ड ने आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी थी। 10वीं-12वीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल विद्यार्थी अब पहले मूल्यांकित उत्तरपुस्तिका देख सकेंगे। इसके बाद अंक सत्यापन को आवेदन करेंगे।
बोर्ड जल्द 10-12वीं की उत्तरपुस्तिकाओं की स्कैन कॉपी ऑनलाइन उपलब्ध कराएगी। बोर्ड ने कहा है कि ऑनलाइन उत्तरपुस्तिका देखने की सुविधा निर्धारित समय के लिए ही होगी। सीबीएसई ने वर्तमान में जो नियम था, उसमें बदलाव करते हुए यह नया नियम लागू किया है। अब तक पहले अंकों का सत्यापन होता था।
इसके बाद मूल्यांकित उत्तरपुस्तिका की फोटोकॉपी परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराई जाती थी। इसके बाद पुनर्मूल्यांकन होता था। बोर्ड ने बदलाव करते हुए कहा है कि छात्रों को मिले अंकों की क्लैरिटी के लिए पहले उन्हें उत्तरपुस्तिका उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें उन्हें मिले अंक और गलतियों का पता चल सकेगा।
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