Bihar Board 10th Topper: पिता की गरीबी नहीं बनी रुकावट, पेंटर की बेटी बनी स्टेट टॉपर; अब डॉक्टर बनने का सपना
नौतन प्रखंड के गहिरी पंचायत की अंशु कुमारी ने मैट्रिक परीक्षा में स्टेट टॉप करके अपने माता-पिता के साथ ही पूरे जिले का मान बढ़ाया है। अंशु के पिता पेंटर हैं। वे खेत में काम कर रहीं थीं जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली। अंशु कुमारी बायोलॉजी लेकर अपनी आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं। पढ़-लिखकर वे डॉक्टर बनना चाहती हैं।
जागरण संवाददाता, बेतिया। जिले के नौतन प्रखंड के गहिरी पंचायत के बैंक टोला निवासी भूपेंद्र साह की बेटी अंशु कुमारी मैट्रिक परीक्षा में स्टेट टॉपर बनी है। उन्होंने 489 अंक हासिल किए हैं। परीक्षा में अंशु के साथ ही समस्तीपुर की साक्षी और भोजपुर के रंजन ने पहला स्थान हासिल किया है।
पेंटर का काम करते हैं अंशु के पिता
अंशु कुमारी के पिता पेंटर हैं, जबकि माता सविता देवी गृहिणी हैं। अंशु भारतीय इंटर कॉलेज गहिरी नौतन की छात्रा है। शनिवार की दोपहर में जब बिहार बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट जारी हो रहा था तो अंशु अपनी मां के साथ खेत में काम रहीं थीं।
खेतों में काम करते हुए मिली जानकारी
स्कूल के प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षकों के माध्यम से अंशु को सूचित किया गया कि वह स्टेट टॉपर बनी है। इस बात की जानकारी लगते ही अंशु और उनके परिवार की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। अंशु के पिता अभी नैनीताल में है, वे घरों में पेंटिंग का काम करते हैं। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है।
आर्थिक तंगी के बाद भी दिलाई अच्छी शिक्षा
आर्थिक तंगी के बावजूद अंशु के पिता ने बेटी को शिक्षा देने में कोई कमी नहीं रखी और यही वजह कि बेटी ने आज स्टेट टॉपर बनकर पिता का मान बढ़ाया है। अंशु की बड़ी बहन पूजा कुमारी भी भारतीय इंटर कॉलेज गहिरी में शिक्षिका हैं।
डॉक्टर बनना चाहती हैं अंशु
मैट्रिक परीक्षा में स्टेट टॉप करने वाली अंशु बायोलॉजी विषय लेकर अपनी आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि पांच साल पहले उनकी मां को कैंसर हुआ था।
प्रथम स्टेज के कैंसर का उपचार कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने अपने घर के लोगों को इलाज के लिए काफी संघर्ष करते हुए देखा है। यही वजह है कि वे डॉक्टर बनना चाहती हैं।
अंशु ने दी छात्रों को सलाह
स्टेट टॉप करने वाली अंशु ने छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि पढ़ाई के प्रति डेडिकेटेड रहे। साथ ही जितना जल्दी हो सके सिलेबस को पूरा कर लें।
स्कूल के साथ ऑनलाइन पढ़ाई भी की
अंशु ने बताया कि वे स्कूल के साथ ही ट्यूशन भी जाती थीं। इसके साथ ही उन्होंने ऑनलाइन भी कुछ टॉपिक्स की पढ़ाई की। अंशु ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अपने शिक्षकों को दिया है। साथ ही अपने माता-पिता, बहन और भाई को अपना प्रेरणास्त्रोत बताया है।
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