Bettiah News: खराब नल और जल की समस्या का मिनटों में होगा निपटारा, एक कॉल पर पहुचेंगे कर्मी
बेतिया में नल जल योजना और चापाकलों की मरम्मत के लिए पीएचईडी ने हेल्प डेस्क शुरू की है। अब खराब नल और चापाकल की शिकायत करने पर तुरंत कार्रवाई होगी। जिले के 14 प्रखंडों में हेल्प डेस्क सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चालू रहेंगे। इसका उद्देश्य लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है ताकि पानी की समस्या दूर हो।
जागरण संवाददाता, बेतिया। बढ़ती गर्मी और इसके अनुरूप पेयजल की उपलब्धता को लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने नए सिरे से पहल शुरू कर दी है।
इसके तहत चापाकल (हैंडपंप) एवं नल जल योजना में यदि किसी तरह की खराबी आती है तो इसे शीघ्र दुरुस्त किया जा सकेगा। अगर कहीं चापाकल एवं नल में तकनीकी खराबी आ रही है तो एक कॉल करने पर मिस्त्री पहुंचेगा।
खराब चापाकल और नल जल को तुरंत ठीक किया जाएगा, जिससे आम लोगों को शुद्ध पेय जल मिलने में कोई परेशानी नहीं हो।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। ऐसे मे भूजल स्तर भी नीचे आएगा।
पेयजल के लिए नई कार्ययोजना
इसका परिणाम यह होगा कि चापाकलों मे पानी आने में समस्या हो सकती है। इन बातों को ध्यान मे रखते हुए पीएचईडी ने 14 प्रखंडों में हेल्प डेस्क शुरू किया है।
यहां प्रत्येक कार्य दिवस पर सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक शिकायतें सुनी जा सकेंगी और उसके अनुरूप इसका समाधान भी किया जाएगा। इसके अलावा सभी जगह संबंधित प्रखंड के कनीय अभियंता के मोबाइल नंबर भी दिए गए हैं।
दो दर्जन से अधिक नल जल का मोटर खराब
पंचायतों से पीएचईडी को नल जल हस्तनांतरित किए जाने के बाद भी जिले के कई पंचायतों में नल जल का मोटर खराब है। इस वजह से कई वार्डों में अभी भी नल से जल की आपूर्ति बाधित है।
नौतन, गौनाहा, मैनाटांड़, सिकटा के कई पंचायतों के वार्डों में नल जल से पानी की सप्लाई बंद है। इसको लेकर उपभोक्ताओं ने शिकायत भी की है। फिर भी नल से जल की आपूर्ति चालू नहीं की जा सकी है।
जिले में 350 चापाकल खराब
जिले में लगाए गए सरकारी 37287 चापाकलों में कई चापाकल खराब पड़े है। विभागीय आकड़े के म़ुताबिक सरकारी हैंडपंपों में से मात्र 350 हैंडपंप ही खराब है, जिसकी मरम्मती का काम हो रहा है। हकीकत इसके उलट है, चापाकलों के खराब रहने के कारण लोगों को गला तर करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
50 लाख की आबादी वाले जिले में शुद्ध पेयजल के लिए प्रखंडों में नल का जल योजना के तहत पानी टंकी लगाई गई है, लेकिन इसमें से करीब आधी जगहों पर अब भी पानी की आपूर्ति का काम ठप है। कहीं मोटर जल गए है तो कहीं पानी टंकी गिर गई है।
शहर के 625 चापाकलों में से कई खराब
पिछले वर्ष कराए गए चापाकलों की मरम्मती कार्य पर आधारित आंकड़े के अनुसार शहर में 625 चापाकल है। लेकिन इसमें से कई खराब है। विद्यालय में लगे कई चापाकल भी खराब है।
ऐसी स्थिति में शुद्ध पेयजल के लिए आम लोगों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। संपन्न लोग तो बोतल बंद पानी खरीद कर कर अपनी प्यास बुझा लेते हैं, लेकिन आम लोग पानी के लिए पानी पानी होते रहते हैं।
खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मती का काम चल रहा है। नल जल योजना के तहत भी घरों में पानी का सप्लाई होता है। प्यास बुझाने के लिए किसी को भी पानी की किल्लत नहीं होने दी जाएगी।
संयोग कुमार, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी, बेतिया।
हेल्प डेस्क और कर्मियों के मोबाइल नंबर
- मझौलिया, सिकटा, मधुबनी, नरकटियागंज : 746409973
- बेतिया, नौतन : 810759226
- बैरिया : 6201428711
- योगापट्टी : 6204945403
- लौरिया: 8591059783
- रामनगर: 8102640672
- ठकराहां : 8809188112
- मैनाटांड़ : 8271129027
- चनपटिया: 8409755382
- गौनाहा : 8986027745
- बगहा एक: 8538901601
- बगहा दो : 9430569459
- भितहां : 6201485869
- पिपरासी: 7667455358
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