Bettiah Raj: सरकार के सामने एक और नई चुनौती, बेतिया राज की अब तक करोड़ों की संपत्ति चोरी; पुलिस का ये है बयान
बेतिया राज की करोड़ों की संपत्ति पिछले 34 वर्ष में चोरी हो चुकी है लेकिन पुलिस इसे स्वीकार नहीं करती। आरटीआई आवेदन के जवाब में पुलिस ने बताया कि बेतिया राज की संपत्ति की चोरी से संबंधित मामला शून्य है। बेतिया राज के इतिहास में कई चोरी की घटनाएं हुई हैं जिनमें हीरे-जवाहरात घड़ी पुरातात्विक महत्व के बर्तन और महत्वपूर्ण कागजात शामिल हैं।

मनोज कुमार मिश्र, बेतिया (पश्चिम चंपारण)। पिछले 34 वर्ष में बेतिया राज की करोड़ों की संपत्ति चोरी हो चुकी है, लेकिन पुलिस इसे नहीं मानती। इस संबंध आरटीआई आवेदन के जवाब में पुलिस ने कुछ ऐसा ही कहा है।
बीती शताब्दी के नौवें दशक में राज के मलखाने से हीरे-जवाहरात की चोरी हुई थी। उसे एशिया की सबसे बड़ी चोरी भी कहा गया था। बेतिया राज के प्रथम महाराज उग्रसेन ने 16वीं शताब्दी में इंग्लैंड से घड़ी मंगाकर लगवाया था। वह घड़ी जुलाई 2011 में चोरी हो गई थी। 2016 में मालखाने में चोरी के प्रयास में कुछ चोर पकड़े गए थे।
2017 में बेतिया राज के शीश महल से पुरातात्विक महत्व के बर्तनों की चोरी हुई थी। तीन साल पहले 2021 में राज की रिकार्ड रूम से महत्वपूर्ण कागजात चोरी चले गए थे।
इसकी जांच के लिए तत्कालीन एसपी भी मौके पर पहुंचे थे। पकड़े गए चोरों के साथ पुलिस ने पत्रकार वार्ता भी की थी। 2021 में रिकॉर्ड रूम से हुई चोरी के मामले में नगर थाने में ही 604/ 21 कांड दर्ज है। पूर्व की चोरी के मामले में भी नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज है।
दैनिक जागरण की ओर से 27 दिसंबर 2023 को बेतिया के एसपी को आरटीआइ के तहत आवेदन देकर बेतिया राज में अब तक हुई चोरियों की तिथि, जांच, कार्रवाई, बरामदगी एवं जांच अधिकारियों के बदले जाने से संबंधित सूचना मांगी गई थी।
लोक सूचना पदाधिकारी सह पुलिस अधीक्षक ने दो अप्रैल 2024 से यह जानकारी दी कि विभिन्न थानों से प्राप्त प्रतिवेदन से यह ज्ञात हुआ है कि जिले में बेतिया राज की संपत्ति की चोरी से संबंधित मामला शून्य है।
आरटीआइ में क्या जानकारी मांगी गई थी, यह मेरे संज्ञान में नहीं है। वैसे, पुलिस घटना एवं घटनास्थल को ध्यान में रखकर कार्रवाई करती है। बेतिया राज का दायरा बहुत बड़ा है। इसे पता कराएंगे।-जयंत कांत, डीआईजी, चंपारण प्रक्षेत्र, बेतिया
बेतिया राज में चोरी के कुछ मामले
- 21 जुलाई 1990 : प्रभार के आदान-प्रदान के दौरान राज के मलखाना से करोड़ों के हीरे-जवाहरात की चोरी का पर्दाफाश हुआ था। यह एशिया की सबसे बड़ी चोरी की घटना मानी गई। तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इस मामले की सीबीआइ से जांच कराने की घोषणा की थी। हालांकि वह जांच नहीं हुई।
- 6 जुलाई 2011 : राज कचहरी की दीवार पर लगी चर्चित घड़ी की चोरी। इसके घंटे की आवाज करीब 10 किलोमीटर तक सुनाई पड़ती थी।
- 29 अगस्त 2011 : राजमहल से कीमती घड़ी और हाथी दांत से बने मेज की चोरी का प्रयास।
- 20 अगस्त 2012 : बेतिया राज के शीश महल से कीमती, ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्व के बर्तनों की चोरी।
- 6 जनवरी 2013 : बेतिया राज के शीश महल से पुरातात्विक महत्व का झूमर चोरी। चोरी कर भाग रहे कालीबाग के मो. जाहिद को पकड़ा गया था। इस चोरी में अन्य की भी संलिप्तता थी।
- 16 मार्च 2013 : बेतिया राज के तहखाना में चोरी का प्रयास हुआ था। तहखाने के अंदर से गैस सिलेंडर, लोहा कटर, 8 रस्सी, कुल्हाड़ी, खंती, गैलन में रखा एसिड समेत कई सामान बरामद हुए थे।
- 10 दिसंबर 2016 : राज के तहखाना में खोदाई कर रहे आठ युवकों दो देसी पिस्तौल व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया था। तहखाना से गैस सिलेंडर, लोहा कटर, रस्सी, जक, पेचकस, खंती समेत कई औजार बरामद किए गए थे।
- 24 अक्टूबर 2021 : राज के रिकॉर्ड रूम से चार बंडल भूमि से संबंधित अभिलेख चोरी। चार दिन बाद बाद में नाले में फेंके कुछ अभिलेख मिले थे।
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