बिहार के सुपौल जिले में बवाल; पुलिस और स्थानीय लोगों में हिंसक झड़प, आधा दर्जन से अधिक जवान घायल
त्रिवेणीगंज में पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प में जमकर पथराव हुआ। इस दौरान करीब आधे घंटे तक शहर का दुर्गा मंदिर चौक रणक्षेत्र बना रहा। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ दिया। पुलिस ने दो महिला और तीन पुरुषों सहित कुल पांच उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। उपद्रवियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है।

संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल)। जिले के त्रिवेणीगंज में गुरुवार को पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प में जमकर पथराव हुआ। इस दौरान करीब आधे घंटे तक शहर का दुर्गा मंदिर चौक रणक्षेत्र बना रहा। पथराव में जदिया थानाध्यक्ष राजीव कुमार, सब इंस्पेक्टर उमेश कुमार पासवान, महिला सिपाही सोनी कुमारी, त्रिवेणीगंज थाना में कार्यरत मुंशी अजय कुमार और महिला सिपाही पुतुल कुमारी घायल हो गईं।
इनका उपचार अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया। कई अन्य जवान भी मामूली रूप से चोटिल हुए हैं। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ दिया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि दो महिला और तीन पुरुषों सहित कुल पांच उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने दो बोरी ईंट-पत्थर के टुकडे भी जब्त किए हैं। उपद्रवियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जा रही है। स्थिति नियंत्रण में है।
आखिर अचानक क्या हुआ?
गुरुवार की सुबह 10.40 बजे के करीब पैदल और घोड़े पर सवार होकर पहुंचे 150 से अधिक लोगों ने त्रिवेणीगंज थाना गेट को घेर लिया और पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। ये लोग किसी विवाद को लेकर नाराज थे और पुलिस पर दबाव बनाने आए थे। विवाद क्या था, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
एसपी कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर थाने के गेट से हटा दिया था। इसके बाद त्रिवेणीगंज मुख्य पार्षद के पति बिजेंद्र यादव के नेतृत्व में बाजार स्थित दुर्गा मंदिर के पास प्रदर्शनकारियों ने त्रिवेणीगंज-जदिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। इसी दौरान जदिया के थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ त्रिवेणीगंज आ रहे थे। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उन पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया?
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब जदिया थानाध्यक्ष राजीव कुमार चोटिल हो गए तो उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर उपद्रवियों पर पिस्तौल तान दिया। स्थिति जब और गंभीर हो गई तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करते हुए उन्हें खदेड़ दिया। थाने गेट पर 150 से अधिक लोग कहां से आए और कहां गए, फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है। प्रदर्शन कर रहे सभी लोग लाठी-डंडे से लैस थे।
पुलिस का कहना है कुछ जनप्रतिनिधियों की थाने में फिलहाल दलाली नहीं चल रही है। इससे वैसे लोग बेचैन हैं। उन्होंने साजिश के तहत थाने पर हमला किया। वहीं, इस घटना को जमीन विवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य पुलिस पर दबाव बनाना था।
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