Supaul News: सुपौल वालों के लिए खुशखबरी, मिल गई एक और सुपरफास्ट ट्रेन; इस रूट को करेगी कवर
सुपौल जिले के लिए ऐतिहासिक दिन सुपौल रेलवे स्टेशन से पुणे-दानापुर सुपरफास्ट ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ। रेल मंत्रालय ने जिले को बड़ी सौगात दी जिससे आमजन को सुविधा होगी। सांसद दिलेश्वर कामैत ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद दिया। यह ट्रेन 1 जुलाई 2025 तक नियमित रूप से चलेगी जिससे लाखों यात्रियों को लाभ होगा।
जागरण संवाददाता, सुपौल। जिले के लिए मंगलवार का दिन ऐतिहासिक बन गया, जब पहली बार सुपौल रेलवे स्टेशन (Supaul Railway Station) से सीधे पुणे-दानापुर सहरसा सुपरफास्ट ट्रेन (Pune Danapur Saharsa Superfast Train) का संचालन शुरू किया गया। यह ट्रेन पहले सहरसा से चलाई जा रही थी।
रेल मंत्रालय की इस बड़ी सौगात ने न सिर्फ जिला मुख्यालय को देश के एक प्रमुख महानगर से जोड़ दिया है, बल्कि आमजन, व्यवसायी वर्ग और छात्र-युवाओं को भी सुविधाजनक आवागमन का नया विकल्प उपलब्ध करा दिया है।
सुपौलवासियों को मिली राहत
सुपौल रेलवे स्टेशन से इस लंबी दूरी की सुपरफास्ट ट्रेन के परिचालन ने वर्षों से चली आ रही लोगों की मांग को पूरा कर दिया है। अब तक सुपौलवासियों को लंबी दूरी की यात्रा के लिए पटना या सहरसा जैसे दूसरे स्टेशनों का सहारा लेना पड़ता था, लेकिन इस नए रेल मार्ग से सफर अब कहीं अधिक सहज और सुगम हो गया है।
स्टेशन परिसर में दिखा उत्सव जैसा माहौल
ट्रेन की पहली आवाजाही के अवसर पर स्टेशन परिसर में उत्सव जैसा माहौल देखा गया। बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, जनप्रतिनिधि, व्यापारी और छात्र स्टेशन पर उपस्थित रहे। लोगों ने ट्रेन के पायलट, सहायक पायलट एवं गार्ड का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया और मिठाइयां बांटकर अपनी खुशी जाहिर की।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का किया धन्यवाद
स्थानीय सांसद दिलेश्वर कामैत एवं जनप्रतिनिधियों ने भारत सरकार तथा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस ऐतिहासिक कदम के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ एक ट्रेन है, बल्कि सुपौल की प्रगति और पहचान को राष्ट्रीय पटल पर मजबूती देने वाला प्रयास है।
'यह सपना अब हकीकत बना'
रेलवे स्टेशन पर मौजूद रेलवे संघर्ष समिति के संयोजक पवन अग्रवाल समेत वरिष्ठ नागरिकों ने भावुक होकर बताया कि यह दिन वर्षों से प्रतीक्षित था। हमने सोचा नहीं था कि सुपौल से कभी पुणे जैसी जगह के लिए सीधी ट्रेन चलेगी, यह सपना अब हकीकत बना है।
एक स्थानीय निवासी ने गर्व से कहा कि रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन नियमित रूप से 1 जुलाई 2025 तक अपने तय समय पर संचालित की जाएगी और यह कई राज्यों से गुजरते हुए लाखों यात्रियों को लाभ पहुंचाएगी। यह ट्रेन न सिर्फ सुविधा का प्रतीक है, बल्कि सुपौल के विकास की ओर एक मजबूत कदम भी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।