छपरा, जागरण संवाददाता। सारण जिले में मांझी प्रखंड के मुबारकपुर गांव में हत्या के बाद बवाल से इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इंटरनेट सेवा बंद होने से ऑनलाइन कामकाज पर इसका सीधा असर पड़ा है। छपरा शहर के मॉल एवं रेस्टोरेंट में ऑनलाइन पेमेंट नहीं होने के कारण ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों का सर्वर डाउन है। विद्यार्थी ऑनलाइन क्लास से नहीं जुड़ पा रहे हैं। परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रपत्र भरने में भी दिक्कत हो रही है।
दुकानों पर पसरा सन्नाटा
इसके अलावा ट्रैवल एजेंट, साइबर कैफे, सीएसपी आदि से जुड़े लोग भी इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण काफी परेशान दिख रहे हैं। व्यापारियों से लेकर आमजन को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इंटरनेट सेवा बंद रहने से ऑनलाइन लेन-देन करने के लिए फोन का उपयोग नहीं कर पाने के चलते व्यापार पर असर दिखाई दिया, क्योंकि अब अधिकांश लोग फोन के माध्यम से ही पैसा ट्रांसफर करते हैं। वहीं, दुकानों पर भी सन्नाटा पसरा नजर आया।
नदी किनारे युवाओं की जुटी भीड़
इधर, नेट चलाने के लिए जयप्रकाश सेतु एवं नदी किनारे युवाओं की भीड़ जुट रही। यूपी-बिहार सीमा क्षेत्र पर रहने वाले लोग ज्यादा जरूरी होने पर यूपी में जाकर अपना काम चला रहे हैं, जबकि और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इंटरनेट बंद हो जाने से फेसबुक, टि्वटर, वॉट्सऐप, स्काइप, गूगल प्लस, वीचैट आदि साइट बंद हो गया है, जिसके कारण सीमा क्षेत्र पर बसे लोग यूट्यूब और वॉट्सऐप चलाने के लिए जेपी सेतु एवं नदी किनारे अपने-अपने दोस्तों के साथ बैठकर मनोरंजन कर रहे हैं।
सोशल साइट पर थी रोक, बंद कर दी इंटरनेट सेवा
सारण जिले के मांझी के मुबारक गांव में हत्या के बाद जारी बवाल को देखते जिले में छह फरवरी से लेकर आठ फरवरी की रात 11 बजे तक सोशल साइट पर प्रतिबंध लगाने का आदेश था। हालांकि, गृह विभाग के आदेश के उलट टेलीकॉम कंपनी ने सोशल साइट को बंद करने के बजाय इंटरनेट सेवा ही ठप कर दिया है। इसके कारण सरकारी कार्यालयों में भी काम बाधित हो गया है। सदर प्रखंड में आरटीपीएस काउंटर पर ऑनलाइन जाति, आय, आवासीय प्रमाणपत्र नहीं बन पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि गृह विभाग, पटना के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने पत्र जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि सारण जिले के जिलाधिकारी राजेश मीणा एवं पुलिस कप्तान डा. गौरव मंगला को यह आशंका है कि सारण जिले में कुछ असामाजिक तत्व मैसेजिंग सेवाओं का दुरुपययोग कर सकते हैं। इसलिए आठ फरवरी तक सारण जिले में सोशल नेटवर्किंग साइट्स और इंस्टेंट मैसेजिंग सेवाओं का दुरुपयोग रोकने के लिए उसे बंद करने का आदेश दिया गया। हालांकि, टेलीकॉम कंपनी ने इंटरनेट सेवा ही बंद कर दिया है, जिससे निजी कार्यालयों के साथ-साथ सरकारी काम भी ठप है।