सारण, जागरण संवाददाता। सारण जिले के मांझी के मुबारकपुर गांव में युवक की पीट-पीटकर हत्या के बाद हिंसा और बवाल को देखते हुए इलाके में धारा-144 लागू कर दी गई है। साथ ही सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर छह फरवरी से आठ फरवरी की रात 11 बजे तक प्रतिबंध लगा दी गई है। इस दौरान फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर, वीचैट, ट्विटर, गूगल प्लस, स्नैपचैट, टेलीग्राम क्ज़ोन, स्काइप समेत सभी तरह के सोशल नेटवर्किंग साइट पर अगले दो दिन यानी आठ फरवरी तक किसी प्रकार का संदेश, फोटो या वीडियो नहीं भेजे जा सकेंगे।
इस संबंध में गृह विभाग, पटना के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि सारण जिले के जिलाधिकारी राजेश मीणा एवं पुलिस कप्तान डा. गौरव मंगला को आशंका है कि सारण जिले में कुछ असामाजिक तत्व अफवाह और असंतोष फैलाने के मकसद से आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं।
गृह विभाग ने कहा कि जिले में सोशल नेटवर्किंग साइट्स और इंस्टेंट मैसेजिंग सेवाओं का उपयोग अमन-चैन के हितों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए 8 फरवरी की रात 11:00 बजे तक 21 सोशल नेटवर्किंग साइटों या एप्लिकेशन के माध्यम से किसी भी विषय या किसी फोटो एवं वीडियो किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह में प्रसारित नहीं किया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि मांझी के मुबारकपुर गांव में दो फरवरी को मुखिया समर्थकों की पिटाई से एक युवक की मौत के बाद माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया है। इस घटना से संबंधिक एक वीडियो चार फरवरी को वायरल हुआ था। उसके बाद विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों ने इस घटना के विरोध में भड़काऊ एवं भ्रामक वीडियो पोस्ट किया था। इसके चलते रविवार को आक्रोशित भीड़ द्वारा मुबारकपुर गांव में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की गई।
मांझी में बिहार सैप व एसटीएफ की भारी संख्या में हुई तैनाती
इस बवाल के बाद गांव में तनाव की स्थिति हो गई है। हालात को देखते हुए इलाके में बिहार सैप एवं एसटीएफ के जवानों की भारी संख्या में तैनाती की गई है। एक दिन पूर्व रविवार को हुए बवाल के मद्देनजर एहतियात बरता गया है। पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने इंटरनेट मीडिया पर भड़काने वालों के विरुद्ध नगर थाना में प्राथमिकी भी दर्ज की है।
पुलिस ने तीन आरोपितों को पकड़ा
अमितेश हत्याकांड में अब तक पुलिस द्वारा तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी मुख्यालय के नेतृत्व में गठित एसआईटी छापेमारी कर रही है। हत्या एवं उपद्रव में फरार आरोपितों की संपत्ति की कुर्की के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने मुबारकपुर गांव में पहुंचकर हालात का जायजा लिया और डीएम एसपी से विचार विमर्श किया।
वीडियोग्राफर्स रख रहे निगरानी
इस संबंध में पुलिस कप्तान डॉक्टर गौरव मंगला में बताया कि इंटरनेट मीडिया पर भड़काने वालों के विरुद्ध नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अलावा गांव में बवाल करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गांव व आसपास में वीडियोग्राफर्स रखे गए हैं। किसी भी तरह की गड़बड़ी में संलिप्त लोगों के वीडियो बनाए जाएंगे और उसके बाद उन्हें चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।