NEET Exam Scam: समस्तीपुर पुलिस ने डमी कैंडिडेट गैंग का किया भंडाफोड़, गिरफ्त में दो आरोपी; अहम सबूत भी मिले
समस्तीपुर पुलिस ने नीट परीक्षा में असली छात्रों की जगह फर्जी छात्रों को बैठाकर परीक्षा दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। इस मामले में एक जेल चिकित्सक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मोबाइल नकदी और एक कार जब्त की है। आरोपियों ने नीट 2025 में फर्जीवाड़ा करने की बात स्वीकार की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। मुफस्सिल थाना पुलिस ने नीट परीक्षा में मूल अम्यार्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थी (स्कालर) को परीक्षा में बैठाकर परीक्षा दिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इसमें शामिल एक जेल चिकित्सक समेत दो को गिरफ्तार कर लिया है।
फर्जी डॉक्टर सहित दो गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपित की पहचान दरभंगा जिले के लहेरियासराय के रहमगंज काली मंदिर के सुरेश मल्लिक के पुत्र रामबाबू मल्लिक और बेगूसराय के जेल चिकित्सक सह विभूतिपुर के बेलसंडी गांव के डॉ रंजीत कुमार शामिल है। साथ ही पुलिस ने तीन मोबाइल, पच्चास हजार नगद और एक कार बरामद की है।
फर्जी अभ्यर्थी गिरोह का पर्दाफाश
मामले का पर्दाफाश करते हुए एसडीपीओ कार्यालय पर सदर एसडीपीओ सह एएसपी संजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि सूचना मिली की एक गिरोह का सक्रिय सदस्य कार नंबर -BR07AP 7233 से घूम कर परीक्षा में तकनीकी रूप से छेड़छाड़ कर मूल अम्यार्थियों के बदले दूसरे फर्जी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा में बैठाकर परीक्षा दिलाता है। ताकि, अधिकतम प्राप्तांक प्राप्त हो सके और अभ्यार्थियों का चयन हो सके।
टीम का गठन
सूचना पर पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर के निर्देशन एक टीम गठित की गई। त्वरित रूप से टीम ने तकनीकी और मानवीय आसूचना के आधार पर उक्त कार को मोहनपुर पुल के पास रात्रि में संदिग्ध अवस्था में पकड़ कर पूछताछ की।
इसमें बताया कि नीट 2025 परीक्षा में समस्तीपुर एवं अन्य जगहों पर मूल अभ्यर्थी के बदले दूसरे अभ्यर्थी के जगह बैठने हेतु फोटो, पहचान पत्र एवं हस्ताक्षर का कुटरचना (Forging) कर स्कालर को अन्य छात्र के जगह पर बैठाते है।
जांच में पुलिस ने आरोपित के मोबाइल में परीक्षा से संबंधित बहुत सारे कागजात एवं परीक्षार्थियों का ए़डमिट कार्ड उपलब्ध पाया गया। मोबाइल को देखने से ज्ञात हुआा कि अन्य के सहयोग से नीट 2025 परीक्षा संबंधित कई परीक्षार्थियों का एडमिट कार्ड, आधार कार्ड, हस्ताक्षर, फोटो आदि का आदान प्रदान किया गया है।
अभ्यर्थी से मोटी रकम लेकर स्कालर को 2-5 लाख रूपया देते हैं। उक्त दोनों द्वारा पूछताछ में अपना अपराध भी स्वीकार किया है। मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।
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