Bihar Machli Palan: मछली पालकों के लिए जरूरी खबर, सरकार ने NFDP पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया अनिवार्य
समस्तीपुर जिले में मछली पालन को डिजिटल बनाने के लिए केंद्र सरकार की एनएफडीपी योजना में रजिस्ट्रेशन की गति धीमी है। विभाग ने 12346 लोगों का लक्ष्य रखा था लेकिन अब तक केवल 50% ही रजिस्ट्रेशन हुआ है। एनएफडीपी रजिस्ट्रेशन में धीमी रफ्तार होने से योजना के प्रति जागरूकता की कमी दिखती है।

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। जिले में मछली पालन और इससे जुड़े व्यवसायों को संगठित और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा लागू नेशनल फिशरिज डिजिटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी) पर रजिस्ट्रेशन अब अनिवार्य कर दिया गया है।
इस योजना के माध्यम से सरकार मत्स्य पालन क्षेत्र को पूरी तरह डिजिटल करने की दिशा में अग्रसर है, लेकिन समस्तीपुर जिले में इसका अपेक्षित असर देखने को नहीं मिल रहा है।
12346 लोगों का टारगेट
जिले में लगभग 60 हजार से अधिक मछली पालक और मछुआरे हैं, लेकिन वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक केवल 6,579 लोगों ने ही एनएफडीपी पर रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि विभाग ने इस वर्ष 12,346 लोगों को रजिस्ट्रेशन से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
इसका सीधा अर्थ है कि अब तक केवल 50 प्रतिशत लक्ष्य की ही पूर्ति हो पाई है। प्रखंडवार आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन समस्तीपुर प्रखंड में हुए हैं, जहां 860 मछुआरे पंजीकृत हुए हैं।
वहीं, सबसे कम रजिस्ट्रेशन मोहनपुर प्रखंड में दर्ज किए गए हैं, जहां सिर्फ 53 मछुआरे ही एनएफडीपी से जुड़ सके हैं।
हालांकि, सरकार इस योजना को मछुआरों के लिए लाभकारी बता रही है, लेकिन रजिस्ट्रेशन की धीमी गति यह दर्शा रही है कि या तो लोगों को इस योजना की पूरी जानकारी नहीं है या फिर जागरूकता की कमी बनी हुई है।
प्रखंड | निबंधित मछुआरे |
---|---|
विभूतिपुर | 583 |
बिथान | 278 |
दलसिंहसराय | 355 |
हसनपुर | 438 |
कल्याणपुर | 331 |
खानपुर | 198 |
मोहनपुर | 53 |
मोहिउद्दीन नगर | 351 |
मोरवा | 524 |
पटोरी | 630 |
पूसा | 105 |
रोसड़ा | 131 |
समस्तीपुर | 860 |
सरायरंजन | 295 |
शिवाजीनगर | 66 |
सिंघिया | 742 |
ताजपुर | 148 |
उजियारपुर | 187 |
विद्यापतिनगर | 108 |
वारिसनगर | 198 |
जो मछली पालक या व्यवसायी अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए हैं, वे जल्द से जल्द अपने निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर यह प्रक्रिया पूरी करें। डिजिटल प्लेटफॉर्म से मछली पालन क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी। मछली पालन से जुड़े लोगों को प्लेटफॉर्म रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही सरकारी योजना का लाभ मिलेगा। - मो. नियाजुद्दीन, जिला मत्स्य पदाधिकारी, समस्तीपुर
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