इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन शुरू, छठी से 12वीं तक के छात्रों को मिलेगा मौका; ऐसे करें ऑनलाइन
समस्तीपुर जिले में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं। सरकारी और निजी विद्यालयों के कक्षा 6 से 12 तक के छात्र 15 सितंबर तक नवाचार आइडिया जमा कर सकते हैं। चयनित छात्रों को मॉडल बनाने के लिए 10 हजार रुपये मिलेंगे और बेहतरीन आइडिया राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शित किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। जिले के सरकारी एवं निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों में विज्ञान परक नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए इंस्पायर अवार्ड दिया जाता है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 के अंतर्गत इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू है, जो 15 सितंबर तक होगा।
छठी से बारहवीं तक के विद्यार्थी इएमआइएएस पोर्टल पर पंजीकरण और इंस्पायर मानक मोबाइल एप से आइडिया 15 सितंबर तक जमा कर सकेंगे। प्रत्येक विद्यालय से अधिकतम सात नवाचार चुने जाएंगे।
जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि इसके लिए अपने नए आइडिया की संक्षिप्त जानकारी व लाभ के संक्षिप्त ब्योरे के साथ विद्यार्थियों की ओर से अपलोड किया जा सकता है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं मान्यता प्राप्त सरकारी व निजी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को पत्र जारी किया गया है।
इसमें बताया गया कि इंस्पायर अवार्ड में अपने विद्यालय के छठी से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं का नवाचार आइडिया इएमआइएएस पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है।
मॉडल बनाने के लिए छात्रों को मिलेंगे 10 हजार रुपये
योजना के आवेदन की तिथि समाप्त होने के बाद निर्धारित वर्ग से छात्र-छात्राओं का आइडिया चयनित होने के बाद उन्हें अपने आविष्कार का वैज्ञानिक मॉडल तैयार करने के लिए 10 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। इस राशि का उपयोग करके अपने मॉडल को तैयार कर जिला स्तर से चुने जाएंगे।
बेहतर आइडिया राष्ट्रपति भवन में होगा प्रदर्शित
राज्य भर से कुल एक हजार अव्वल प्रतिभागी छात्र-छात्राओं का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता व प्रदर्शनी के लिए किया जाएगा। इनमें से सबसे बेहतरीन 60 आइडिया वाले मॉडल को राष्ट्रपति भवन में दिखाया जाता है। इन मॉडल को राष्ट्रपति राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करते है।
जिला स्तर पर भी आयोजित होगा प्रदर्शनी
मॉडल बनाने के बाद विद्यार्थी जिला और राज्य स्तर पर मॉडलों को प्रदर्शित करेंगे। विद्यार्थियों को आइडिया सबमिट करने के लिए स्कूल प्रमुखों को इएमआइएएस पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा।
इसके बाद संबंधित स्कूल के विद्यार्थी पोर्टल पर आइडिया साझा कर सकेंगे। यह योजना भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से संचालित है। इसका उद्देश्य स्कूली छात्रों में वैज्ञानिक सोच और नवाचार को बढ़ावा देना है।
विद्यालयों को दिए गए निर्देश
- सभी विद्यालय प्रधान को इंस्पायर अवार्ड मानक कार्यक्रम के लिए अपने विद्यालय के एक-दो शिक्षक को नोडल शिक्षक के रूप में नामित करेंगे।
- नोडल शिक्षक कक्षा छह से 12 के विद्यार्थियों को अपने-अपने नवाचारों से संबंधित विवरण तैयार कर विद्यालय को समर्पित करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
- विद्यालय प्रधान एवं नोडल शिक्षक के द्वारा विद्यार्थियों से प्राप्त सभी नवाचारों अर्थात विद्यार्थियों के आइडिया की समीक्षा करके प्रत्येक कक्षा से एक नवाचार या आइडिया का चयन किया जाएगा।
- विद्यालय स्तर पर चयनित नवाचार एवं आइडिया को इएमआइएएस पोर्टल-www.inspireawards-dst.gov.in पर ऑनलाइन अपलोड संबंधित विद्यालय के विद्यालय प्रधान एवं नोडल शिक्षक के द्वारा किया जाएगा।
- सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इस कार्यक्रम का सतत अनुश्रवण करते हुए अधीनस्थ सभी मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के विज्ञान शिक्षकों के सहयोग से विद्यार्थियों के नवाचारों को 15 सितंबर तक की अवधि में नवाचारों का अपलोड कराना है।
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