Bihar Government: नीतीश सरकार इन लोगों को हर महीने दे रही 1000 रुपये, क्या आपको भी मिलेगा लाभ?
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत इंटर पास बेरोजगार युवाओं को हर महीने 1000 रुपये मिलेंगे। यह भत्ता उन्हें 25 वर्ष की उम्र तक या अगले दो वर्ष तक दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें निशुल्क कंप्यूटर भाषा और संवाद कौशल का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए युवाओं को जिला निबंधन केंद्र एवं परामर्श केंद्र के माध्यम से आवेदन करना होगा।

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना में युवाओं की दिलचस्पी नहीं दिखा पाने की वजह से योजना में आवेदन कम मिल रहे हैं। अब तक महज लक्ष्य की इक्कीस फीसदी ही योजना पूर्ण हो सकी है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं भत्ता के तहत इंटर पास बेरोजगार युवाओं को सरकार दो वर्ष तक एक हजार रुपये की राशि मुहैया कराती है।
चालू वित्तीय वर्ष में 9016 लक्ष्य के अनुरूप महज 1900 आवेदन की स्वीकृति दी गई है। अब इन लोगों को प्रति माह एक हजार रुपये का भत्ता मिलेगा, ताकि वह इसके सहारे अपने लिए रोजगार की तलाश कर सकें। यह राशि उन्हें 25 वर्ष की उम्र या अगले दो वर्ष तक दी जाएगी।
साथ ही सभी को श्रम संसाधन विभाग द्वारा संचालित निशुल्क तीन माह में 120 घंटे बुनियादी कंप्यूटर ज्ञान एवं 80 घंटे भाषा और 40 घंटे संवाद कौशल का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
बताया गया कि वर्ष 2016 में योजना की शुरुआत की गई। अब तक इस योजना में 15820 बेरोजगारों के आवेदन को स्वीकृति प्रदान की गई। स्वीकृति मिलने बाद सभी को स्वयं सहायता भत्ता दिया जा रहा है, जबकि इसके लिए करीब 23 हजार युवाओं ने अपना आवेदन किया था।
कौन ले सकता है योजना का लाभ?
- मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ बेरोजगार युवा उठा सकते हैं।
- इसके लिए उन्हें किसी भी बोर्ड से 12वीं या समकक्ष उत्तीर्ण होना चाहिए। साथ ही वे उच्चतर शिक्षा प्राप्त नहीं कर रहे हों।
- अभ्यर्थी की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए। साथ ही बिहार राज्य का स्थायी निवासी हो।
- योग्य अभ्यर्थी उक्त योजना के लिए जिला निबंधन केंद्र एवं परामर्श केंद्र के माध्यम से योजना का आवेदन कर सकते हैं।
- इसके लिए उन्हें दसवीं और बारहवीं या समकक्ष का प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक खाता और एक फोटो के साथ आवेदन करना होगा।
पंचायत स्तर पर किया जा रहा जागरूक:
योजना का डीआरसीसी के माध्यम से पंचायत स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा। गांव-गांव में लोगों को जागरूक किया जा रहा। डीआरसीसी के पदाधिकारी इसको लेकर लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन इसके बाद भी बेरोजगार युवा इस योजना का लाभ लेने में पीछे हैं।
बताया गया कि सरकार की कोशिश है कि योजना के तहत बेरोजगार को रोजगार खोजने में सहायता उपलब्ध कराना है। योजना के तहत भत्ता देने के साथ ही बेरोजगार को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा। ताकि, उनके रोजगार की समुचित व्यवस्था हो सके।
योजना का प्रचार प्रसार किया जा रहा। योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को आवश्यक सहयोग और भत्ता मुहैया कराई जाती है। आवेदन कम होने की वजह से लक्ष्य के अनुरूप लाभार्थी नहीं मिल रहे। - संध्या कुमारी, प्रबंधक, डीआरसीसी
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