Bihar News: 'घर बैठे कमाएंं लाखों...' अब पार्ट टाइम जॉब को साइबर ठगों ने बनाया जरिया, दोगुना कमाने का लालच देकर ऐसे बिछा रहे जाल
Bihar News साइबर फ्रॉड इन दिनों पार्ट टाइम जॉब के जरिये लोगों को अपने निशाने पर ले रहे हैं। इनके झांसे में आकर अब तक बिहार में सहरसा के छह लोग ठगी का ...और पढ़ें

अमरेंद्र कांत, सहरसा। आपके मोबाइल पर अगर पार्ट टाइम जाब के माध्यम से लाखों की कमाई का लालच दिया जा रहा है तो सावधान हो जाइए। साइबर बदमाश पार्ट टाइम जाब के माध्यम से लोगों को फंसाकर लाखों की ठगी कर रहे हैं।बदमाशों ने सहरसा के एक बैंक अधिकारी को निशाना बनाया और पार्ट टाइम जाब के नाम पर लाखों की ठगी कर ली। अब तक करीब छह लोग इसके शिकार हो चुके हैं।
केस एक
सहरसा के भारतीय स्टेट बैंक में कार्य करने वाले एक बैंक अधिकारी के साथ साइबर बदमाशों ने पार्ट टाइम जाॅब के नाम पर लाखों की ठगी कर ली। बदमाशों ने मैसेज भेजकर पार्ट टाइम जाॅब का ऑफर दिया। बैंक अधिकारी ने जब दिलचस्पी दिखाई, तो इंटरनेट मीडिया के द्वारा एक ग्रुप में जुड़ने को कहा गया।
कहा गया कि पार्ट टाइम नौकरी कर आप लाखों कमा सकते हैं। शुरुआत में उन्हें कुछ टास्क दिए गए। इस कार्य को पूरा करने के नाम पर उनके खाते में छह हजार रुपये भेजे गये। फिर उन्हें टारगेट दिया गया और पैसा प्राप्त करने के बदले सिक्युरिटी मनी राशि की मांग की जाती रही।
उन्हें बड़ी राशि का प्रलोभन दिया जाता है। इस प्रकार कई बार टारगेट देकर राशि बढ़ाकर करीब 17 लाख रुपये सिक्युरिटी मनी के नाम पर लेकर ठगी कर ली गई। साइबर थाना में शिकायत मिलने पर केस दर्ज कर पुलिस कार्रवाई कर रही है।
केस दो
सहरसा के किशोर कुमार इसी लालच में फंस गए। उन्होंने मिले ऑफर में हांमी भर दी। इन्हें जाॅब के नाम पर टारगेट पूरा करने के लिए कहा गया। धीरे-धीरे इनसे करीब 19 लाख की ठगी कर ली गई।
जब रुपये वापस नहीं आए तो इसकी शिकायत पुलिस से की है। इसी तरह शहर में पार्ट टाइम जाब के नाम पर कुछ युवक-युवतियों को फंसाकर ठगी की गई है।
नौकरी के नाम पर प्रोडक्ट की कराई जाती है बिक्री
नौकरी के नाम पर युवक-युवतियों को इंटरनेट के माध्यम से फंसाकर उनसे प्रोडक्ट की बिक्री कराई जाती है। इसी चक्कर में पिछले दिनों पटना के एक पुलिस अधिकारी के रिश्तेदार फंस गये।
सूचना पर पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि तीन दर्जन से अधिक युवक-युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम पर करीब नौ लाख रुपये लेकर उनसे बाजार में प्रोडक्ट की बिक्री घर-घर जाकर कराई जा रही है।
उस समय के एसपी ने स्वयं पुलिस बल के साथ छापेमारी कर इसका पर्दाफाश किया और संचालक समेत अन्य पांच को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
कुरियर नहीं आने पर नंबर नहीं करें सर्च
साइबर फ्राॅड के एक अन्य मामले में पीड़ित के द्वारा उनके कुरियर नहीं आने पर गूगल पर कुरियर कंपनी का संपर्क नंबर सर्च किया गया। मिले नंबर पर काॅल कर शिकायत की गई। तथाकथित कस्टमर केयर के नंबर के धारक के द्वारा लिंक भेजकर भरने को कहा गया।
इस क्रम में पीड़ित के खाते से राशि निकासी कर ली गई। इस मामले का भी केस दर्ज कर पुलिस छानबीन कर रही है। साइबर थानाध्यक्ष ने कहा कि गूगल पर टाल फ्री नंबर किसी भी सूरत में सर्च नहीं करे। नहीं तो ठगी के शिकार हो सकते हैं।

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