बिहार में किसानों की कैसे बढ़ेगी आमदनी? चुनाव से पहले CM नीतीश ने बता दिया उपाय, रोहतास में लगा दी सौगातों की लाइन
Bihar News In Hindi बिहार के बिक्रमगंज में एकीकृत खेती से किसानों की आमदनी बढ़ रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बिक्रमगंज प्रखंड के घुसियां खुर्द का दौरा किया और इंटीग्रेटेड फार्मिंग और उत्कर्ष बायो फ्यूल प्लांट का निरीक्षण किया। किसानों को पराली प्रबंधन के माध्यम से पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ अतिरिक्त आमदनी भी हो रही है।

पार्थ सारथी पांडेय, बिक्रमगंज (रोहतास)। इंटीग्रेटेड फार्मिंग से किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार संभव मदद कर रही है।
यहां के किसान पराली प्रबंधन के माध्यम से पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ अतिरिक्त आमदनी भी कर रहे हैं। प्रगति यात्रा के दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिक्रमगंज प्रखंड के घुसियां खुर्द पहुंचे।
मुख्यमंत्री के पहुंचने पर एनडीए कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। वे यहां इंटीग्रेटेड फार्मिंग और उत्कर्ष बायो फ्यूल प्लांट को देखे। उनके साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री विजय कुमार चौधरी आए थे।
मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और मंत्री ने यहां समेकित कृषि प्रणाली और केवीके बिक्रमगंज, कृषि विभाग की ओर से लगाए गए विभिन्न स्टॉलों को देखा। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी।
मुख्यमंत्री का स्वागत पूर्व सांसद महाबली सिंह, पूर्व विधायक राजेश्वर राज, जदयू नेत्री अरुणा देवी, भाजपा के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, बलिराम मिश्रा सहित कई लोगों ने फूलमाला व बुके देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री जिला के विभिन्न प्रखंडों से आएं किसानों के मशरूम, बैर, गोभी, टमाटर, अजोला, गुड, विभिन्न प्रजातियों के धान फसल, व कुटीर उद्योग से निर्मित जैम, जैली, आचार समेत अन्य स्टाल भ्रमण किया।
इन किसानों को मिला चेक
- वहीं, डेहरी प्रखंड के हीरालाल सिंह को एफलडी में 18 लाख 75 हजार रुपये, दावथ प्रखंड के मिर्जापुर निवासी किसान सुनील कुमार को मशरूम हाट के लिए 89 हजार 750 रुपये का चेक मिला।
- इसके अलावा, नोखा के रितेश कुमार सिंह को प्याज भंडार में 4 लाख 50 हजार रुपये, बिक्रमगंज प्रखंड के राज कुमार को 10 लाख 60 हजार रुपये का चेक मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री ने दिया।
- उसके बाद केंचुआ खाद, पराली से निर्मित खाद, धूपबत्ती, कृषि विज्ञान केंद्र में समेकित कृषि प्रणाली, समेकित पोषण तत्व, जल संरक्षण पर आधारित सिंचाई प्रणाली, बायोपचार उत्पादन मॉडल के लगे स्टॉलों को देखा।
सीएम ने जिले में लगाई सौगातों की झड़ी
नीतीश कुमार ने बुधवार को प्रगति यात्रा के क्रम में जिले में लगाई सौगातों की झड़ी लगा दी। इसके तहत उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बेलाढ़ी परिसर से जिला के लिए 1378.45 करोड़ रुपये की कुल 1220 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।
चेनारी प्रखंड में 4973.33 लाख रुपये की लागत से करमचट इको टूरिज्म एंड एडवेंचर हब, ग्राम बादलगढ़ में 271.16 लाख रुपये की लागत से बोट हाउस व 1489.33 लाख रुपये की लागत से भलुनी धाम इको पार्क योजना का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण कर शिलान्यास किया।
अधिकारियों ने साइट प्लान और माडल के माध्यम से इन योजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। दुर्गावती इको टूरिज्म एंड एडवेंचर हब शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान हाट एयर बैलून तथा आदिवासी जनजाति विकास समिति द्वारा साल के पत्तों से दोना एवं प्लेट निर्माण प्रक्रिया का शुभारंभ किया।
महुआ आधारित मिठाई निर्माण प्रक्रिया का भी जायजा लिया। इस क्रम में जिले के विकास पर आधारित लघु वृत्तचित्र रोहतास ट्रांस्फारमेशन जर्नी प्रदर्शित की गई।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने लाभुकों को मुख्यमंत्री निजी अन्य प्रजाति पौधशाला प्रोत्साहन राशि के लिए तीन लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।
इसके बाद मल्हीपुर पंचायत सरकार भवन के समीप 9.90 लाख रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक पशु शेड, बैडमिंटन कोर्ट, 9.98 लाख रुपये की लागत से निर्मित खेल मैदान तथा 9.89 लाख रुपये की लागत से निर्मित तालाब का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया।
इस क्रम में सतत जीविकोपार्जन योजना के 321 लाभार्थियों को डेयरी उद्यम के लिए 1.6 करोड़ रुपये के आर्थिक सहयोग का सांकेतिक चेक व देसी गौ-पालन प्रोत्साहन योजना का सांकेतिक चेक लाभुकों को प्रदान किया।
मल्हीपुर पंचायत भवन में आरटीपीएस काउंटर, पुस्तकालय, डाकघर, संवाद कक्ष एवं सुधा मिल्क पार्लर का शुभारंभ किया।
जल-जीवन-हरियाली के तहत सौंदर्यीकृत तालाब एवं पंचायत सरकार भवन परिसर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग व बैंडमिंटन कोर्ट का जायजा लिया। इस दौरान खिलाड़ियों को खेल किट प्रदान किया गया।
सीएम ने जीविका दीदी के काम को सराहा
जीविका दीदियों से बातचीत करते हुए कहा कि पूरे बिहार में आप काफी अच्छा काम कर रही हैं। जब हम केंद्र में मंत्री थे तो कई जगहों पर जाकर स्वयं सहायता समूह के कार्यों को देखे थे।
बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बहुत कम थी। 2005 में जब बिहार में हमलोगों की सरकार बनी तब स्वयं सहायता समूहों का विस्तार करने का निर्णय लिया।
इसके लिए 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर पूरे स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया गया। हमने ही स्वयं सहायता समूह का नाम जीविका किया और इससे जुड़नेवाली महिलाओं को जीविका दीदी कहा।
उस समय की केंद्र सरकार ने हमलोगों के कार्य से प्रेरित होकर देशभर में आजीविका नाम से इस योजना को शुरू किया।
बिहार में अब तक कुल एक करोड़ 35 लाख से अधिक जीविका दीदियां स्वयं सहायता से जुड़ चुकी हैं। अब हमलोग बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी जीविका समूह का गठन करा रहे हैं।
अब तक साढे तीन लाख से अधिक जीविका दीदियों की संख्या शहरी क्षेत्रों में हो गई है। जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जीविका दीदियों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, हम चाहते हैं कि इनके कार्यों का और अधिक विस्तार हो। जीविका दीदियों द्वारा संचालित घी प्रसंस्करण इकाई का भी मुख्यमंत्री ने जायजा लिया।
रिमोट से किया उद्घाटन-शिलान्यास
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, बेलाढ़ी के परिसर में रोहतास जिला अंतर्गत विकास योजनाओं का रिमोट के माध्यम से मुख्यमंत्री ने उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।
विद्यालय प्रांगण में आत्मरक्षा के लिए जुडो कराटे का प्रशिक्षण ले रही छात्राओं से मुख्यमंत्री ने बातचीत करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
वहां स्थापित 3-डी लैब (सौरमंडल) व छात्र-छात्राओं द्वारा भारत के अंतरिक्ष उड़ान पर आधारित बनाए गए प्रोजेक्ट से संबंधित स्टाल का भी अवलोकन किया।
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