Purnia News : 'डॉक्टर छठ की ड्यूटी पर हैं...', गर्भवती रात भर तड़पती रही पर GMCH में नहीं किया भर्ती, जच्चा-बच्चा की मौत
बिहार के पूर्णिया जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही का मामला सामने आया है। स्वजन का आरोप है कि गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल ले गए थे। परंतु वहां लेबर रूम में भर्ती करने से इनकार कर दिया गया। आरोप है कि देर से भर्ती किए जाने की वजह से सुबह महिला और उसके बच्चे ने दम तोड़ दिया।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। बिहार में स्वास्थ्य सेवाएं कितनी बेहतर हैं, इसकी एक बानगी बीते रविवार रात सामने आई। प्रदेश के पूर्णिया जिले में सरकारी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत के मामले ने व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर और कर्मियों की लापरवाही से राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में रविवार की रात एक जच्चा-बच्चा की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है।
स्वजन ने लगाया देर से भर्ती करने का आरोप
इस मामले को लेकर मृतका के स्वजन ने प्रसव वार्ड में देर से अस्पताल में भर्ती करने का आरोप लगाया है। स्वजन ने बताया कि शनिवार देर रात प्रसूता को प्रसव पीड़ा होने पर लेबर रूम में भर्ती नहीं किया गया।
मृतका की मां का आरोप है कि वह पूरी रात डॉक्टर और नर्स का इंतजार करते रहे। एडमिट करने की बात कहने पर लेबर वार्ड का दरवाजा बंद कर दिया गया।
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गुमटी टोला की रहने वाली थी मृतका
मृतका की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रानीपतरा गुमटी टोला निवासी सारण ऋषि (32) की पत्नी हिरिया देवी (27) के रूप में हुई है। प्रभारी अधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं आया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला
जच्चा और बच्चा की मौत को लेकर मां फूल्या देवी और सास छिदनी देवी का आरोप है कि शनिवार देर रात प्रसूता को प्रसव पीड़ा होने के बाद स्वजन उसे लेकर आनन-फानन में धमदाहा स्थित मायके से जीएमसीएच पहुंचे थे।
उस समय रात के करीब 12 बज रहे थे। प्रसव पीड़ा से चीखती प्रसूता को लेकर लेबर वार्ड में गए। परंतु, वहां मौजूद कुछ महिला स्टाफ ने छठ को लेकर डॉक्टर और नर्स स्टाफ की छुट्टी पर होने की बात बताई।
इसके बाद सुबह डिलीवरी किए जाने की बात कहकर लेबर रूम का दरवाजा बंद कर दिया। आरोप है कि इसके बाद प्रसूता पूरी रात प्रसव पीड़ा से तड़पती रही। सुबह होते-होते प्रसूता की तबीयत बिगड़ने लगी।
सुबह लेबर रूम के डॉक्टर और नर्स पहुंचे तब महिला को प्रसव के लिए लेबर रूम में ले जाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। ऑपरेशन से पहले ही जच्चा और बच्चा ने दम तोड़ दिया।
मृतका की मां और सास ने आरोप लगाते हुए बताया कि प्रसूता छठ को लेकर नहाय-खाय से पहले रानीपतरा स्थित ससुराल से अपने मायके धमदाहा गई थी।
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