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    Patna Jagran Forum 2025: 'मुन्नी बदनाम हुई खुलेआम', ये क्या बोल गए तेजस्वी यादव? पूछा- बिहार में कौन सुरक्षित

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 07:09 PM (IST)

    Bihar politics दैनिक जागरण ने 2 अगस्त 2025 को बिहार के भविष्य को दिशा देने के लिए एक मंच का आयोजन किया जिसमें कई राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। नेताओं ने जाति के आधार पर वोट बैंक को साधने के प्रयासों पर अपने विचार व्यक्त किए और बिहार में विकास की आवश्यकता पर जोर दिया।

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    जागरण फोरम में चला सवाल-जवाब का दौर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, पटना। Patna Jagran Forum 2025 latest News: बिहार के भविष्य की दिशा का निर्धारण करने के लिए 2 अगस्त 2025 को दैनिक जागरण ने एक मंच तैयार किया है। जहां पर कई पार्टियों के नेता एकत्रित हुए हैं।  

    सवाल- लोकतंत्र और गणराज्यों की व्यवस्था वैशाली में जाति आधार सघन क्यों है, क्या विकास की राजनीति जाति के आगे घुटने टेकती रहेगी या विकास भी होगा?

    राजनीतिज्ञों ने अपनी राजनीतिक दुकानदारी चलाने के लिए किसी भी हद तक जाकर उसे परिभाषित किया है, इसलिए जाति में बांटकर अपने वोट बैंक को कैसे बचाया जाए, इसका प्रयास किया जाता है। बिहार में विकास की बात करनी चाहिए। हम इतना पीछे लौट रहे हैं, अपने वोट के लिए जाति को आगे ले जाते हैं। -  दिलीप जयसवाल,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    सदियों से जाति व्यवस्था

    सदियों से जाति व्यवस्था है, ये सर्कस की सीढ़ियां हैं, इस पर सभी राजनीति दल बैठे हुए हैं। जाति प्रथा चल रही है, सारे देश में। हमारे समाज में जाति का भी समूह है, सबकी पहचान अलग-अलग है। बिहार सिर्फ बदनाम है, सामाजिक संरचना के साथ आर्थिक संरचना भी जुड़ी हुई है। इसलिए लोकतंत्र में राजनीति में बदलाव का अवसर भी होता है। करीब-करीब जितने प्रदेश हैं, वहां पर जातिवाद है पर बिहार बदनाम है। सत्ता की हिस्सेदारी से दालान मिलता है, चापाकल मिलता है, ये वोट ठगने का आधार है। - मंगनी लाल, राजद प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    जातिवाद को दूर करना बहुत मुश्किल

    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का जवाब जातिवाद को दूर करना बहुत मुश्किल है आज भी बिहार के दक्षिण टोला गरीब तबके का होता है। बिहार में जातिवाद को लाते है वो मैं गलत मानता हूं। नेता समय के साथ अपने आप को अपने सुविधा अनुसार पार्टी बदलते हैं। - राजेश राम, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    सवाल- राजनीति के लिए जातीयकरण जरूरी क्यों है?

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    जहां तक जाति की बात है, 55 वर्षों तक केंद्र में सरकार रही पर जो सबसे निचले पायदान पर व्यक्ति है, उस पर कोई परिवर्तन नहीं है। नीतीश जी विकास का कार्य करने से जातिवाद बहुत हद तक हटा है। समाज में 2005 से पहले जाति को लेकर तनाव पैदा किया गया, सार्वजनिक मंच से कहा गया था भूरा बाल साफ करो। - उमेश कुशवाहा, JDU प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    सभी पार्टी जाति प्रथा की शिकार

    विषय आपका स्पष्ट है जातीय जकड़न... जकड़न पैदा होती है, जब बीमारी से जकड़ ले तो उसे दूर करने की बात करते हैं। जाति प्रथा की सभी पार्टी शिकार हैं। जाति व्यवस्था में बिहार बदनाम है। किस वर्ग ने कितनी खैरात बांटी ये विकास नहीं है। हिंदुओं में सौहार्द्र नहीं है। - मंगनीलाल, राजद प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    मंगनी के खैरात का रालोमो सुप्रीमो उपेन्द्र ने दिया जवाब

    कसम खाकर कोई भी नेता कहेंगे कि खैरात की राजनीति नहीं करेंगे? अगर लड़का-लड़की एक कॉलेज में पढ़ते हैं, अगर प्यार हो जाता है तो वहां जातिवाद कहां है? जातिवाद की जकड़न हम राजनीतिज्ञ लोग बना कर रखे हैं। अगर हमारे वंचित समाज के लोग बड़ा बनाते हैं तो क्या वो जाति का ख्याल रखता हैं क्या? - उपेन्द्र कुशवाहा का जवाब मंगनी लाल के खैरात वाले बयान पर

    सवाल- आरोप आपके ऊपर लग रहे हैं 65 साल में क्या किया? क्या जातिवाद हटा पाए?

    70 को घटाकर 65 कहने के लिए धन्यवाद... आपने क्या किया? ये चर्चा नहीं करते और हमारी 70 साल की बात करते हैं उसके लिए धन्यवाद। नीतीश सरकार में कहा जाता है कि ये इस जाति के हैं, वो उस जाति के हैं। ये नीतीश बाबू ही करते हैं। हम लोग अपनी गलती को स्वीकारते हैं, पर सरकार अपनी गलती पर पर्दा डालती है। आप जाति गणना कराते हैं और जाति की बात करते हैं। आपने दलित, महादलित बनाया इस पर भई चर्चा होनी चाहिए। - राजेश राम, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    सवाल- जाति जनगणना की बात करने से जातिवाद बढ़ता है या नहीं?

    आज की डेट में 20 वर्षों में नीतीश ने जो विकास की योजना चलाई हैं, इससे पहले कितना तनाव होता था, भूरा बाल साफ करें... बिना तनाव के जाति से ऊठकर विकास किया है। विकास से ही जाति जकड़न दूर होगी। जाति के नाम पर विपक्ष अपने परिवार को बढ़ाने का काम करता है। वोट जाति का लेते हैं और अपने परिवार को बढ़ाते हैं... मंगनी बाबू को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार क्यों नहीं बनाया जाता? जाति पर मरो पर राजा हम ही बनेंगे। विकास मॉडल से ही जातिवाद हटेगा। - दिलीप जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    सवाल- आने वाले चुनाव में क्या जातिवाद ही टिकट वितरण का पैमाना होगा? इससे ही उम्मीदवारी मिलेगी या क्या होगा?

    जात नहीं टूटेगी जब तक नीतिगत पहल नहीं होगी, जात व्यवस्था का जहरीला स्वरूप है ये नहीं टूटेगा, हम लोग अंतरजातीय विवाह के समर्थक हैं। जाति से हटकर समाज नहीं बनता है। परिवारवाद पर टिकट बंटवारे में अगर जात-पात नहीं करते हैं तो हम पाखंडी हैं। टिकट वितरण में जाति व्यवस्था जरूर होगा। - मंगनी लाल, राजद प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    हम विकास में विश्वास करते हैं

    हम लोग विकास में विश्वास करते हैं, अब जो पहचान होगी वो शैक्षिक आधार पर होगी। हम लोग काम करने वाले को टिकट देंगे। - दिलीप जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    सभी पार्टी में परिवारवाद

    जब तक इसे शिक्षा से नहीं जोड़ेंगे तब तक जातिवाद चलता रहेगा। धर्म और जाति को भूलने की कोशिश की जानी चाहिए। परिवारवाद करीब-करीब सभी में है। - राजेश राम, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का जवाब

    सवाल- जदयू का भरोसा नीतीश पर है या एनडीए पर?

    20 साल के शासन में जो उनको मिला वो तो 10-15 साल गड्ढा भरने में ही लग गए, ये ठीक करते-करते बिहार को यहां तक पहुंचाया है। नीतीश खुद एक इंजीनियर हैं, उन्होंने अपने काम से बिहार को आगे बढ़ाया है। नीतीश पर तो हमेशा भरोसा रहेगा। नीतीश ही हमें सिखाए कि बिहार के लोगों को बिहारी बोलने पर अभिमान है। बजट में बिहार के बजट को लेकर विपक्ष भी परेशान है। नीतीश के नेतृत्व में हम लोग चुनाव लड़ेंगे और बिल्कुल स्थिरता के साथ सरकार चलेगी। - संजय झा, जदयू के राज्यसभा सांसद

    सवाल- अल्पसंख्यक वोटरों को जोड़ने की कोशिश पर क्या कहेंगे?

    वक्फ में भी गरीबों और जरूरतमंद लोगों के लिए दुआ करते हैं। अल्पसंख्यक वोटर को जोड़ने की कोशिश होती है। सीटों की बात करें तो अगर बीजेपी को 40 आएंगी तो जदयू को भी इतनी ही आएंगी... ना कि बीजेपी को 80 आए और जदयू को 40 आ जाएं, ऐसा नहीं होगा। दिल्ली से आए लोगों को मैं कहूंगा कि एक बार म्यूजियम जरूर जाएं... क्यों देश में ऐसा म्यूजियम नहीं है? - संजय झा, जदयू से राज्यसभा सांसद का जवाब

    सवाल- रीजनल पार्टी का इतिहास देखें तो कोई घरवाले ही संभालते हैं?

    नीतीश कुमार ने पार्टी को बनाया और आगे बढ़ाया। अब इस पर नीतीश कुमार ही बता पाएंगे कि आगे वो क्या करेंगे। - संजय झा, जदयू से राज्यसभा सांसद का जवाब

    सवाल- आप उपमुख्यमंत्री के पद तक जा रहे हैं, ये ज्यादा नहीं है? (छोटे दल और बड़ी महत्वाकांक्षा सत्र)

    जवाब- सपना देखना बड़ी बात नहीं है और सपना साकार करना मैं जरूरी मानता हूं। मैं जीरो से हीरो बना.. वो भी दूसरे प्रदेश में जाकर... मैंने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी। मैं मंजिल पाकर ही रहता हूं.... मैंने वार्ड चुनाव लड़े बिना लीडर बनकर दिखा दिया। मैंने गलत का रास्ता कभी नहीं अपनाया। मैं 2020 में ही उपमुख्यमंत्री बन सकता था, पर मैं किसी के साथ गलत नहीं करता हूं.... मैं महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में नहीं शामिल हुआ। हमारी सरकार बनेगी तो हम गठबंधन के हिस्सेदार होंगे तो मैंने कहा कि 37 प्रतिशत वोट वाला अगर उप मुख्यमंत्री नहीं बनेगा तो कौन बनेगा? मेरे पास वोट है और जनता मेरे साथ है तो मैं उपमुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता? - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक (Mukesh Sahani)

    सवाल- बड़ी पार्टी नहीं कर रहे हैं तो आप क्यों?

    जवाब- मैं उस गठबंधन का नाम भी नहीं लूंगा... मैं उप मुख्यमंत्री जरूर बनूंगा। अगर मेरे पास 39 प्रतिशत वोट रहता तो हम सीएम बनते। - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक

    सवाल- आप 60 सीटें मांग रहे हैं, इसके पीछे गणित क्या है?

    मेरे पास औसत वोट 14 प्रतिशत है, 42 प्रतिशत में सरकार बनेगी... ये आपस की बात है, कम ज्यादा सीट हो सकती हैं। कोई मेरी पार्टी में आना चाहता है तो वो मेरे साथ जुड़ सकता है। - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक का जवाब

    सवाल- 60 सीट मांग रहे हैं या मंगवाई जा रही हैं?

    हम लोगों का आपस में समझौता है... मेरे पास 11 एजेंडे पर मोहर है, जिसमें 60 सीट और उप मुख्यमंत्री का पद है। सीट हम मांगेंगे थोड़े... हमारी अपनी पार्टी है, समझौता होना है, लगभग तय हो गया है। - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक का जवाब

    सवाल- आपने कहा कि हम दोनों भाईयों ने आपस में बात कर ली है तो क्या कांग्रेस इसमें कहीं नहीं है?

    कांग्रेस पार्टी तो सर्वोपरी है पर कांग्रेस देश के लिए काम कर रही है, बिहार में राजद आगे है। - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक का जवाब

    सवाल- आपने कहा कि आपके एमएलए खरीद लेते हैं तो इस बार क्या करेंगे?

    वोटर और एमएलए खरीदना सही है क्या? हम लोगों ने डबल ताला लगाया है... हम लोग अपने विचार से मिलने वाले को ही खड़ा करेंगे। - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक का जवाब

    सवाल- ताला बंद रहते हुए अगर गायब हो जाए तो?

    ताला को हम लोग इस बार ठीक से बंद करेंगे। - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक का जवाब

    सवाल- नीतीश की घोषणा और बिहार में काम पर क्या कहेंगे?

    ये बात सही है बिहार में काम हुआ है, पर अन्य प्रदेश से अधिक काम नहीं हुआ है... नीतीश ने हमारे एजेंडा को चोरी किया है। नीतीश अस्वस्थ भी हैं इसलिए बिहार में नए जेनरेशन यानि तेजस्वी को कुर्सी मिलेगी, अब वो (नीतीश कुमार) आशीर्वाद देंगे। समय-समय पर गलती होती है। 2020 में हम लोगों के बीच में कुछ गलतियां हुईं, इस बार ऐसी गलती नहीं होनी है। - मुकेश सहनी, विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक का जवाब

    सवाल- छोटे दलों की पहचान क्या है?

    हम जिस गठबंधन में हैं, उन सभी की सीटों को हम अपनी ही सीट मानते हैं, छोटा दल कोई नहीं है। - उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी प्रमुख का जवाब

    सवाल- इस चुनाव में आप अपनी पार्टी को कहां देखते हैं?

    हम मजबूत साझेदार रहेंगे। सीटों पर चर्चा का विषय नहीं है, हम इस पर सार्वजनिक मंच पर चर्चा नहीं करेंगे। - उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख का जवाब

    सवाल- नीतीश के बाद आपकी पार्टी का क्या होगा?

    सरकार में मुख्यमंत्री के रूप में काम करें और आगे भी काम करें। - उपेंद्र कुशवाहा, राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख का जवाब

    सवाल- जदयू कीतनी सीटों पर लड़ेगी?

    समय आने पर बातचीत होगी। जो एनडीए के घटक दल हैं, सब लोग मिलकर संख्या तय करेंगे। - विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री, बिहार सरकार (Vijay Kumar Chaudhary)

    सवाल- लगभग 65 लाख मतदाता बाहर हुए, क्या कर्मचारियों ने बेहतर तरीके से काम नहीं किया इसलिए पुनरीक्षण कराने की बात आई?

    ये प्रश्न चुनाव आयोग से संबंधित है... इसमें राज्य सरकार और राज्य सरकार के कर्मचारी की कोई बात ही नहीं। ये नहीं है कि हर चुनाव के पहले पुनरीक्षण नहीं होता है, पर वो आम चुनाव होता है। - विजय चौधरी, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री, बिहार सरकार

    सवाल- आधार कार्ड क्यों नहीं माना गया?

    देखिए मेरा मानना है कि आधार कार्ड को मानना चाहिए पर ये चुनाव आयोग का मामला है। इसमें हम कुछ नहीं कह सकते। - विजय चौधरी, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री, बिहार सरकार

    सवाल- संविधान पर राजनीति होती है और बीजेपी अग्रेसिव हो जाती है?

    अतीत को लेकर बात होती है। फंडामेंटल राइट के ऊपर क्या है ये बताना चाहता हूं। प्रभु राम लंका से लड़ाई के बाद अयोध्या सीता माता के साथ लौटे थे, ये मैं नहीं कह रहा हूं इसमें लिखा हुआ है। इसमें महाभारत, भगवान बुद्ध, शिवा जी हैं, अकबर नहीं है। जो भी हमसे विवाद करते हैं वह अपने अतीत में झांक लें। विपक्ष को वोट नहीं मिला तो चुनाव आयोग को एटम बम कहा, वोट नहीं मिला तो चुनाव आयोग फेल है कहा गया। जेपी कैंडी अस्पताल में भर्ती थे पर इमरजेंसी के कारण उनसे कोई नहीं मिल पाया था। अब हर नेता यह जानता है कि अब इमरजेंसी कभी नहीं लगेगा। - रवि शंकर प्रसाद, बीजेपी सांसद

    सवाल- भाजपा की ओर से समीक्षा क्यों नहीं की जा रही है?

    तीन तलाक बदलाव हुआ की नहीं, 370 बदलाव हुआ की नहीं, जहां जरूरी है वहां बदलाव किया जा रहा है। मेरे पास ऑरिजनल किताब है। भारत का वोटर कौन बनेगा? जो पार्टिकल क्षेत्र में रहता हो, वही वोटर बनेगा। जिसका दो जगह वोटर लिस्ट बना है उनका नाम तो कटेगा ही, इसमें तो विपक्ष को कोई आपति नहीं होनी चाहिए। आप सुप्रीम कोर्ट गए वहां आपने फीस दिया या नहीं। मैं ये नहीं जानता हूं पर आपको स्टे नहीं मिला। जनता आपको वोट नहीं देगी तो आप क्या करेंगे। चुनाव एक खेल है जो जनता खिलाती है तो फील्ड में आइए जो होगा वो देखा जाएगा। - रवि शंकर प्रसाद, बीजेपी सांसद

    सवाल- पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश में पटना डूब गई, इस पर आप क्या कहेंगे?

    पटना में पानी जमाव होता है तो निकलता भी है। इस पर लगातार मीटिंग चल रही है। बिहार में बहुत सारा विकास हुआ है। अब चीन बाढ़ में बह रहा, विदेशों में भी बाढ़ आ रही है, भयंकर बारिश से कई जगहों पर ऐसी स्थिति है। प्राकृतिक आपदाओं पर क्या ही कहा जा सकता है। - रवि शंकर प्रसाद, बीजेपी सांसद

    सवाल- राजद की ओर से एसआईआर पर लगातार विरोध किया गया, अब सब कुछ सामने आ गया है?

    एसआईआर में जिन डॉक्यूमेंट को मतदाता को प्रस्तुत करना है उसको बनाने के लिए आधार जरूरी है, लेकिन वो नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कई बार नसीहत दी। 65 लाख मतदाता गायब हैं, इस सवाल पर चुनाव आयोग खुद घेरे में है। कई विधानसभाओं में मतदाता बाहर किए गए, किस बूथ से किए गये, यह स्पष्ट नहीं है। मतदाताओं के हक को डकारने का जो काम किया गया, उसका आज भी विपक्ष और तेजस्वी जी विरोध करते रहेंगे। यह मतदाताओं के अधिकार का सवाल है। मतदाता मालिक होता है, सरकार आती और जाती रहती है। मतदाताओं के लिए जो संकल्प लिया है, तेजस्वी जी उसपर खरे उतरेंगे। - शक्ति सिंह यादव, राजद प्रवक्ता

    सवाल- एसआईआर होना चाहिए या नहीं?

    राजनीतिक दल का सदस्य होने के नाते ये कहूंगा की एसआईआर होना चाहिए, लेकिन उनकी प्रक्रियाओं पर आज भी सवाल है। एसआईआर करने के लिए समय होना चाहिए, बरसात के समय में बाढ़ के समय में कभी भी एसआईआर नहीं हुआ है। चुनाव आयोग मुद्दे से भटक चुका है, पब्लिक इससे गुस्सा में है। - शक्ति सिंह यादव, राजद प्रवक्ता

    सवाल - तेजस्वी जब परिवार नहीं संभाल पा रहे है तो बिहार कैसे संभालेंगे?

    तेजस्वी जी महिलाओं का मुस्कान हैं, युवाओं का अरमान हैं, बुजुर्गों का सम्मान है। तेजस्वी के लिए पूरा बिहार परिवार है। घरेलू परिवार की बात करे तो उसके लिए हेड लालू प्रसाद है। पूरे बिहार के लिए वह हर तरह की भूमिका निभाते हैं। - शक्ति यादव, राजद प्रवक्ता

    सवाल - बदलते बिहार में सामाजिक न्याय की परिभाषा कैसे रंग बदल रही है?

    सवाल है विचारधारा की... अगर तेजस्वी पिछड़ा है मेरी सोच सामन्ती है तो हम सामन्ती है। अगर हम भेदभाव के खिलाफ लड़ते हैं तो हमारी सोच सामाजिक है। लालू जी के दौर के संघर्ष को सलाम करता हूं। अगर मोदी जी को अति पिछड़ा बोलना पड़ता है तो वह लालू जी की देन हैं। हमने जातिगत जनगणना कराई। हमें पिछड़ों के लिए काम करना है, उनको मुख्य धारा में लाना है। ऐसे में हम किसी के खिलाफ नहीं है। हम सबकी बात करते हैं। हम 14 करोड़ बिहारियों की बात करते हैं। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    सवाल - ए टू जेड की क्यों पड़ी आवश्यकता?

    किसको नहीं पड़ी ए टू जेड की आवश्यकता... लालू जी बिहार के मुख्यमंत्री बने कई बार अपने दम पर सरकार बनाई, तो सबका वोट उन्हें मिला। चुनाव आयोग ने 2020 में जो बैमान की उसके बाद भी हमें काफी वोट मिला। हर वर्ग के लोग हमें वोट करते हैं। जब तेजस्वी ने 5 लाख लोगों को नौकरी दी तो एक ही जाति के लोगों को खाली नौकरी थोड़ी दी। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    सवाल- नीतीश जी अचेत अवस्था में हैं?

    नीतीश जी अचेत अवस्था में है। अचेत अवस्था में नहीं होते तो आज इस फोरम में आज आए होते। वे इस समय बैठकों में नहीं जा रहे हैं। वो इस समय कहीं नहीं जा रहे हैं। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    सवाल - बदलते बिहार में सामाजिक न्याय की परिभाषा कैसे रंग बदल रही है?

    सवाल है विचारधारा की। अगर तेजस्वी पिछड़ा है मेरी सोच सामन्ती है तो हम सामन्ती है। अगर हम भेदभाव के खिलाफ लड़ते हैं तो हमारी सोच सामाजिक है। लालू जी के दौर के संघर्ष को सलाम करता हूं। अगर मोदी जी को अति पिछड़ा बोलना पड़ता है तो वह लालू जी की देन हैं। हमने जातिगत जनगणना कराई। हमें पिछड़ों के लिए काम करना है, उनको मुख्य धारा में लाना है। ऐसे में हम किसी के खिलाफ नहीं है। हम सबकी बात करते हैं। हम 14 करोड़ बिहारियों की बात करते हैं। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    ए टू जेड की क्यों पड़ी आवश्यक्ता?

    किसको नहीं पड़ी ए टू जेड की आवश्यकता... लालू जी बिहार के मुख्यमंत्री बने कई बार अपने दम पर सरकार बनाई, तो सबका वोट उन्हें मिला। चुनाव आयोग ने 2020 में जो बैमान की उसके बाद भी हमें काफी वोट मिला। हर वर्ग के लोग हमें वोट करते हैं। जब तेजस्वी ने 5 लाख लोगों को नौकरी दी तो एक ही जाति के लोगों को खाली नौकरी थोड़ी दी। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    नीतीश जी अचेत अवस्था में हैं?

    नीतीश जी अचेत अवस्था में है। अचेत अवस्था में नहीं होते तो आज इस फोरम में आज आए होते। वे इस समय बैठकों में नहीं जा रहे हैं। वो इस समय कहीं नहीं जा रहे हैं। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    हम लोगों ने करके दिखाया

    आपने संजय झा से पूछा की वो जदयू में हैं या भाजपा में। वो 1 लाख से हार गए थे। इन लोगों को आधा अधूरा ज्ञान है। पहले लोन नहीं ले सकते थे, वो तो मनमोहन सिंह ने किया। उसके बाद से बिहार सरकार को लोन शुरू करवाया। 2020 में जब मैंने 10 लाख नौकरी की बात की थी तो नीतीश ने कहा था कि अपने बाप के यहां से पैसा लाओगे क्या? सरकार को ये भी नहीं पता था कि कितने रिक्त पद या खाली हैं। हम लोगों ने करके दिखाया। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    मेरी योजना चोरी नहीं किया तो क्या किया?

    हमने माई बहन योजना में 2500 रुपया खाते में दिया तो उस समय भी बात आई कि पैसा कहां से लाओगे। तेजस्वी की उम्र और जुबान कच्ची नहीं है। मैंने बोला 200 यूनिट बिजली मुफ्त करेंगे तो उन्होंने 125 यूनिट बिजली मुफ्त दी। अब दिए तो फिर मेरी योजना चोरी नहीं किया तो क्या किया? बिहार का पैसा ज्यादा बाहर जा रहा है, इसे रोकना होगा। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    एनडीए सौतेला व्यवहार करती थी

    मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग जरूर बनीं पर उसमें काम कितना होता है, उसमें पढ़ाई कितना होता है ये बताएं ना नीतीश कुमार। यहां मक्का है, मखाना है, यहां पशुपालन के क्षेत्र में बहुत काम है, इस पर क्यों नहीं कर रहे हैं। राबड़ी-लालू के काम में एनडीए सौतेला व्यवहार करती थी। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    नीतीश पलटी नहीं मारे होते तो मोदी थोड़े ही आते

    बिहार में बना इंजन विदेश जा रहा है, वो लालू जी की देन है। हमको लगता है कि चुनाव के बाद जदयू रहेगी नहीं, वो बीजेपी में विलय हो जाएगी। नीतीश जी का आखरी चुनाव है। ये हम नहीं कह रहे अमित शाह जी भी कहे हैं कि चुनावभर नीतीश नेतृत्व करेंगे, उसके बाद देखा जाएगा कि कौन रहेगा। साल 2012 के बाद कोई भी सरकार स्थिरता से चली हो तो बताओ। हम लोग का लक्ष्य था भाजपा का हराना अगर नीतीश जी पलटी नहीं मारे होते तो मोदी थोड़े ही आते। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    चिराग मेरे साथ जुड़ेंगे या नहीं, देखा जाएगा

    मांझी और चिराग एक-दूसरे को अपने को कोस रहे हैं, आगे क्या होगा, ये कौन कह सकता है। चिराग ने लॉ एंड ऑर्डर के बारे में सवाल किया कि ये उनका अफसोस है, क्योंकि उनका मानना है कि मैं मंत्री होते हुए भी कुछ नहीं कर सकता। चिराग मेरे साथ जुड़ेंगे या नहीं, इस पर आगे देखा जाएगा कि क्या होगा। ये अभी मैं कुछ नहीं कह सकता। इतने झूठे प्रधानमंत्री मैंने आजतक नहीं देखे। वो एक चीनी मिल नहीं चला पाए पर मैंने 17 महीने में चालू करा दिया। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    बिहारवासियों के लिए बहुत कुछ करूंगा

    मेरे तो अभी तीन ही पर्सेंट वादे पूरे किए हैं, अभी मुझे आने दीजिए, मैं बिहारवासियों के लिए बहुत कुछ करूंगा। मैंने जो कहा वो करूंगा। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    जब तक लालू चलीसा नहीं पढ़ेंगे...

    मैंने जो भी वादा किया उसमें वो थोड़ा घटाकर बताए, मैंने बोला 200 बिजली तो उन्होंने बोला 125 यूनिट। थोड़ा बढ़ा देते तो क्या चला जाता? जब तक लालू चलीसा नहीं पढ़ेंगे तब तक भूत-पिशाच नहीं भागेगा। सम्राट चौधरी को कोई शर्म नहीं, पगड़ी खोल दिए पर शर्म नहीं। सम्राट ने मेरे पिता को अपराधी बताया तो आपके पिता मेरे पिता के चमचे थे... वो खैनी बनाते होंगे.. और लौंडा नाच में सम्राट ताली बजाते होंगे। मुन्नी बदनाम हुई खुलेआम देखते हैं तो..। तुम नीतीश मिश्रा के हाथ पर क्यों नहीं गोदवा देते हो कि तुम्हारे बाप चोर हैं, जब मुझे कहते हैं चारा चोर का बेटा। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    बिहार में कोई सुरक्षित है?

    बिहार में कोई सुरक्षित है? मतदाता सूची में मेरा नाम अलग कर दिया गया और पूरे परिवार का अलग है। दो ईपीआई कैसे हो गया। जयचंद के सवाल पर कहा कि अगर मिले तो मैं भी खोज रहा हूं। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    सीट बंटवारा होगा तो बता देंगे

    पढ़ाई, दवाई, सिंचाई, कार्रवाई, सुनवाई वाली सरकार बनेगी हमारी। सीट का बंटवारा हो जाएगा तो हम बता देंगे। नशा मुक्ति को लेकर कुछ नहीं किया गया। केवल विज्ञापन में पैसे बर्बाद किए गए हैं। बिहार में ड्रग्स का कारोबार बढ़ गया है। - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व उप मुख्यमंत्री

    यहां पढ़ें- 

    Patna Jagran Forum 2025 Live Update: 'विकास का रास्ता या जातिवाद....', बिहार की जनता के सामने दो विकल्प; जागरण फोरम में बोले रक्षा मंत्री

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