Bihar News: मिनटों में तय होगा दीघा से दीदारगंज का सफर, इस महीने से सड़कों पर दौड़ेंगी गाड़ियां
दीघा से दीदारगंज तक का सफर जल्द ही कुछ मिनटों में पूरा हो जाएगा। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने इसे लेकर बड़ा अपडेट दिया है। इस पथ पर निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है जिसके बाद संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने के खत्म होने तक दीघा से दीदारगंज तक के मार्ग पर वाहनों का आवागमन शुरू हो जाएगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। उप मुख्यमंत्री व पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि दीघा से दीदारगंज तक जेपी गंगा पथ को अगले महीने पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जेपी गंगा पथ के दीघा से कंगन घाट तक पूरा होने पर पटना के पूर्वी तथा पश्चिमी भाग के बीच आवागमन में सुगमता आई है।
अगले महीने तक काम पूरा करने का लक्ष्य
- डिप्टी सीएम ने कहा कि जेपी गंगा पथ के कंगन घाट से आगे के पथांश में काफी तेजी से कार्य हो रहा है। इसे अगले महीने तक पूर्ण करने का लक्ष्य है, जिससे राष्ट्रीय उच्च पथ -30 से इसकी संपर्कता हो जाएगी।
- इससे पटना शहर में एक छोर से दूसरे छोर तक निर्बाध एवं सुगम आवागमन सुनिश्चित हो सकेगा। जेपी गंगा पथ के दोनों ओर हरित क्षेत्र विकसित किया जाएगा, जिससे पटना शहर के पर्यावरण की स्थिति में भी सुधार होगा।
बक्सर : आनन-फानन में चल रहा नाली व सड़क ढलाई का कार्य
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी आगामी प्रगति यात्रा के तहत बक्सर जिले में आने वाले हैं। इसको लेकर नगर में व्यापक तैयारियां चल रही हैं, जिसमें रंग-रोगन और निर्माण कार्य जोर-शोर से किए जा रहे हैं।
रामरेखा घाट के समीप पर्यटन विभाग द्वारा 13 करोड़ रुपये की लागत से कैफेटेरिया, थियेटर और अन्य पर्यटकीय सुविधाओं का केंद्र बनाए जाने की योजना है, यह संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री इसका शिलान्यास करेंगे।
इस कारण यहां निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। घाट के रास्तों पर कंक्रीट की ढलाई का कार्य चल रहा है, जबकि दोनों रास्तों पर बालू और गिट्टी डालकर रास्ता बंद कर दिया गया है।
सोमवार को उमड़ी लोगों की भीड़
सोमवार को मुंडन संस्कार का मुहूर्त था और इसके लिए श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ उमड़ी थी। छोटे बच्चों से लेकर वृद्धों तक का आना-जाना लगा हुआ था, लेकिन मुख्य मार्ग पर बैरिकेडिंग कर रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया।
इससे पहले बालू और गिट्टी का ढेर रखा गया था। राजकीय पुस्तकालय के सामने से गंगा नदी के घाट पर जाने वाले दूसरे मार्ग की स्थिति भी कुछ वैसी ही थी। यहां पर बैरिकेडिंग तो नहीं की गई है, लेकिन कंक्रीट की ढलाई रात में की गई थी।
बाकी बचे स्थानों पर ढलाई का सामान रास्ते में रखा गया था। रात को हुई ढलाई और सुबह के समय रामरेखा घाट पर मुंडन संस्कार का आयोजन होने से लोग इस निर्माण कार्य पर चलते रहे।
घाट से बाहर निकलने के लिए बने तीसरे मार्ग लाइट एंड साउंड के पास में भी निर्माण कार्य जारी है, जहां सीढ़ियों पर लाल रंग की टाइल्स लगाई जा रही हैं।
वाहनों के प्रवेश पर रोक
यहां भी रास्ते को बांस लगाकर बंद कर दिया गया है। इस दौरान, दूर-दराज से मुंडन संस्कार के लिए आए लोग पैदल चलकर रामरेखा घाट पहुंच रहे थे। वाहनों को शहर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था, जिससे घाट तक आने-जाने में गंभीर समस्याएं पैदा हो रही थीं।
महिलाएं बैरिकेडिंग के नीचे से घुसकर निकल रही थीं, जबकि पुरुष किसी तरह से बैरिकेडिंग के ऊपर से कूदकर चल रहे थे।
रामरेखा घाट में बनेगा मुख्य द्वार
रामरेखा घाट मार्ग पर बन रहा है नया प्रवेश द्वार रामरेखा घाट जाने वाले मार्ग में नगर परिषद द्वारा लाल पत्थर से मुख्य द्वार बनाने की योजना है। इसके साथ ही सड़क को चौड़ा कर पक्की नाली के साथ कंक्रीट की ढलाई की जा रही है। पहले बना द्वार तोड़ दिया गया है और अब नए सिरे से एक नया गेट बनाने की तैयारी है।
फिलहाल, रामरेखा घाट तक जाने के लिए तीन मार्ग बनाए गए हैं, जिनमें से सभी मार्गों पर निर्माण कार्य जारी है। पीएचईडी कार्यालय के सामने से जाने वाले रास्ते पर पक्की नाली का निर्माण तेज गति से हो रहा है, जबकि राजकीय पुस्तकालय होते हुए घाट तक जाने वाले रास्ते पर कंक्रीट की ढलाई का कार्य चल रहा है।
मुख्य मार्ग पर कुछ समय पहले नाली बनाई गई थी, और अब यहां कंक्रीट की ढलाई हो रही है। मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्यों की गति में तेजी लाई गई है।
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